वस्‍त्र मंत्रालय

केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और श्री पीयूष गोयल ने संयुक्त रूप से भारत खिलौना मेला - 2021 की वेबसाइट का शुभारंभ किया


भारत खिलौना मेला 27 फरवरी से 2 मार्च तक ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा

Posted On: 11 FEB 2021 6:31PM by PIB Delhi

माननीय प्रधानमंत्री के भारत में खिलौनों के निर्माण को प्रोत्साहन देने और “आत्मनिर्भर भारत” तथा “लोकल के लिए वोकल” अभियानों के लक्ष्य के अनुरूप भारतीय खिलौनों की वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए साझा प्रयासों के आह्वान को कार्य रूप में बदलने के लिए पहला “भारत खिलौना मेला – 2021” , 27 फरवरी से 02 मार्च, 2021 तक वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित किया जाएगा। भारतीय खिलौना उद्योग के सभी हितधारकों को आपस में जोड़ने और उद्योग के समग्र विकास के लिए संवाद को प्रोत्साहित करने के साथ ही दुनिया को भारतीय खिलौना निर्माण उद्योग की संपन्नता तथा उसकी विशालता को प्रस्तुत करने का अपनी तरह का यह पहला प्रयास है।

भारत खिलौना मेला- 2021 की वेबसाइट www.theindiatoyfair.in का आज यहां संयुक्त रुप से केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और केंद्रीय वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।

भारत खिलौना मेला- 2021 की वेबसाइट के माध्यम से बच्चे, अभिभावक, शिक्षक और प्रदर्शक आदि इस वर्चुअल मेले में हिस्सेदारी और भारतीय खिलौनों के क्षेत्र के विविध पक्षों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से अपना पंजीकरण करा सकेंगे। डिजिटल पहुंच वाली अपनी तरह की यह पहला प्रदर्शनी आयोजन तथा प्लेटफार्म है जो ना केवल भारत के विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 1000 से अधिक प्रदर्शकों के खिलौनों को देखने और खरीदने का बल्कि खिलौना उद्योग के संबंध में गहन जानकारी प्रदान करने वाले वेबीनार, समूह चर्चा और गतिविधियों में भागीदारी करने तथा खिलौना उद्योग के विभिन्न हितधारकों से जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा।

इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय खिलौने खुशहाल बचपन की नींव को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह ना केवल मनोरंजन का साधन हैं बल्कि सीखने और विकास के क्रम में भी सहायक हैं। उन्होने कहा कि भारतीय खिलौना मेला - 2021 इस उद्योग के विभिन्न हितधारकों विशेषकर बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने का पहला उपक्रम है। श्री पोखरियाल ने कहा कि खेल-आधारित, खोज-आधारित और गतिविधियों पर आधारित सीख प्रतिदिन के अध्ययन और व्यावहारिक सीख के बीच के अंतर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020 का यही प्रमुख उद्देश्य है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में स्कूल-पूर्व बाल्यावस्था शिक्षा से 12वीं कक्षा के स्तर तक के लिए खिलौनों पर आधारित शिक्षण पद्धति विकसित की जा रही है जो कक्षा में कम लागत और बिना लागत की सामग्री का उपयोग कर खिलौने के निर्माण पर आधारित होगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर आधारित खिलौनों की मदद से भी शिक्षण किया जाएगा जिससे कि भारत के संबंध में ज्ञान को बच्चे आत्मसात कर सकेंगे। श्री पोखरियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में खिलौना उद्योग के महत्व के संबंध में बात करते रहे हैं। भारत खिलौना मेला -2021 के साथ हम सब भारत को खिलौना उत्पादन का अगला केंद्र बनाने की उनकी परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में काम करें।

केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत खिलौना मेला एक और उदाहरण है जो बताता है कि मोदी सरकार में सभी विभाग समन्वित और प्रतिबद्ध ढंग से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे यह भी प्रदर्शित होता है कि सरकार छोटी दिखाई देने वाली चीजों को भी समुचित महत्व देती है और उसका विजन बहुत व्यापक है। श्री गोयल ने कहा कि करीब साल भर पहले खराब गुणवत्ता के सस्ते खिलौनों के आयात की शिकायतें मिलीं थीं जिससे भारतीय खिलौना उद्योग पर बुरा असर पड़ रहा था। एक समिति ने इसका परीक्षण किया और 30 प्रतिशत आयातित प्लास्टिक खिलौनों में तय सीमा से अधिक मात्रा में रसायन/भारी धातुएं पायीं। अन्य खिलौने भी निम्न गुणवत्ता के पाए गए। उन्होंने कहा कि इससे खिलौनों के लिए गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था की दिशा में विचार किया गया। श्री गोयल ने कहा कि यह उपक्रम सुनिश्चित करेगा कि भारतीयों तक गुणवत्तापूर्ण और अच्छे खिलौनों की पहुंच हो। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मापक अर्थव्यवस्था को अपनाने से सस्ते दामों पर अच्छे खिलौनों का उत्पादन करने में मदद मिलेगी। श्री गोयल ने कहा कि हमें ना केवल खिलौनों की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए प्रयास करने चाहिए बल्कि दुनिया में भी भारत में निर्मित गुणवत्तापूर्ण खिलौना की पहचान कायम करने की कोशिश करनी चाहिए। खिलौनों के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यह बच्चों के समग्र विकास और उन्नति में मदद करते हैं।

इस अवसर पर केंद्रीय वस्त्र और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खिलौना निर्माण उद्योग को प्रोत्साहन देने और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा “लोकल के लिए वोकल” अभियान को प्रोत्साहन देकर उद्योगों में आमूल परिवर्तन लाने की दिशा में यह उपक्रम किया गया है। भारतीय खिलौना उद्योग को अनेकों कारीगरों और लघु उद्यमों की आजीविका का स्रोत बताते हुए श्रीमती ईरानी ने कहा कि केंद्र सरकार के 6 मंत्रालय भारत खिलौना मेला को सफल बनाने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं तथा यह भारतीय खिलौना उद्योग के विकास की ओर भारत सरकार की प्रतिबद्धता और विजन को प्रदर्शित करता है। श्रीमती ईरानी ने सभी छात्रों, शिक्षकों, खिलौना विशेषज्ञों आदि से इस आयोजन में भागीदारी करने और इसे अत्यंत सफल बनाने की अपील की।

 

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