विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड-19 के लिए पुनरुद्देशित औषधियों से जुड़ी सीएसआईआर की भागीदारी वाली क्लिनिकल परीक्षण वेबसाइट "सीयूआरईडी" की शुरुआत की


यह वेबसाइट कोविड-19 से संबंधित औषधियों, निदानों तथा उपकरणों और उनके परीक्षण के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी प्रदान करता है

सीएसआईआर आयुष-64 समेत विभिन्न आयुष दवाओं के क्लिनिकल ​​परीक्षणों के लिए आयुष मंत्रालय के साथ भी काम कर रहा है

डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक जरुरत के तौर पर सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और अन्य सावधानियां बरतने पर जोर दिया

Posted On: 20 OCT 2020 6:50PM by PIB Delhi

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज एक ऐसी वेबसाइट की शुरूआत की जो कोविड-19 से जुड़ी विभिन्न क्लिनिकल ​​परीक्षणों, जिसके लिए सीएसआईआर उद्योग, अन्य सरकारी विभागों और मंत्रालयों के साथ साझेदारी में जुटा हुआ है, के बारे में व्यापक जानकारी देता है।

सीयूआरईडी या सीएसआईआर अशर्ड रिपर्पस्ड ड्रग्स के नाम वाला यह वेबसाइट औषधियों, निदानों तथा उपकरणों और उनके परीक्षण के वर्तमान चरण, सहयोगी संस्थानों तथा परीक्षणों में उनकी भूमिका तथा अन्य विवरणों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इस वेबसाइट को https://www.iiim.res.in/cured/ अथवा http://db.iiim.res.in/ct/index.php के माध्यम से देखा जा सकता है

केन्द्रीय मंत्री ने सीएसआईआर को कोविड​​-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई में सबसे आगे रहने और क्लिनिकल ​​परीक्षणों को प्राथमिकता देने, उनकी नियामक मंजूरी के लिए आंकड़े तैयार करने और बाजार में दवाओं और निदानों को उतारने में मदद करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने पुनरुद्देशित दवाओं के उपयोग के दृष्टिकोण और नई प्रक्रियाओं के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित दवाओं को संश्लेषित करने और उन्हें उद्योग जगत को हस्तांतरित करने की सराहना की।

सीएसआईआर कोविड-19 के संभावित उपचार के लिए मेजबान-निर्देशित चिकित्सा के साथ एंटी-वायरल के विभिन्न संयोजनों वाले क्लिनिकल ​​परीक्षणों में संभावनाएं तलाश रहा है। सीएसआईआर आयुष दवाओं के नैदानिक ​​परीक्षणों के लिए आयुष मंत्रालय के साथ भी काम कर रहा है और अलग–अलग पौधों पर आधारित यौगिकों और संयोजन के आधार पर आयुष रोगनिरोधी और चिकित्सा प्रणाली की सुरक्षा और प्रभावकारिता परीक्षण किया है। विथानियासोमनिफेरा, टिनोसोपरकोर्डिफोलिया+पाइपर लोंगम (संयोजन में), ग्लाइसीर्रिझाग्लबरा, टीनोस्पोराकोर्डिफ़ोलिया और अधतोडाविका (अलग-अलग और संयोजन में) और आयुष-64 सूत्रीकरण से जुड़े पांच क्लिनिकल ​​परीक्षण सुरक्षा और प्रभावकारिता संबंधी जांच के दौर से गुजर रहे हैं।

कोविड-19 के खिलाफ सीएसआईआर का एक प्रमुख क्लिनिकल ​​परीक्षण कैडिला के साथ साझेदारी में सेप्सिवाक (एमडब्ल्यू) है। गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 रोगियों पर चरण 2 का क्लिनिकल ​​परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है और अधिक व्यापक चरण 3 का परीक्षण शुरू होने वाला है। इसके अलावा, सन फार्मा और डीबीटी के साथ कोविड-19 रोगियों पर फाइटोफार्मास्युटिकल एक्यूसीएच के चरण 2 का परीक्षण चल रहा है।

पुनरुद्देशित दवाओं और टीकों के क्लिनिकल ​​परीक्षणों के अलावा, सीएसआईआर निदान और उपकरणों के क्लिनिकल ​​परीक्षणों में शामिल रहा है।

डॉ. हर्षवर्धन ने इस बात पर जोर दिया कि अब जबकि वैज्ञानिक दवाओं और टीकों को विकसित करने में जुटे हैं, तब तक सामाजिक दूरी बरतना, मास्क पहनना और अन्य सावधानियां जरुरी हैं। अगर हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जीतनी है, तो इन सावधानियों का विधिवत पालन किया जाना चाहिए।

इस अवसर पर डॉ. शेखर सी मांडे, सचिव, डीएसआईआर और डीजी-सीएसआईआर, डॉ. रंजना अग्रवाल, निदेशक, एनआईएसटीएडीएस और डॉ. गीता वाणी रायसम, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख, विज्ञान संचार एवं प्रसार निदेशालय सीएसआईआर मुख्यालय भी उपस्थित थे। सीएसआईआर के निदेशक, विभागों के प्रमुख और क्लिनिकल ​​परीक्षणों में शामिल वैज्ञानिक आभासी माध्यम से इस आयोजन में शामिल हुए।

 

 

एमजी/एएम/आर/डीसी



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