पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय

अगस्त, 2020 में मौसम की स्थिति और सितंबर, 2020 के लिए इसका सत्यापन तथा संभावना

Posted On: 08 SEP 2020 10:35AM by PIB Delhi

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के अनुसार :

अगस्त, 2020 की प्रमुख विशेषताएं

·        4-10, 9-11, 13-18, 19-26 और 24-31 अगस्त 2020 के दौरान बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर 5 कम दबाव की प्रणालियां बनीं। ये सभी प्रणालियाँ पश्चिम मध्य प्रदेश / राजस्थान तक पूरे मध्य-पश्चिम में लगभग पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ीं।

·        अगस्त, 2020 के दौरान कम दबाव वाले दिनों की कुल संख्या 15 दिनों की सामान्य के मुकाबले लगभग 27 रही।

·        अगस्त, 2020 के अधिकांश दिनों में मॉनसून गर्त सक्रिय रहा और अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में रहा।

·        अगस्त 2020 के दौरान बारिश सामान्य से 27% अधिक हुई। आखिरी बार ऐसी बारिश अगस्त 1983 में हुई थी जो तब सामान्य से 24% अधिक थी। 1901-2020 की अवधि के दौरान अब तक, सबसे अधिक बारिश अगस्त 1926 (सामान्य से 33% अधिक) हुई। (अनुलंग्नक 1)

·        मानसून की सक्रिय स्थिति के कारण, ओडिशा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की नदियों में बाढ़ आ गई। मानसून की सक्रियता की स्थिति 4 सप्ताह तक लगातार बनी रही, जिसकी वजह से देश में अधिक बारिश हुई। इसके बारे में साप्ताहिक मौसम वीडियो और आईएमडी द्वारा जारी मौसम बुलेटिन में विस्तार से बताया गया है।

·        अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी, अपेक्षित प्रभाव और सुझाए गए कदम 3-4 दिन पहले जारी किए गए थे।

अगस्त, 2020 की प्रमुख मौसम विशेषताएं

अगस्त, 2020 के दौरान 5 कम दबाव प्रणाली विकसित हुई और इसके वजह से अधिक बारिश हुई।

एक पूरे के रूप में देश। (संलग्न दस्तावेज  में इन प्रणालियों का विवरण)

07 सितंबर, 2020 तक बड़े पैमाने की विशेषताएं

·        मैडेन जूलियन ऑसिलेशन (एमजीओ) सूचकांक फिलहाल कमजोर आयाम (1 से कम) के साथ समुद्री महाद्वीप (चरण 4) पर स्थित है। अगले 15 दिनों के दौरान इसके कमजोर आयाम के साथ समुद्री महाद्वीप पर बने रहने की संभावना है।

·        वर्तमान में, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) और वायुमंडलीय स्थितियां, शांत एल नीनो-दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) - तटस्थ स्थितियों को दर्शाती हैं।

·        मॉनसून मिशन क्लाइमेट फोरकास्टिंग सिस्टम (एमएमसीएफएस) मॉडल पूर्वानुमान और अन्य वैश्विक मॉडल इस क्षेत्र को अधिक ठंडा करने के लिए एसएसटी का संकेत दे रहे हैं। हालांकि, मानसून की शेष अवधि दौरान ईएनएसओ की तटस्थ स्थिति वैसी हुई बनी रही।

·        वर्तमान में, हिंद महासागर डिपोल (आईओडी) की नकारात्मक स्थितियां भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर देखी जा रही हैं। एमएमसीएफएस का पूर्वानुमान यह बताता है कि नकारात्मक आईओडी की स्थिति बाकी मौसम के दौरान जारी रहेगी।

सितंबर, 2020 के लिए बारिश का पूर्वानुमान

सप्ताह 1 (10 सितंबर, 2020 तक)

·        कर्नाटक के समुद्र तट से पूर्व-पूर्वी अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिसका अर्थ चक्रवाती परिसंचरण है, जो समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके 8 सितंबर, 2020 तक एक ही क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। एक पूर्वी-पश्चिमी शीर जोन चक्रवाती संचलन लगभग 13 ° अक्षांश के साथ लगभग निम्न दबाव वाले क्षेत्र से 3.1 किमी ऊपर समुद्र तल से ऊपर चल रही है। अगले 3-4 दिनों के दौरान इसके बने रहने की संभावना है। इसके प्रभाव के तहत, अगले 4-5 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत में व्यापक रूप से अत्यधिक भारी बारिश और आंधी तूफान चलने तथा बिजली गिरने की व्यापक संभावना है।

·        11 सितंबर तक कर्नाटक और केरल तथा माहे में अलग-अलग स्थानों पर और 9 सितंबर, 2020 तक तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में भारी बारिश होने की संभावना है।

·        9 से 10 सितंबर को तटीय कर्नाटक और 8 सितंबर, 2020 को केरल तथा माहे में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।

·        समुद्र तल पर मानसून गर्त का पश्चिमी छोर सामान्य स्थिति के नजदीक है और इसका पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में स्थित है। मानसून गर्त के पूर्वी छोर के 5 दिनों के दौरान हिमालय की तलहटी में अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में होने की संभावना है।

·        11 सितंबर, 2020 तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर आंधी तूफान और बिजली गरजने के साथ अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।

·        कुल मिलाकर, प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश सामान्य से अधिक और भारत-गंगीय मैदानी इलाकों (उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल) के ऊपर सामान्य से अधिक बारिश होने संभावना है।

·        मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में बारिश सामान्य से कम होने की संभावना है (अनुलग्नंक IV और V)

सप्ताह 2 (11-17 सितंबर 2020)

·        मॉनसून गर्त  के अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर या हिमालय की तलहटी के करीब रहने की संभावना है।

·        राजस्थान में सप्ताह के दौरान से पश्चिमी भागों से मानसून की वापसी की संभावना है।

·        निम्न दबाव के क्षेत्रों के बनने की संभावना नहीं है।

·        पूर्वोत्तर राज्यों, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना।

·        उत्तर पश्चिमी भारत में बारिश की गतिविधि में महत्वपूर्ण कमी के साथ देश के शेष हिस्सों में सामान्य बारिश की संभावना में कमी आ सकती है।

सप्ताह 3 (11-17 सितंबर 2020)

·        दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गुजरात और महाराष्ट्र के उत्तरी भागों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

·        देश के बाकी हिस्सों में बारिश सामान्य से कम / सामान्य के आसपास होने की संभावना है।

सप्ताह 4 (11-17 सितंबर 2020)

·        पश्चिमी तट, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गुजरात और महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के उत्तरी भागों में सामान्य से अधिक होने बारिश होने की संभावना है।

·        दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में बारिश सामान्य से कम होने की संभावना है और देश के बाकी हिस्सों में सामान्य बारिश होने की संभावना है।

अगले 5 दिनों के लिए भविष्यवाणी:

http://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001S2MJ.png

http://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002Y97A.jpg

कृपया स्थान विशेष पूर्वानुमान और चेतावनी के लिए मौसम ऐप (MAUSAM APP),  कृषि सलाह के लिए मेघदूत (MEGHDOOT APP) और बिजली गरजने संबंधी चेतावनी के लिए दामिनी ऐप (DAMINI APP) डाउनलोड करें।

एमजी/एएम/केजे



(Release ID: 1652260) Visitor Counter : 278