पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
श्री धर्मेंद्र प्रधान ने यूएसआईएसपीएफ के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित किया; अमेरिकी कंपनियों को आत्मनिर्भर भारत अभियान में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया
Posted On:
02 SEP 2020 8:16PM by PIB Delhi
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज "नैविगेटिंग न्यू चैलेंजेज़" विषय पर यूएसआईएसपीएफ के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
श्री प्रधान ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 महामारी के अभूतपूर्व प्रभाव और इसके परिणामस्वरूप ऊर्जा मांग पर पड़ने वाले दबाव विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत में आर्थिक गतिविधियों में धीरे-धीरे वृद्धि होने के कारण, ऊर्जा की खपत जल्द ही पूर्व-कोविड स्तर तक पहुंचने का अनुमान है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के विषय में चर्चा करते हुए, श्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रारंभ किया गया आत्मनिर्भर भारत अभियान कोविड-19 चुनौतियों को एक अवसर में बदलने, स्वदेशी उत्पादन और खपत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला से जोड़ने और भारत को 21वीं सदी के वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने के लक्ष्य का आह्वान करता है।
मंत्री महोदय ने ऊर्जा बुनियादी ढांचे के महत्व को भारत में परिवर्तन की कुंजी के रूप में रेखांकित किया और अमेरिकी उद्योग प्रमुखों को भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में उत्पन्न किए जा रहे अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।
श्री प्रधान ने भारत और अमेरिका के मध्य बढ़ते द्विपक्षीय हाइड्रोकार्बन व्यापार के विषय पर भी चर्चा की, जो वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान 9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ऊपर पहुंच गया है और प्रतिस्पर्धी दरों पर अमेरिका से अधिक कच्चे तेल और एलएनजी की इच्छुक कंपनियां को देखते हुए इसके और बढ़ने की उम्मीद है।
श्री प्रधान ने रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी में गैस क्षेत्र के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत "वन नेशन, वन गैस ग्रिड" को विकसित करते हुए इस क्षेत्र में 60 बिलियन डॉलर के अनुमानित निवेश के साथ 2030 तक ऊर्जा क्षेत्र में गैस की हिस्सेदारी को 6 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक बढ़ाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वयं को गैस आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बीपी, शेल, टोटल, एक्सॉन मोबिल जैसी बड़ी वैश्विक तेल और गैस कंपनियों के भारत में कार्य विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त की और अगले तेल और गैस ब्लॉक की बोली में भाग लेने और अन्वेषण एवं उत्पादन क्षेत्र में सुधारों का लाभ लेने के लिए अमेरिकी कंपनियों को आमंत्रित किया।
श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत और अमेरिका वैश्विक ऊर्जा बाजारों को स्थिर करने की दिशा में घनिष्ठ सहयोग के साथ कार्य कर रहे हैं और कोविड-19 प्रेरित चुनौतियों के बावजूद दोनों देशों के मध्य ऊर्जा संबंधों की सुदृढ़ता को लेकर इस उद्योग के प्रमुख काफी आशान्वित और आश्वस्त हैं।
यूएसआईएसपीएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मुकेश अघी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की सफलता के लिए यूएसआईएसपीएफ अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के बीच अधिक से अधिक सहयोग की सुविधा प्रदान करेगा।
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एसजीएएमएसएस
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