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इफ्फी: पर्दे पर लिखी गई एक आकर्षक यात्रा
Posted On:
15 NOV 2025 3:59PM by PIB Delhi
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मुख्य जानकारियां
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- इफ्फी 2025 का आयोजन गोवा में 20 से 28 नवंबर तक किया जाएगा, जो 1952 से दक्षिण एशिया के एकमात्र एफआईएपीएफ-मान्यता प्राप्त प्रतिस्पर्धी फिल्म महोत्सव के रूप में इस महोत्सव की विरासत को आगे बढ़ाएगा।
- जापान (कंट्री ऑफ फोकस), स्पेन (पार्टनर कंट्री) और ऑस्ट्रेलिया (स्पॉटलाइट कंट्री) इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का नेतृत्व कर रहे हैं।
- मुख्य आकर्षणों में रिस्टोर क्लासिक्स, सेंचुरी ट्रीब्युट्स, क्यूरेटेड ग्लोबल सेक्शन, पहला इफिस्टा, विस्तारित वेव्स फिल्म बाजार और पहला सिनेमाआई हैकाथॉन शामिल हैं।
- इफ्फी 2025 में 81 देशों की 240 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी, जो महोत्सव की व्यापक वैश्विक भागीदारी को दर्शाती हैं।
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परिचय
1952 से, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) प्रतिस्पर्धी फीचर फिल्म श्रेणी में दक्षिण एशिया का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माता संघ (एफआईएपीएफ) मान्यता प्राप्त महोत्सव रहा है, जो वैश्विक सिनेमाई मानचित्र पर इसके महत्व को दर्शाता है। दुनिया की बेहतरीन फिल्मों को भारतीय दर्शकों तक पहुंचाने के प्रयास के रूप में शुरू हुआ यह प्रयास, पिछले कुछ दशकों में विभिन्न महाद्वीपों के फिल्म निर्माताओं, सिनेमा प्रेमियों और रचनात्मक पेशेवरों के लिए एक जीवंत मिलन स्थल में तब्दील हो गया है।
इस वर्ष यह महोत्सव 20 से 28 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा, जो गोवा के बीचों-बीच एक और मनमोहक संस्करण को जीवंत करेगा।
अपने मूल में, इफ्फी इस विश्वास का प्रतीक है कि महान सिनेमा तब पनपता है जब संस्कृतियों का मिलन होता है। प्रत्येक संस्करण में सांस्कृतिक रूप से समृद्ध फिल्मों का विविध चयन प्रस्तुत किया जाता है तथा प्रतिष्ठित उद्योग विशेषज्ञों द्वारा उन पर विचार करते हुए उनका चुनाव किया जाता है - जिससे यह सुनिश्चित होता है कि महोत्सव कलात्मक उत्कृष्टता के लिए एक विश्वसनीय मंच बना रहे। इसका अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा खंड, विशेष रूप से, उन कार्यों को प्रदर्शित करता है जो रूढ़ियों को चुनौती देती हैं और कहानी कहने की शब्दावली को अगले स्तर पर ले जाते हैं तथा वर्ष की सबसे सम्मोहक वैश्विक आवाजों को प्रस्तुत करने के लिए इफ्फी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।

इस महोत्सव को 2004 में गोवा में अपना स्थायी घर मिला, जहाँ इसे राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। गोवा के तटों की मनोरम पृष्ठभूमि में, इफ्फी को जो चीज वास्तव में विशिष्ट बनाती है, वह है इसकी समावेशी सांस्कृतिक भावना। यह महोत्सव भारत के व्यापक लोकाचार, एक भारत श्रेष्ठ भारत को प्रतिबिंबित करता है - जो विविध रचनाकारों, दर्शकों और कलात्मक परंपराओं को एक साथ लाता है। चाहे महिलाओं के नेतृत्व वाली रचनात्मक टीमों की बढ़ती भागीदारी हो, युवा पेशेवरों की बढ़ती उपस्थिति हो या जनजातीय और स्वदेशी कथाओं का प्रतिनिधित्व हो, इफ्फी उन आवाजों को स्थान प्रदान करता है जो देश की गहराई और विविधता को दर्शाती हैं। यह समावेशिता न केवल रचनात्मक इकोसिस्टम को मजबूत करती है बल्कि संस्कृति और अवसर को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का भी प्रतिध्वनित करती है।
इफ्फी 2025: नवाचार, समावेशिता और एक वैश्विक सिनेमाई अभिनय
इस वर्ष 20 से 28 नवंबर तक गोवा में आयोजित होने वाले 56वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में एक विस्तृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा जो इफ्फी के बढ़ते वैश्विक कद को दर्शाता है। यह संस्करण कंट्री ऑफ फोकस के रूप में जापान के साथ महोत्सव की अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को और गहरा बनाने के साथ विभिन्न शैलियों और रूपों में छह समकालीन जापानी फिल्मों का मनोरम प्रदर्शन प्रस्तुत करेगा। स्पेन पार्टनर कंट्री के रूप में, जबकि ऑस्ट्रेलिया स्पॉटलाइट कंट्री के रूप में इस महोत्सव में शामिल हो रहा है, दोनों ही देश अपने-अपने क्यूरेटेड पैकेज, संस्थागत सहयोग और सांस्कृतिक कार्यक्रम लेकर आ रहे हैं, जो वैश्विक संवाद को समृद्ध बनाते हैं।
कार्यक्रम का विस्तार, प्रीमियर और चयन
इफ्फी 2025 में 81 देशों की 240 से अधिक फिल्मों की एक असाधारण श्रृंखला प्रस्तुत की जाएगी, जिसमें 13 विश्व प्रीमियर, 5 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर और 44 एशियाई प्रीमियर शामिल हैं। 127 देशों से प्राप्त रिकॉर्ड 2,314 प्रविष्टियाँ इस महोत्सव की बढ़ती वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाती हैं।

इफ्फी 2025 की उद्घाटन फिल्म ब्राजीलियाई लेखक गैब्रियल मस्कारो की "द ब्लू ट्रेल" एक विज्ञान-कथा और फंतासी फीचर फिल्म है। इस फिल्म ने बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2025 में सिल्वर बियर - ग्रैंड जूरी पुरस्कार जीता था।
गाला प्रीमियर सेगमेंट में 18 फ़िल्में प्रदर्शित होंगी, जिनमें 13 वर्ल्ड प्रीमियर, 2 एशिया प्रीमियर, 1 इंडिया प्रीमियर और 2 स्पेशल शोकेस स्क्रीनिंग शामिल हैं। रेड कार्पेट पर प्रतिष्ठित कलाकारों और फिल्म निर्माताओं का स्वागत किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं और पुरस्कार
तीन प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पांच महाद्वीपों की 32 फिल्में शामिल होंगी, जिनमें वर्ष की कुछ सर्वाधिक चर्चित फिल्में पहली बार भारतीय दर्शकों के सामने प्रस्तुत की जाएंगी। इफ्फी कांस, बर्लिनले, वेनिस, लोकार्नो, टीआईएफएफ, बुसान और आईएफएफआर की पुरस्कार विजेता फिल्में भी प्रदर्शित करेगा जो उत्कृष्ट समकालीन सिनेमा के लिए भारत के प्रवेश द्वार के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत करेगा।
क्यूरेटेड सेक्शन
इस वर्ष के कार्यक्रमों में नौ क्यूरेटेड सेक्शन शामिल हैं - डॉक्यू-मोंटेज, फेस्टिवल्स से, राइजिंग स्टार्स, मिशन लाइफ, एक्सपेरीमेंटल फिल्म्स, रिस्टोर्ड क्लासिक्स, मैकाब्रे ड्रीम्स, यूनिसेफ और सिनेमा ऑफ द वर्ल्ड। इफ्फी में 15 प्रतिस्पर्धी और क्यूरेटेड सेगमेंट प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता, किसी निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फीचर फिल्म और आईसीएफटी-यूनेस्को गांधी पदक शामिल हैं।
सेंचुरी ट्रीब्युट्स
भारतीय सिनेमा की केंद्रीय विरासतों का उत्सव मनाते हुए, इफ्फी 2025 गुरु दत्त, राज खोसला, ऋत्विक घटक, पी. भानुमति, भूपेन हजारिका और सलिल चौधरी की शताब्दी का सम्मान आयोजन करेगा। मुसाफिर और सुवर्णरेखा जैसी पुनर्स्थापित उत्कृष्ट कृतियाँ दर्शकों को सिनेमाई विरासत के साथ दुर्लभ अनुभव प्रदान करेंगी।
रजनीकांत की स्वर्ण जयंती
इफ्फी 2025 में दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को सिनेमा में 50 वर्ष पूरे करने पर सम्मानित किया जाएगा, जो भारतीय फिल्म संस्कृति पर उनके स्थायी प्रभाव का उत्सव मनाने वाला एक महत्त्वपूर्ण अवसर होगा। समापन समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जिसमें उनके प्रतिष्ठित कार्यों, व्यापक लोकप्रियता और दशकों से भारतीय कहानी कहने की कला को आकार देने में उनके योगदान को मान्यता दी जाएगी।
भारतीय पैनोरमा और न्यू होराइजन्स
भारतीय पैनोरमा 2025 में 25 फीचर फिल्में, 20 गैर-फीचर फिल्में और 5 पहली फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। उद्घाटन फीचर फिल्म अमरन (तमिल) है, जबकि उद्घाटन गैर-फीचर फिल्म काकोरी है।
एक विशेष न्यू होराइजन्स खंड में पांच चुनिंदा शीर्षकों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिन्हें उनके नए सिनेमाई दृष्टिकोण के लिए चुना जाएगा।

महिलाएं, नवोदित आवाजें और उभरती प्रतिभाएं
इस वर्ष इफ्फी के केन्द्र में समावेशिता बनी हुई है, जिसमें महिलाओं द्वारा निर्देशित 50 से अधिक फिल्में तथा 50 से अधिक नई कृतियां प्रदर्शित की जा रही हैं। सर्वश्रेष्ठ नवोदित भारतीय निर्देशक पुरस्कार में 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा, जबकि सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज पुरस्कार में स्ट्रीमिंग सामग्री में उत्कृष्टता के लिए 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
कल की रचनात्मक प्रतिभाएं
सीएमओटी कार्यक्रम का विस्तार जारी है और इस वर्ष 799 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं और 13 फिल्म निर्माण क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले 124 चयनित प्रतिभागी शामिल हुए। शॉर्ट्सटीवी के सहयोग से 48 घंटे की फिल्म मेकिंग चैलेंज इसका मुख्य आकर्षण बनी हुई है।

मास्टरक्लास, पैनल और इंटरैक्टिव कार्यक्रम ज्ञान श्रृंखला
महोत्सव में आने वाले लोग 21 मास्टरक्लास और पैनल चर्चाओं का आनंद ले सकते हैं, जिनमें विधु विनोद चोपड़ा, अनुपम खेर, क्रिस्टोफर चार्ल्स कॉर्बोल्ड ओबीई, बॉबी देओल, आमिर खान, सुहासिनी मणिरत्नम, पीट ड्रेपर, श्रीकर प्रसाद जैसे दिग्गज शामिल होंगे। सत्र डिजिटल युग में संपादन और अभिनय से लेकर स्थिरता, रंगमंच अभिनय, एआई और वीएफएक्स तकनीकों तक विस्तृत होंगे।
इस साल की मुख्य बातें
वेव्स फिल्म बाजार: भारत का रचनात्मक बाजार वैश्विक हो रहा है
भारत का प्रमुख फिल्म बाजार-जिसे पहले केवल फिल्म बाजार के नाम से जाना जाता था और अब वेव्स फिल्म बाजार के रूप में पुनर्कल्पित किया गया है-2007 से एशिया के सबसे प्रभावशाली सह-निर्माण और कंटेंट-खोज प्लेटफार्मों में से एक बन गया है। आईएफएफआई के साथ प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह बाजार एक ऐसा स्थल बन गया है जहां भारतीय कहानीकार, वैश्विक निर्माता, महोत्सव क्यूरेटर, प्रौद्योगिकी साझेदार और निवेशक भविष्य की फिल्मों को आकार देने के लिए एकत्रित होते हैं।
इस वर्ष क्या हो रहा है:
19वां संस्करण 20-24 नवंबर 2025 तक एक महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित और अधिक गतिशील बाजार लेकर आ रहा है। इस वर्ष का बाजार अपनी वैश्विक उपस्थिति को इन विशेषताओं के साथ मजबूत कर रहा है:
- अंतर्राष्ट्रीय वित्तपोषण और महोत्सव प्रसार के लिए चयनित क्यूरेटेड परियोजनाओं सहित फीचर और वृत्तचित्रों के लिए एक मजबूत सह-निर्माण बाजार।
- पटकथा लेखकों की प्रयोगशाला (स्क्रीनराइटर्स लैब), कार्य-प्रगति प्रयोगशाला (वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब) और तेजी से बढ़ता हुआ अवलोकन कक्ष (व्युइंग रूम), निर्माताओं और बिक्री एजेंटों को विविध भाषाओं और शैलियों में नई आवाजें खोजने में सक्षम बनाता है।
- एक पुनर्जीवित ज्ञान श्रृंखला (नॉलेज सीरीज) जिसमें पिचिंग सत्र, देश और राज्य के शोकेस और उत्पादन, वितरण और उभरते कहानी कहने के साधनों पर व्यावहारिक कार्यशालाएं शामिल हैं।
- समर्पित मंडपों, प्रतिनिधिमंडलों और स्टालों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को बढ़ाया गया, जिसमें दस से अधिक भारतीय राज्यों और कई साझेदार देशों के प्रोत्साहनों के बारे में बताया गया।
तकनीक, सहयोग और नई प्रतिभाओं पर बढ़ते जोर के साथ, वेव्स फिल्म बाजार, आईएफएफआई में रचनात्मक आदान-प्रदान का केंद्र बना हुआ है-जहां परियोजनाएं खोजी जाती हैं, साझेदारियां बनती हैं और सिनेमा की अगली पीढ़ी को अपने पहले चैंपियन मिलते हैं।
आईएफएफआईईएसटीए (इफिएस्टा)
इस साल अपनी शुरुआत करते हुए, इफिएस्टा आईएफएफआई के 56वें संस्करण में एक जीवंत सांस्कृतिक पटल पेश कर रहा है। इफिएस्टा 2025, गोवा में 21 से 24 नवंबर तक चार शामों को जीवंत संगीत, भावपूर्ण लाइव प्रदर्शन और सांस्कृतिक कहानी सुनाने से जुड़े कार्यक्रम आदि होंगे। ध्वनि और रंगमंच के उत्सव के रूप में डिजाइन किया गया, यह महोत्सव दर्शकों को समकालीन स्वतंत्र संगीत से लेकर शास्त्रीय कला और जीवंत नाट्य क्षणों तक, हर चीज का अनुभव करने का मौका देगा।
युवा प्रतिभाओं, अनुभवी कलाकारों और विविध शैलियों के साथ, इफिएस्टा का लक्ष्य एक ऐसा माहौल बनाना है जहां लोग आनंद ले सकें, भाग ले सकें और एक साझा सांस्कृतिक अनुभव का हिस्सा महसूस कर सकें।

कार्यक्रम सूची
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तारीख
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कार्यक्रम
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विवरण
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21 नवंबर 2025
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ओशो जैन लाइव कॉन्सर्ट
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उद्घाटन रात्रि प्रदर्शन
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22 नवंबर 2025
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फेस्टिवल शोकेस
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बैटल ऑफ बैंड्स (भारत और अंतर्राष्ट्रीय), सुरों का एकलव्य, वाह उस्ताद
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23 नवंबर 2025
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फेस्टिवल शोकेस
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बैटल ऑफ बैंड्स (भारत और अंतर्राष्ट्रीय), सुरों का एकलव्य, वाह उस्ताद, देवांचल की प्रेमकथा
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24 नवंबर 2025
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फेस्टिवल शोकेस
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बैटल ऑफ बैंड्स (भारत और अंतर्राष्ट्रीय), सुरों का एकलव्य, वाह उस्ताद
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सिनेमएआई हैकाथॉन
राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) और एलटीआईमाइंडट्री के सहयोग से वेव्स फिल्म बाजार द्वारा आयोजित, सिनेमएआई हैकाथॉन, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के 56वें संस्करण के अंतर्गत आयोजित होने वाला पहला एआई फिल्म हैकाथॉन है। यह कहानी कहने में कला, तकनीक और नैतिक नवाचार को एक साथ लाता है।
इस वर्ष क्या हो रहा है

- यह हैकाथॉन दुनिया भर के 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों या टीमों (5 सदस्यों तक) के लिए खुला है। 1 नवंबर 2025 से प्रविष्टियां जमा करने की शुरुआत हो चुकी है और अंतिम तिथि 10 नवंबर है। अंतिम रूप से चयनित टीमों की घोषणा लगभग 16 नवंबर को की जाएगी।
- चयनित दस टीमें आईएफएफआई के दौरान 48 घंटे के रचनात्मक स्प्रिंट में भाग लेंगी (विषय 20 नवंबर को घोषित किया जाएगा)। प्रत्येक टीम को पूरी तरह से एआई उपकरणों का उपयोग करके 1-2 मिनट की एक लघु फिल्म की अवधारणा, निर्माण और संपादन करना होगा।
- मान्यता और पुरस्कारों में शामिल हैं:
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कैटेगरी
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पुरस्कार की रक़म
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सर्वश्रेष्ठ एआई फिल्म
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₹ 4,00,000
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एआई का सबसे नवीन उपयोग
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₹ 2,00,000
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सर्वश्रेष्ठ कहानी
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₹ 1,00,000
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सर्वश्रेष्ठ दृश्य
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₹ 1,00,000
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सर्वश्रेष्ठ ध्वनि/संगीत डिजाइन
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₹ 1,00,000
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- विजेता फिल्मों का प्रीमियर आईएफएफआई गोवा में होगा और उन्हें एनएफडीसी और एलटीआईमाइंडट्री प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किया जाएगा।
आईएफएफआई का सफर: यादें और विकास

आईएफएफआई की स्थापना 1952 में, भारत की स्वतंत्रता के तुरंत बाद, राष्ट्र के स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों—न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, अहिंसा, विविधता में एकता और एकजुटता—के प्रतीक के रूप में हुई थी। भारत सरकार के फिल्म प्रभाग द्वारा आयोजित, यह वसुधैव कुटुम्बकम (विश्व एक परिवार है) के वैदिक दर्शन को मूर्त रूप देता है, यह वाक्यांश अहिंसा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भारतीय अवधारणा का उदाहरण है।
उद्घाटन संस्करण 24 जनवरी से 1 फरवरी, 1952 तक मुंबई में आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 40 फीचर फिल्में और 100 लघु फिल्में प्रदर्शित की गईं। इसके बाद इसने मद्रास, दिल्ली और कलकत्ता का दौरा किया, जिससे दक्षिण एशिया के प्रमुख आयोजन के रूप में वैश्विक फिल्म समारोह सर्किट में भारत का प्रवेश हुआ।
1952 में अपनी स्थापना के बाद से, आईएफएफआई भारत में अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन रहा है। इसके बाद के संस्करण नई दिल्ली में आयोजित किए गए। जनवरी 1965 में अपने तीसरे संस्करण के बाद से, आईएफएफआई प्रतिस्पर्धी हो गया। 1975 में, फिल्मोत्सव को एक गैर-प्रतिस्पर्धी महोत्सव के रूप में शुरू किया गया, जो अलग-अलग फिल्म निर्माण शहरों में हर दूसरे वर्ष आयोजित किया जाता था। बाद में, फिल्मोत्सवों का आईएफएफआई में विलय कर दिया गया। 2004 में, इस महोत्सव को गोवा में स्थायी रूप से स्थापित किया गया, और अब यह हर साल एक प्रतिस्पर्धी आयोजन के रूप में वहाँ आयोजित किया जाता है।
बंबई में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव प्रदर्शनी के चेकोस्लोवाकियाई स्टॉल में प्रदर्शित पोस्टर और चित्र, 1952
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भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का पहला संस्करण, 1952
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बंबई में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव परिसर का प्रवेश द्वार, 1952
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बम्बई में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव प्रदर्शनी स्थल के प्रवेश द्वार का बाहरी दृश्य, 1952
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श्री आर.आर. दिवाकर, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री, 22 फरवरी, 1952 को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के प्रतिनिधियों से मिलते हुए
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आईएफएफआई का रणनीतिक प्रभाव: सिनेमा, संस्कृति और वाणिज्य को बढ़ावा
आईएफएफआई, एशिया के सबसे पुराने और भारत के प्रमुख सिनेमाई मंच के रूप में विकसित हुआ है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और गोवा सरकार द्वारा समर्थित, यह भारतीय सिनेमा में सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी, उद्योग विकास और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देता है। इसलिए, आईएफएफआई कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
सांस्कृतिक महत्व: भारतीय और विश्व सिनेमा के बीच सेतु का निर्माण
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव केवल एक स्क्रीनिंग स्थल से कहीं अधिक है; यह एक सरकार समर्थित मंच है जो जानबूझकर भारतीय सिनेमा को वैश्विक संवाद में स्थान देता है। आईएफएफआई भारतीय सिनेमा को दुनिया से जोड़ने और विश्व सिनेमा को भारत में लाने के उद्देश्य से विभिन्न शैलियों, संस्कृतियों और भाषाओं की फिल्मों की खोज, समर्थन और प्रचार के लिए काम करता है। 'वसुधैव कुटुम्बकम' (पूरी दुनिया एक परिवार है) के आदर्श वाक्य के अनुरूप बढ़ते हुए, इस महोत्सव ने भारतीय सिनेमा और विश्व सिनेमा के बीच संवाद को सुगम बनाया है।
फिल्में दुनिया भर में भारत के कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों को मज़बूत करने में एक सफल माध्यम रही हैं, और भारत की सौम्य शक्ति को प्रदर्शित करने और नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त करने में फिल्मों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। भारत हर साल 20 से ज्यादा भाषाओं में 2,000 से ज़्यादा फिल्में बनाता है - जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।
फिल्म बाजार और सह-निर्माण के अवसर
2007 से आईएफएफआई के साथ आयोजित होने वाला वेव्स फिल्म बाजार, एक सह-निर्माण बाजार, कार्य-प्रगति प्रयोगशालाएं, अवलोकन कक्ष और नेटवर्किंग कार्यक्रम आयोजित करता है जो महोत्सव के ध्यान को वित्तपोषण, वितरण और महोत्सव रणनीतियों में परिवर्तित करते हैं। फिल्म बाजार के क्यूरेटेड कार्यक्रमों ने भारतीय परियोजनाओं के लिए सह-निर्माण, बिक्री और अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव प्लेसमेंट को सीधे सुगम बनाया है, जिससे फिल्मकारों और निर्माताओं के लिए ठोस करियर और राजस्व के रास्ते तैयार हुए हैं। भारत के प्रमुख फिल्म बाजार का 19वां संस्करण, वेव्स फिल्म बाज़ार, सह-निर्माण और वितरण के अवसरों के लिए 300 से अधिक फिल्म परियोजनाएं प्रस्तुत करेगा और विजेता प्रविष्टियों को $20,000 मूल्य के नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
एवीजीसी-एक्सआर उद्योग विकास
आईएफएफआई में एक समर्पित तकनीकी मंडप, वीएफएक्स, एनीमेशन और सीजीआई में नवाचारों को प्रदर्शित करता है, जो महोत्सव की तकनीकी रचनात्मकता की थीम के अनुरूप है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की वेव्स पहल के तहत वेवएक्स प्लेटफॉर्म ने मीडिया, मनोरंजन, एवीजीसी (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स) और एक्सआर (एक्सटेंडेड रियलिटी) क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए हैं।
एवीजीसी-एक्सआर के लिए एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) का उद्देश्य एनवीडिया, गूगल, एडोब, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट सहित वैश्विक उद्योग दिग्गजों के साथ साझेदारी करके एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, फिल्म और एक्सटेंडेड रियलिटी में नवाचार, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है।
गोवा पर पर्यटन और आर्थिक प्रभाव
गोवा के स्थायी मेजबान के रूप में, आईएफएफआई पर्यटन को बढ़ावा देता है और वैश्विक पर्यटकों को आकर्षित करता है तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करता है। एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ़ गोवा, एकल खिड़की प्रणाली के माध्यम से गोवा में फिल्म शूटिंग के लिए सभी प्रक्रियाओं और अनुमतियों को सुगम बनाती है, और हर साल गोवा में आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव फिल्म पर्यटन को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देता है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि आईएफएफआई और गोवा आपस में अच्छी तरह जुड़े हुए हैं, जिससे यह महोत्सव कैलेंडर का एक प्रमुख आयोजन बन गया है, और इसे विश्वस्तरीय अनुभव बनाने के लिए हर साल बुनियादी ढाँचे का उन्नयन किया जा रहा है।
निष्कर्ष
जैसे-जैसे 56वें इफ्फी महोत्सव की शुरुआत हो रही है, यह महोत्सव विरासत और नवाचार के एक आकर्षक मोड़ पर खड़ा है। सिनेमाई दिग्गजों का जश्न मनाने से लेकर नई आवाजों को आगे बढ़ाने तक, पुनर्स्थापित क्लासिक्स के प्रदर्शन से लेकर एआई-संचालित रचनात्मकता की संभावनाओं को अपनाने तक, इफ्फी एक ऐसे मंच के रूप में अपनी भूमिका की पुष्टि करता रहा है जहां कहानी कहने का अतीत, वर्तमान और भविष्य एक साथ आते हैं। अपने विस्तारित कार्यक्रमों, वैश्विक साझेदारियों और पहले इफ्फीस्टा के माध्यम से एक नए सांस्कृतिक आयाम के साथ, इस वर्ष का महोत्सव दर्शकों को केवल एक देखने के अनुभव से कहीं अधिक प्रदान करने का वादा करता है - यह एक जीवंत, विकसित होती सांस्कृतिक यात्रा में भागीदारी का अवसर प्रदान करता है।
कलाकारों, दर्शकों, रचनाकारों और समुदायों को एक साथ लाकर, आईएफएफआई सिनेमा की सीमाओं, भाषाओं और कल्पनाओं के पार लोगों को जोड़ने की अमिट शक्ति का प्रमाण बना हुआ है। गोवा एक और यादगार आयोजन की तैयारी कर रहा है, और यह महोत्सव आशावाद, रचनात्मकता और आने वाली कहानियों में अटूट विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
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