रेल मंत्रालय
माननीय प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर ब्रह्मपुर (ओडिशा) और उधना (गुजरात) के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस का किया शुभारंभ
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सूरत में बुलेट ट्रेन स्टेशन के निर्माण कार्य की समीक्षा की
Posted On:
27 SEP 2025 6:03PM by PIB Delhi
भारत के हीरा और कपड़ा केंद्र के रूप में विख्यात सूरत में यात्री और माल ढुलाई में तेजी से वृद्धि हो रही है। गुजरात की भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिएभारतीय रेलवे व्यापक कदम उठा रहा है। इनमें सूरत एवं उधना में रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास और नई यात्री व मालगाड़ियां शुरू करना शामिल है।

ओडिशा और गुजरात के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस
आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रह्मपुर (ओडिशा) और उधना (गुजरात) के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह एक नई पीढ़ी की ट्रेन है, जिसे किफायती, सुरक्षित और लंबी दूरी की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है।
अमृत भारत एक्सप्रेस की विशेषताएं:
- बेहतर डिज़ाइन के साथ आधुनिक एर्गोनॉमिक सीटिंग
- निर्बाध आवागमन के लिए पूरी तरह से कनेक्टेड कोच
- बेहतर सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने वाला ट्विन-इंजन कॉन्फ़िगरेशन
जिस तरह वंदे भारत एक्सप्रेस ने मध्यम वर्ग के लिए यात्रा की नई परिभाषा गढ़ी है, उसी तरह अमृत भारत एक्सप्रेस भी किफायती किराए पर ऐसी ही सुविधाएं प्रदान करेगी। आज शुरू की गई इस रेल सेवा का किराया 495रुपए (सामान्य श्रेणी) और 795रुपए (गैर-वातानुकूलित शयनयान श्रेणी) प्रति यात्रा होगा।
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यह ट्रेन 5 राज्यों (गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा) के 22 जिलों में 1700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। इस नई कनेक्टिविटी से युवाओं सहित उद्यमियों एवं व्यवसायियों को कपड़ा, हीरा व संबंधित क्षेत्रों में और अधिक अवसर मिलेंगे। इस ट्रेन से मां तारातारिणी शक्तिपीठ जाने वाले तीर्थयात्रियों को भी लाभ होगा।
गुजरात में स्टेशन पुनर्विकास कार्य
गुजरात के स्टेशनों का विकास अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए मास्टर डेवलपमेंट प्लान के तहत किया जा रहा है। भारतीय रेलवे उधना, सूरत, बिलिमोरा, सचिन आदि रेलवे स्टेशनों का व्यापक पुनर्विकास कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज उधना स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि स्टेशन को आधुनिक तर्ज पर डिज़ाइन किया जा रहा है।
प्लेटफ़ॉर्म और पिट लाइनों की क्षमता बढ़ाने पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है।इससे पहले, केंद्रीय मंत्री ने निर्माण कार्य की समीक्षा के लिए सूरत हाई स्पीड रेल स्टेशन का भी दौरा किया। सूरत-बिलिमोरा के बीच काम तेजी से चल रहा है।
स्टेशन का सिविल वर्क पूरा हो चुका है और फ़िनिशिंग व यूटिलिटी वर्क अभी चल रहा है। आज के निरीक्षण के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस परियोजना में आधुनिक और नवीन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पटरियों पर काम उल्लेखनीय गति से चल रहा है। सूरत स्टेशन पर पहला टर्नआउट सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया है। टर्नआउट रेलवे ट्रैक का महत्वपूर्ण जंक्शन होता है। यह सुविधा हाई-स्पीड ट्रेनों के संचालन में सुगमता लाएगी।
उन्होंने बताया कि पटरियों में रोलर बेयरिंग भी लगे हैं, जिससे बुलेट ट्रेन अधिक सुरक्षित और सुगमता से तेज़ गति सेचल सकेगी। इसके अतिरिक्त, पटरियों पर स्लीपर कंक्रीट की बजाय मिश्रित सामग्री से बनाए गए हैं। इससे उच्च स्थायित्व, कम रखरखाव और तेज़ गति पर बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित होगा।यात्री सुविधा को और बेहतर बनाने एवं वातावरण में शोर को कम करने के लिए डैम्पर्स के रूप में एक कंपन अवशोषण तंत्र शुरू किया गया है। ये डैम्पर्स शोर और झटके को अवशोषित करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस परियोजना से हम सूरत से मुंबई एक घंटे में पहुंच सकेंगे।स्टेशन पुनर्विकास और ट्रैक बिछाने का काम लगातार जारी है। हाई-स्पीड रेल परियोजना अंततः कनेक्टिविटी में बदलाव लाएगी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। अहमदाबाद और मुंबई का पूरा खंड एक आर्थिक गलियारा बन जाएगा। यह परियोजना रेलवे प्रौद्योगिकी और यात्री अनुभव में भी नए मानक स्थापित करेगी।
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डीटी/एनएस/एमएस
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