आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

स्वच्छ शहर जोड़ी


आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने व्यापक शहरी अपशिष्ट प्रबंधन परामर्श पहल शुरू की

लगभग 300 शहरों ने ज्ञान के हस्तांतरण, अनुभव को साझा करने, सहकर्मी द्वारा शिक्षण  और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों के अनुकरण हेतु एक साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए

Posted On: 27 SEP 2025 1:45PM by PIB Delhi

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने स्वच्छ शहर जोड़ी (एसएसजे) पहल शुरू की है। यह पहल 72 संरक्षक शहरों और लगभग 200 प्रशिक्षु शहरों को शामिल करने वाली एक व्यवस्थित परामर्श एवं सहयोगात्मक कार्रवाई कार्यक्रम है। स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में शहरों के हालिया प्रदर्शन के आधार पर, शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों की पहचान संरक्षक शहरों के रूप में की गई है और उन्हें कम प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु शहरों के साथ जोड़ा गया है। स्वच्छ भारत मिशन - शहरी (एसबीएम-यू) के तहत कार्यान्वित, एसएसजे पहल की शुरुआत केन्द्रीय  आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने आवासन और शहरी कार्य राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, विभिन्न राज्यों के शहरी विकास मंत्री, महापौर, आयुक्त, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री एस. कटिकिथला की उपस्थिति में की। सोनीपत में एक राष्ट्रीय कार्यक्रम में संरक्षक और प्रशिक्षु शहरों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

एसएसजे पहल शहरी अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे बड़े समयबद्ध और व्यवस्थित परामर्श  ढांचे में से एक है। इसका उद्देश्य ज्ञान एवं अनुभवों को साझा करना, सहकर्मी द्वारा शिक्षण और शहरी भारत में स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को बदलना है।

शहरी स्वच्छता से संबंधित दुनिया के सबसे बड़े सर्वेक्षण, ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ के विभिन्न संस्करणों में कई शहरों ने नेतृत्व और संचालन संबंधी चुनौतियों के बावजूद लगातार असाधारण कामकाज, नागरिकों की उच्च सहभागिता और सुदृढ़ शासन का प्रदर्शन किया है। इसने इन सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को अन्य शहरों में भी लागू करने और उनका अनुकरण करने के संबंध में निरंतर चर्चाओं को प्रेरित किया है। इसी के अनुरूप, इस वर्ष के स्वच्छ सर्वेक्षण (एसएस) में सुपर स्वच्छ लीग की शुरुआत की गई। सुपर स्वच्छ लीग 2022, 2023 और 2024 में प्रथम, द्वितीय या तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले शहरों को पांच विभिन्न जनसंख्या श्रेणियों में शीर्ष प्रदर्शनकर्ताओं के रूप में इस लीग में शामिल किया गया। इसका उद्देश्य शीर्ष प्रदर्शन करने वाले शहरों को उच्च आकांक्षात्मक मानकों के लिए प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित करना था, साथ ही अन्य शहरों को भी बेहतर करने और शीर्ष रैंक हासिल करने के लिए प्रेरित करना था।

संरक्षक शहर, शीर्ष प्रदर्शन करने वाले वैसे शहर हैं जो सुपर स्वच्छ लीग का हिस्सा हैं, शीर्ष तीन शहर जो एसएस 2024 में विभिन्न जनसंख्या श्रेणियों में शामिल हैं और एसएस 2024 के हिस्से के रूप में विभिन्न राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों में उभरे होनहार स्वच्छ शहर हैं। प्रशिक्षु  शहरों को उनके साथ युग्मित संरक्षक शहरो से उनकी भौगोलिक निकटता पर विचार करते हुए उनके राज्य की नवीनतम एसएस संचयी रैंकिंग में सबसे निचले रैंक से चुना गया था।

सोनीपत में स्वच्छ शहर जोड़ी पहल के शुभारंभ समारोह में बोलते हुए, केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने अंत्योदय की भावना पर जोर दियाजिसमें कोई भी शहर पीछे न छूटे और हर शहर इस मिशन के सामूहिक ज्ञान भंडार से लाभान्वित हो। उन्होंने कहा, “स्वच्छ भारत मिशन की भावना हमेशा सभी हितधारकों की क्षमता और योग्यता के निर्माण पर केन्द्रित रही है - यह एक समावेशी मिशन है, जहां हम सब मिलकर साथ चलेंगे। स्वच्छ भारत अभियान केवल एक औपचारिक साझेदारी नहीं है, बल्कि यह एक समयबद्ध और परिणाम-उन्मुख पहल है। यह शहरी अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे बड़ी तथा व्यवस्थित एवं समयबद्ध परामर्श व्यवस्थाओं में से एक है।"

सत्र में वर्चुअल रूप से शामिल होते हुए, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्री एस. कटिकिथला ने कहा, “एसएसजे ज्ञान-साझाकरण, परामर्श और मार्गदर्शन का एक गतिशील मंच है। इसका उद्देश्य स्पष्ट है कि प्रत्येक प्रशिक्षु शहर सर्वश्रेष्ठ शहरों से सीखकर अपने स्वच्छता संबंधी परिणामों को बेहतर करे।”

26 अगस्त, 2025 को, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने एसएसजे पहल से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए। इसके तहत आधिकारिक तौर पर संरक्षक और प्रशिक्षु शहरों की जोड़ी बनाई गई। प्रशिक्षु शहरों को अच्छा प्रदर्शन करने वाले शहरों के साथ सीधा संपर्क मिलेगा  ताकि वे उनकी सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को अपना सकें। शहरी परिवर्तन को गति देने में शहर-दर-शहर परामर्श के प्रभाव को प्रदर्शित करने के लिए मंत्रालय ने 100-दिवसीय कार्यक्रम शुरू किया है। इस अवधि के दौरान, प्रत्येक संरक्षक-प्रशिक्षु शहर की जोड़ी अनुभव साझा करने और ज्ञान हस्तांतरण पर केन्द्रित और स्पष्ट रूप से परिभाषित लक्ष्यों के साथ कार्य योजनाएं  विकसित करेगी।

आवास और शहरी कार्य मंत्रालय विभिन्न राज्यों में स्वच्छ शहर जोड़ी के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने हेतु रणनीतिक दिशा और नीतिगत-स्तर की सहायता प्रदान करेगा। स्वच्छ भारत मिशन की क्षमता निर्माण पहल के तहत इसे सहायता प्रदान की जा रही है।

सभी भागीदार शहरों और उनके राजनीतिक कार्यकारी प्रमुखों की उपस्थिति में देश भर में एक साथ लगभग 300 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए और इस प्रकार ज्ञान-साझाकरण, मार्गदर्शन और सहायता के लिए एक गतिशील मंच बनाने के 100-दिवसीय चरण की शुरुआत हुई, जिसका मूल्यांकन स्वच्छ सर्वेक्षण 2026 में किया जाएगा।

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पीके/केसी/आर


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