नागरिक उड्डयन मंत्रालय
नागर विमानन महानिदेशालय ने मॉनसून अंतराल के बाद चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं को मंजूरी दी
सुरक्षित और निर्बाध परिचालन सुनिश्चित करने के लिए उन्नत सुरक्षा उपायों के साथ हेलीकॉप्टर सेवाएं फिर शुरु होंगी
नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीसीए, एएआई और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए कई बैठकें कीं
Posted On:
18 SEP 2025 5:50PM by PIB Delhi
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मॉनसून अंतराल के बाद 15/16 सितंबर 2025 से चारधाम यात्रा 2025 के लिए हेलीकॉप्टर परिचालन फिर से आरंभ करने की स्वीकृति दे दी है।
नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू के नेतृत्व में गहन समीक्षा के बाद चारधाम यात्रा और अधिक सुरक्षित बनाने हेतु महत्वपूर्ण पहल की गई है। सुरक्षा में कोई चूक बिल्कुल बर्दाश्त न करने के स्पष्ट आदेश के साथ, डीजीसीए को सख्त कदम उठाने और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
श्री राममोहन नायडू ने डीजीसीए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, राज्य सरकार और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ देहरादून और दिल्ली में कई समीक्षा बैठकें कीं।
नागर विमानन मंत्री के निर्देशों के अनुसार, डीजीसीए ने 13 से 16 सितंबर 2025 तक अपनी टीम द्वारा सभी हेलीपैड, हेलीकॉप्टरों, संचालकों की तैयारियों और सहायता सुविधाओं का व्यापक निरीक्षण/आकलन किया। इसके बाद उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण और हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों को संचालन फिर से आरंभ करने की स्वीकृति दी गई।
इसके अलावा, नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा सभी हेलीकॉप्टर संचालक कंपनियों और पायलटों को चुनौतियों तथा तीर्थयात्रा संचालन से संबंधित परिपत्र में अपनाए गए अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई।
हेलीकॉप्टर द्वारा चारधाम की यात्रा के दो घटक हैं: पहला देहरादून (सहस्त्रधारा) से यमुनोत्री/गंगोत्री/केदारनाथ/बद्रीनाथ तक चार्टर सेवाएं और दूसरा गुप्तकाशी/फाटा/सीतापुर क्लस्टर से श्री केदारनाथ जी हेलीपैड तक शटल सेवाएं। कुल छह हेलीकॉप्टर संचालक गुप्तकाशी/फाटा/सीतापुर क्लस्टर से हेलिकॉप्टर शटल संचालन करेंगे और सात ऑपरेटर/संघ देहरादून (सहस्त्रधारा) से चार्टर उड़ान संचालित करेंगे।
उत्तराखंड के अति-ऊंचाई और दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित तीर्थस्थलों तक श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम बनाने में हेलीकॉप्टर सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका मानते हुए, डीजीसीए ने सुरक्षित और निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाए हैं। डीजीसीए चारधाम यात्रा हेलीकॉप्टर संचालन पर कड़ी और निरंतर निगरानी रखेगा। मई-जून 2025 में चारधाम सेक्टर में कई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के बाद, विभिन्न उच्चाधिकार प्राप्त समितियों ने सुरक्षित हेलीकॉप्टर संचालन में सुरक्षा उपायों की सिफ़ारिश की थी, जिनमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण - एएआई द्वारा हवाई यातायात नियंत्रकों, भारतीय मौसम विभाग द्वारा मौसम विज्ञान अधिकारियों और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए) द्वारा नियंत्रण कक्षों में योग्य कर्मियों की तैनाती शामिल है।
डीजीसीए द्वारा कार्यान्वित प्रमुख सुरक्षा पहल :
पायलट क्षमता और प्रशिक्षण गहन बनाया गया
- चारधाम सेक्टर पर उड़ान भरने वाले सभी पायलटों के लिए अनिवार्य मार्ग जांच और आवर्ती प्रशिक्षण।
- अति ऊंचाई पर संचालन, खराब मौसम से निपटने और चालक दल के संसाधन प्रबंधन पर विशेष जोर।
- इस क्षेत्र में उड़ान अनुभव वाले योग्य पायलटों की ही तैनाती।
उन्नत उड़ान योग्यता निरीक्षण
- यात्रा में इस्तेमाल होने वाले सभी हेलीकॉप्टरों का सघन उड़ान योग्यता निरीक्षण।
- परिचालन सत्र के दौरान जांच की बारंबरता बढ़ाने के साथ हेलिकॉप्टर निर्माणकर्ता कंपनी द्वारा अनुशंसित रखरखाव का सख्ती से पालन।
परिचालन सुरक्षा उपाय
- चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षित उड़ान और लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए वजन और संतुलन का सख्त पालन।
- स्थितिजन्य जानकारी के लिए आधुनिक नेविगेशन और संचार सहायता का अनिवार्य उपयोग।
- समर्पित सूचना प्रणाली द्वारा पायलटों के लिए वास्तविक समय अपडेट के साथ उन्नत मौसम निगरानी।
- हवाई यातायात सेवाओं की सलाहकार क्षमता
यात्री सुरक्षा एवं जागरूकता
- हेलिकॉप्टर में सवार होने से पहले सभी यात्रियों को सुरक्षा संबंधी जानकारी दी जाएगी, जिसमें सीट बेल्ट का उपयोग, सुरक्षित रूप से चढ़ने/उतरने की जानकारी तथा आपातकालीन स्थिति में उठाए जाने वाले उपायों की जानकारी शामिल होंगी।
- यात्रियों की आवाजाही में सहायता और उन्हें नियंत्रित करने के लिए हेलीपैड पर अतिरिक्त ग्राउंड सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती।
सुदृढ़ नियामक निगरानी
- डीजीसीए की उड़ान परिचालन और उड़ान योग्यता टीमें जमीनी निगरानी के लिए महत्वपूर्ण हेलीपैडों पर तैनात की जाएंगी।
- सुरक्षा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आकस्मिक जांच और आकलन किए जाएंगे।
डीजीसीए उच्चतम स्तर की विमानन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसने फिर दोहराया है कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा सर्वोपरि है। चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा फिर से आरंभ होने से श्रद्धालुओं को इन पवित्र तीर्थस्थलों तक परिवहन का एक सुरक्षित, कुशल और भरोसेमंद साधन उपलब्ध होने की उम्मीद है।
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(Release ID: 2168237)