वस्त्र मंत्रालय
संसद प्रश्न: विश्व बाजार में भारतीय वस्त्रों को लोकप्रिय बनाने को सरकार कर रही उपाय
प्रविष्टि तिथि:
01 APR 2025 10:09AM by PIB Delhi
वैश्विक बाजार में भारतीय वस्त्रों को लोकप्रिय बनाने और भारतीय वस्त्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार विभिन्न योजनाएं/पहल लागू कर रही है । प्रमुख योजनाओं/पहलों में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क स्कीम शामिल है। जिसका उद्देश्य एक आधुनिक, एकीकृत, विश्वस्तरीय टेक्सटाइल बुनियादी ढांचा तैयार करना है। बड़े पैमाने पर विनिर्माण को बढ़ावा देने और उसकी लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए मानव निर्मित फाइबर लोकप्रियता (एमएमएफ) फैब्रिक, एमएमएफ अपैरल और तकनीकी वस्त्रों पर ध्यान केंद्रित करने वाली उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना लागू की गई है। इसके अलावा अनुसंधान, नवाचार और विकास, संवर्धन और बाजार विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाला राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन; मांग आधारित, प्लेसमेंट उन्मुख, कौशल कार्यक्रम प्रदान करने के उद्देश्य से वस्त्र क्षेत्र में क्षमता निर्माण इन योजनाओं के अंतर्गत विपणन, कौशल विकास, क्लस्टर विकास, कारीगरों को प्रत्यक्ष लाभ, बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी सहायता आदि के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
सरकार कपास किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रदान करती है और उचित औसत गुणवत्ता (एफएक्यू) कपास की कीमतें एमएसपी से नीचे गिरने की किसी भी स्थिति में उन्हें संकटपूर्ण बिक्री से बचाती है। कपास सीजन 2023-24 के दौरान भी भारतीय कपास निगम (सीसीआई) ने कपास किसानों को मदद मिला और एमएसपी संचालन के तहत 11,712 करोड़ रुपये मूल्य की 32.84 लाख गांठें खरीदीं, जिससे सभी कपास उत्पादक राज्यों में लगभग 7.25 लाख कपास किसान लाभान्वित हुए। चालू कपास सीजन 2024-25 के दौरान सीसीआई ने 260.11 लाख गांठों की कुल आवक में से 25 मार्च 2025 तक कुल 99.41 लाख गांठें खरीदी हैं।
इसके अलावा भारतीय वस्त्र की विश्व बाजार में ब्रांडिंग के लिए सरकार ने प्रीमियम गुणवत्ता वाले भारतीय कपास को एक विशिष्ट पहचान देने के लिए कस्तूरी कॉटन इंडिया के ब्रांड को ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत किया है।
फरवरी, 2025 में टेक्सटाइल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईपीसी) द्वारा एक सफल वैश्विक मेगा टेक्सटाइल इवेंट भारत टेक्स 2025 का आयोजन किया गया और जिसे भारत सरकार के टेक्सटाइल मंत्रालय द्वारा समर्थन दिया गया। और कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पादों तक की पूरी मूल्य श्रृंखला को शामिल करते हुए एक प्रमुख टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भारत की क्षमता को प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय वस्त्रों की विविधता और समृद्धि पर प्रकाश डाला गया। साथ ही उद्योग की विनिर्माण शक्ति, वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता के साथ-साथ स्थिरता और परिपत्रता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया गया।
वस्त्र राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा ने मंगलवार को राज्य सभा में यह जानकारी दी।
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एमजी/केसी/पीसी/ओपी
(रिलीज़ आईडी: 2117203)
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