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वैश्विक रूप अख्तियार कर चुकी है भारत की गेमिंग क्रांति: वेव्स समिट में भाग लेंगे भारत टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम सीजन 3 के निर्णायक दौर में पहुंचे 20 प्रतिभागी


1-4 मई, 2025 के दौरान दुनिया भर के निवेशकों, प्रकाशकों और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के समक्ष अभूतपूर्व गेम्स और स्वदेशी गेमिंग आईपी का प्रदर्शन

Posted On: 27 FEB 2025 6:19PM by PIB Delhi

भारत टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम (बीटीटीपी) के तीसरे सीजन के बुधवार (26 फरवरी, 2025) को आयोजित ग्रैंड फिनाले के अंत में बीस विजेता गेम डेवलपर्स की घोषणा की गई। ये विजेता अब जीडीसी 2025 (17-21 मार्च, सैन फ्रांसिस्को), स्टार्ट-अप महाकुंभ (3-5 अप्रैल, भारत) और वर्ल्‍ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) (1-4 मई, भारत) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और दुनिया भर के निवेशकों, प्रकाशकों और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के समक्ष अपने अभूतपूर्व गेम्‍स और स्वदेशी गेमिंग आईपी का प्रदर्शन करेंगे।

बीटीटीपी का आयोजन भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सहयोग से भारत की गेम डेवलपमेंट प्रतिभाओं को प्रोत्‍साहन देने के लिए किया जाता है। यह इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल (आईईआईसी) और विंजो गेम्स की एक प्रमुख पहल है।

टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम का तीसरा संस्करण: वैश्विक और राष्ट्रीय मान्यता का प्रवेश द्वार

बीटीटीपी अपने तीन संस्करणों में भारत के 1500 से अधिक सर्वश्रेष्ठ गेम डेवलपर्स और छात्रों की भागीदारी का साक्षी बना है, जो इसे वर्ल्ड टेक्नोलॉजी और आईपी में मेड इन इंडिया के लिए नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने का निर्णायक मंच बनाता है। भागीदारी और बाजार तक पहुंच तथा निर्यात की संभावनाओं का पता लगाने के मामले में यह अब तक का सबसे व्यापक संस्‍करण है। अभूतपूर्व अखिल भारतीय पहुंच के साथ, बीटीटीपी के सीजन 3 में 1000 से अधिक गेमिंग स्टूडियो, इंडी डेवलपर्स, शीर्ष आईआईटी और आईआईएम के छात्र तथा पीसी, मोबाइल, कंसोल और इमर्सिव प्लेटफ़ॉर्म पर तकनीकी स्टार्टअप से विविधापूर्ण भागीदारी रही। अधिक जानकारी के लिए, www.thetechtriumph.com पर विजिट करें।

सीजन 3 के लिए विजयी खेलों का मूल्यांकन भारत के शीर्ष निवेशकों और व्यापारियों के दिग्गजों की एक जूरी द्वारा किया गया, जिसमें डॉ. मुकेश अघी (सीईओ और प्रेसिडेंट, यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम), पद्म श्री प्रशांत प्रकाश (संस्थापक भागीदार, एक्सेल पार्टनर्स), और अर्चना जहागीरदार (संस्थापक और प्रबंध भागीदार, रुकम कैपिटल), श्री संजीव, संयुक्त सचिव, डीपीआईआईटी, और श्री राजेश राजू, प्रबंध निदेशक, कलारी कैपिटल शामिल थे। टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम (भारत संस्करण) सीजन 3 के विजेताओं की सूची यहां देखें।

भारत का गेमिंग क्षेत्र नवाचार, विकास और प्रौद्योगिकी तथा आईपी के निर्यात के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है।

बीटीटीपी की उपस्थिति ऐसे महत्वपूर्ण मोड़ पर बढ़ रही है, जब भारतीय गेमिंग उद्योग तीव्र विकास का साक्षी बन रहा है। यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय गेमिंग की मौजूदा संभावनाएं ~ 4 बिलियन डॉलर हैं और 2034 तक यह 60 बिलियन डॉलर के बाजार को पार करने को तत्‍पर हैं। बीटीटीपी इस अवसर की सीधी प्रतिक्रिया है, जिसे भारत को इंटरैक्टिव मनोरंजन, गेमिंग तकनीक और स्वदेशी आईपी निर्माण में वैश्विक स्‍तर पर अग्रणी के रूप में स्थापित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के "दुनिया के लिए भारत में निर्माण" के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो भारतीय क्रिएटर्स से गेमिंग, एवीजीसी (एनीमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) और डिजिटल स्टोरीटेलिंग में अवसरों का उपयोग करने के उनके आह्वान को पुष्ट करती है। बीटीटीपी जैसे कार्यक्रम संबंधी हस्तक्षेप प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण, आकांक्षाओं और भारतीय गेम डेवलपर्स की प्रतिभा तथा 60 बिलियन डॉलर का वैश्विक गेमिंग बाजार बनने की क्षमता का उदाहरण है। यह इस क्षेत्र की सामूहिक आकांक्षाओं का समावेश है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री सी सेंथिल राजन ने कहा, "भारत का एवीजीसी –एक्‍सआर क्षेत्र, जो वर्तमान में लगभग 2.6 लाख पेशेवरों को रोजगार देता है, 2032 तक 23 लाख कर्मचारियों के अनुमान के साथ बड़े पैमाने पर विस्तार करने के लिए तैयार है। भारतीय गेमिंग पेशेवर पहले से ही कुछ सफलतम वैश्विक खिताबों में योगदान दे रहे हैं, जिससे रचनात्मकता और तकनीकी नवाचार के केंद्र के रूप में भारत की प्रतिष्ठा मजबूत हो रही है"। उन्होंने बताया कि भारत के एवीजीसी क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) ने आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता को पहचाना है तथा वेव्स और एवीजीसी–एक्‍सआर के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र जैसी रणनीतिक पहल शुरू की है, जिनका उद्देश्य भारत को ग्‍लोबल एवीजीसी पावरहाउस के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि क्रिएट इन इंडिया चैलेंज और टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से वेव्स, उद्योग और शिक्षाविदों के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है, मौलिक कॉन्‍टेंट के सृजन को प्रोत्साहित करता है और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को सुगम बनाता है।

वेव्स 2025 के बारे में:

भारत सरकार द्वारा मुंबई, महाराष्ट्र में 1 से 4 मई, 2025 को मीडिया और मनोरंजन (एमएंडई) क्षेत्र का महत्‍वपूर्ण आयोजन, पहला वर्ल्‍ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) आयोजित किया जाएगा।

चाहे आप उद्योग के पेशेवर हों, निवेशक हों, निर्माता हों या नवोन्मेषक हों, यह शिखर सम्मेलन आपको एमएंडई परिदृश्य से जुड़ने, सहयोग करने, नवाचार करने और योगदान देने का सर्वश्रेष्‍ठ वैश्विक मंच प्रदान करता है।

वेव्स कॉन्‍टेंट सृजन, बौद्धिक संपदा और तकनीकी नवाचार के केंद्र के रूप में भारत की स्थिति का विस्‍तार करते हुए इसकी रचनात्मक शक्ति को बढ़ाने के लिए तैयार है। इसके फोकस में आने वाले उद्योगों और क्षेत्रों में : प्रसारण, प्रिंट मीडिया, टेलीविजन, रेडियो, फिल्म, एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, ध्वनि और संगीत, विज्ञापन, डिजिटल मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, जेनरेटिव एआई, संवर्धित वास्तविकता (एआर), आभासी वास्तविकता (वीआर), और विस्तारित वास्तविकता (एक्सआर) शामिल हैं ।

क्या आपके पास कोई प्रश्‍न है? उत्‍तर यहां पाइए।

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