पर्यटन मंत्रालय
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पर्यटन मंत्रालय ने 23 राज्यों में कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कुल 3295.76 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी

Posted On: 04 DEC 2024 6:50PM by PIB Delhi

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन देते हुए देश भर के 23 राज्यों में कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 3295.76 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। इस पहल का उद्देश्य उच्च ट्रैफिक वाली जगहों पर दबाव कम करना और देश भर में पर्यटकों के अधिक संतुलित वितरण को बढ़ावा देना है। कम-जानकारी वाले स्थलों पर ध्यान केंद्रित करके, मंत्रालय समग्र पर्यटन अनुभव को बढ़ाने, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और नई परियोजनाओं के चयन के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र में सतत विकास सुनिश्चित करने की उम्मीद करता है।

परियोजना में सरकारी निवेश उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करेगा और रोजगार पैदा करेगा। गंतव्यों पर निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता और पूंजी का लाभ उठाकर, राज्य सार्वजनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बना सकते हैं, स्थानीय सुविधाओं में सुधार कर सकते हैं और अधिक पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे वे अंततः क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। मंत्रालय समुदाय-आधारित पर्यटन पर भी जोर दे रहा है जो स्थानीय आबादी को सशक्त बनाता है और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखता है। पर्यटन योजना में संपोषित प्रथाओं को एकीकृत करके, राज्य सरकारें सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधनों की सुरक्षा करते हुए दीर्घकालिक विकास सुनिश्चित करने में सक्षम होंगी। पर्यटन मंत्रालय राज्य सरकारों को अपनी पर्यटन परियोजनाओं में उन्नत प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहा है। प्रौद्योगिकी को अपनाकर, राज्य कार्यान्वयन को सुव्यवस्थित कर सकते हैं, पर्यटक प्रवाह को अनुकूलित कर सकते हैं और क्षेत्र में विकास के लिए टिकाऊ, नवीन समाधान प्रदान कर सकते हैं।

पृष्ठभूमि

वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग की पूंजी निवेश के लिए राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों को विशेष सहायता (एसएएससीआई) योजना के अंतर्गत, पर्यटन मंत्रालय की ओर से वैश्विक पैमाने पर प्रतिष्ठित पर्यटक केंद्रों के विकास के लिए परिचालन दिशानिर्देश जारी किए गए थे। इस योजना का उद्देश्य देश में प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों को व्यापक रूप से विकसित करने, वैश्विक स्तर पर उनकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग करने के लिए राज्यों को 50 वर्षों की अवधि के लिए दीर्घकालिक ब्याज मुक्त कर्ज प्रदान करना है। परियोजनाओं के रूप में पूंजी निवेश को बढ़ावा देकर, यह योजना स्थायी पर्यटन परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास और रोजगार के अवसरों के सृजन की परिकल्पना करती है। राज्यों को परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 2 साल की समयसीमा दी गई है। पर्यटन मंत्रालय ने दिशानिर्देशों के अनुरूप और प्रक्रिया/ मानदंड के अनुसार, 23 राज्यों में 3295.76 करोड़  रुपये की 40 परियोजनाओं को शॉर्टलिस्ट किया गया, जिन्हें व्यय विभाग की ओर से स्वीकृत किया गया है।

 

स्वीकृत परियोजनाओं की सूची

23 राज्यों में 40 परियोजनाएं

कुल लागत = 3,295.76 करोड़ रुपये

 

क्रम संख्या

प्रदेश

परियोजना का नाम

लागत (करोड़ रुपये में)

 
 

1

आंध्र प्रदेश

1. गांदीकोटा - किले और घाटी के अनुभव को बेहतर बनाना

77.91

 

 

2. अखंडा गोदावरी: (हैवलॉक ब्रिज और पुष्कर घाट), राजमहेंद्रवरम

94.44

 

2

अरुणाचल प्रदेश

3. सियांग एडवेंचर एंड इको-रिट्रीट, पासीघाट

46.48

 

3

असम

4. असम राज्य चिड़ियाघर सह बॉटनिकल गार्डन, गुवाहाटी

97.12

 

 

5. शिवसागर में रंग घर का सौंदर्यीकरण

94.76

 

4

बिहार

6. मत्स्यगंधा झील, सहरसा का विकास

97.61

 

 

7. करमचट इको-टूरिज्म और एडवेंचर हब

49.51

 

5

छत्तीसगढ़

8. चित्रोत्पला फिल्म सिटी का विकास

95.79

 

 

9. जनजातीय एवं सांस्कृतिक कन्वेंशन सेंटर का विकास

51.87

 

6

गोवा

10. छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय, पोंडा

97.46

 

 

11. प्रस्तावित टाउनस्क्वेयर, पोवोरिम

90.74

 

7

गुजरात

12. केरली (मोकरसागर), पोरबंदर में इकोटूरिज्म स्थान

99.5

 

 

13. टेंटेड सिटी और कन्वेंशन सेंटर, धोरडो

51.56

 

8

झारखंड

14. कोडरमा के तिलैया का इको-पर्यटन विकास

34.87

 

9

कर्नाटक

15. बेंगलुरु के टाटागुनि में रोएरिच और देविका रानी एस्टेट के इकोटूरिज्म और सांस्कृतिक केंद्र

99.17

 

 

16. बेलगावी के सवदत्ती यल्लम्मागुड्डा का विकास

100

 

10

केरल

17. अष्टमुदी जैव विविधता और पर्यावरण-मनोरंजक केंद्र, कोल्लम

59.71

 

 

18. सर्गालय: मालाबार के सांस्कृतिक घड़िया का वैश्विक प्रवेश द्वार

95.34

 

11

मध्य प्रदेश

19. ओरछा एक मध्यकालीन भव्यता

99.92

 

 

20. भोपाल में एमआईसीई के लिए अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर

99.38

 

12

महाराष्ट्र

21. पूर्व-आईएनएस गुलदार अंडरवाटर संग्रहालय, कृत्रिम चट्टान और पनडुब्बी पर्यटन, सिंधुदुर्ग

46.91

 

 

22. नासिक में "राम-काल पथ" का विकास

99.14

 

12

मणिपुर

23. लोकतक झील अनुभव

89.48

 

14

मेघालय

24. शिलांग के मावखानू में एमआईसीई इंफ्रास्ट्रक्चर

99.27

 

 

25. शिलांग की उमियम झील का पुनर्विकास

99.27

 

15

ओडिशा

26. हीराकुंड का विकास

99.9

 

 

27. सतकोसिया का विकास

99.99

 

16

पंजाब

28. एसबीएस नगर के हेरिटेज स्ट्रीट का विकास

53.45

 

17

राजस्थान

29. जयपुर में अंबर-नाहरगढ़ और आसपास के क्षेत्र में विकास

49.31

 

 

30. जयपुर के जल महल में विकास

96.61

 

18

सिक्किम

31. स्काईवॉक, भालेढुंगा, यांगांग, नामची

97.37

 

 

32. सीमा अनुभव, नाथूला

68.19

 

19

तमिलनाडु

33. मामल्लापुरम में नंदवनम हेरिटेज पार्क

99.67

 

 

34. ऊटी के देवला में फूलों का बगीचा

70.23

 

20

तेलंगाना

35. रामप्पा क्षेत्र सतत पर्यटन सर्किट

73.74

 

 

36. सोमसिल्ला कल्याण और आध्यात्मिक रिट्रीट नल्लामाला

68.1

 

21

त्रिपुरा

37. 51 शक्ति पीठ पार्क, बंडुआर, गोमती

97.7

 

22

उत्तर प्रदेश

38. आगरा जिले के बटेश्वर का विकास

74.05

 

 

39. एकीकृत बौद्ध पर्यटन विकास, श्रावस्ती

80.24

 

23

उत्तराखंड

40. प्रतिष्ठित शहर ऋषिकेश: राफ्टिंग बेस स्टेशन

100

 

कुल

₹ 3,295.76 करोड़

 

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एमजी/केसी/एमएम


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