सूचना और प्रसारण मंत्रालय
आजकल ‘पुरुषों की नजर’ बदल रही है और ‘परिपूर्ण’ लड़की या महिला की मांग कम हो गई है: कृति सेनन
“ओटीटी प्लेटफॉर्म कई भौगोलिक क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति के माध्यम से हमें वैश्विक पहुंच प्रदान कर रहे हैं:” कृति सेनन
"मेरी दिलचस्पी अब सुपरवुमन और पूरी तरह से नकारात्मक भूमिका निभाने में है": कृति सेनन
55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कृति सेनन ने ‘सशक्तीकरण परिवर्तन: सिनेमा में अग्रणी महिलाएं’ विषय पर बातचीत की
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री कृति सेनन ने आज कहा कि जब आप फिल्म निर्माण और अभिनय के क्षेत्र में कदम रखते हैं, तो स्वभाव से ही अनिश्चित होते हैं। ऐसे में फिल्म निर्माताओं के लिए बेहतर है कि वे बैक-अप करियर विकल्प तैयार रखें।
अभिनेत्री कृति सेनन ने कहा कि उनकी फिल्म ‘मिमी’ उनके अभिनय करियर में अब तक का सबसे साहसिक विकल्प था। उन्होंने कहा कि यह जोखिम तब अच्छा लगा, जब उन्होंने इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। कृति आज गोवा में कला अकादमी में ‘सशक्तीकरण परिवर्तन: सिनेमा में अग्रणी महिलाएं’ विषय पर पैनल चर्चा में बोल रही थीं। ‘इन-कन्वर्सेशन’ सत्र का आयोजन भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2024 के दौरान किया गया था।
कृति सेनन ने बताया कि मुझे कई लोगों ने इस फिल्म (मिमी) को न चुनने की सलाह दी थी। उन्हें डर था कि इससे मुझे एक ऐसे अभिनेत्री का लेबल दिया जाएगा, जो आर्ट हाउस फिल्म को पसंद करती है और इससे मेरे पास आने वाले दूसरे प्रोजेक्ट प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि फिर भी मैंने इस फिल्म को मैंने चुना क्योंकि इसकी स्क्रिप्ट ने मेरे दिल को छू लिया। सुश्री सेनन ने कहा कि प्रोजेक्ट चुनते समय यह कारक सबसे अधिक मायने रखता है। उन्होंने भविष्य में सुपरवुमन का किरदार निभाने और कोई भी नकारात्मक भूमिका निभाने की इच्छा भी व्यक्त की।
कृति ने कहा कि वह फिल्म ‘दो पत्ती’ में अपनी भूमिका को बहुस्तरीय तथा सूक्ष्म मानती हैं और उन्होंने घरेलू हिंसा के विषय को भी कुछ ऐसा बताया, जो उनके दिल को छू जाता है। फिल्म "तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया" में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए अभिनेत्री ने यह भी बताया कि एक बिल्कुल सीधे चेहरे वाली रोबोट की भूमिका निभाना कितना मुश्किल था और उस भूमिका को कितनी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी।
हाल की फिल्मों में महिलाओं द्वारा निभाई जा रही नकारात्मक भूमिकाओं एवं किरदारों के बारे में टिप्पणी करते हुए सुश्री सेनन ने कहा कि दर्शक नकारात्मक किरदारों को पसंद करते हैं और उनसे अच्छी तरह जुड़ते हैं। उन्होंने कहा कि आजकल ‘पुरुषों की नजर’ में बदलाव आ रहा है तथा ‘परिपूर्ण’ लड़की या महिला की मांग कम हो गई है।
सुश्री कृति ने ओटीटी प्लेटफॉर्म के माध्यम से फिल्म उद्योग में प्रवेश करने वाली नई महिला लेखकों की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म सैकड़ों देशों में महिला फिल्म निर्माताओं को बेहतर मंच प्रदान कर रहे हैं।
अभिनेत्री ने अपनी बातचीत के समापन में कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ना चाहिए और स्वयं पर मेहनत करनी चाहिए; उन्हें अपना सौ प्रतिशत देना चाहिए, जिज्ञासु बने रहना चाहिए और प्रश्न पूछना चाहिए।
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एमजी/केसी/एनके
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