सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने स्वच्छता पर विशेष अभियान 4.0 को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिससे लंबित मामलों में कमी आई, सौंदर्यीकरण हुआ और स्थान का अधिकतम उपयोग हुआ


इस दौरान 78,543 किलोग्राम स्क्रैप सामग्री का निपटान किया गया और स्क्रैप सामग्री की बिक्री से 85,99,249 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ

391 जन शिकायतों और 72 अपीलों का निपटारा किया गया तथा कार्यालय में 65,561 वर्ग फुट स्थान मुक्त कराया गया

Posted On: 07 NOV 2024 6:57PM by PIB Delhi

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2024 तक विशेष अभियान 4.0 सफलतापूर्वक पूरा किया। इसका प्राथमिक उद्देश्य स्वच्छता को संस्थागत बनाना, लंबित मामलों को कम करना, सौन्दर्यीकरण को बढ़ावा देना और स्थान का अधिकतम उपयोग करना है।

यह अभियान देश के विभिन्न हिस्सों में 600 से अधिक क्षेत्रीय कार्यालयों में चलाया गया। मंत्रालय के अधिकारियों को अभियान के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों में भेजा गया था।

मंत्रालय के नोडल अधिकारी नियमित रूप से क्षेत्रीय कार्यालयों के नोडल अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और व्हाट्सएप संचार के माध्यम से अभियान की प्रगति की समीक्षा करते रहे। सचिव श्री संजय जाजू द्वारा इस अभियान की समग्र प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा की गई।

उपलब्धियों की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

  • 64,567 फिजिकल फाइलों की समीक्षा की गई, 38,774 फाइलों को हटाया गया
  • 2,136 ई-फाइलों की समीक्षा की गई, 1,331 फाइलें बंद की गईं
  • 391 जन शिकायतों और 72 अपीलों का निपटारा किया गया
  • 78,543 किलोग्राम स्क्रैप सामग्री का निपटारा किया गया, जिसकी बिक्री से 85,99,249 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ
  • 866 आउटडोर स्वच्छता अभियान चलाए गए
  • कार्यालय में 65,561 वर्ग फीट स्थान खाली कराया गया
  • 325 वाहनों की पहचान की गई, जिनमें से 30 को अनुपयोगी घोषित किया गया
  • संसद सदस्यों के 33 संदर्भ, 1 राज्य सरकार संदर्भ और 1 पीएमओ संदर्भ का निपटारा किया गया
  • परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए 2 नियमों को सरल बनाया गया

अभियान के दौरान मंत्रालय और उसके क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा कई बेहतरीन कार्यप्रणालियाँ अपनाई गईं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. डीडीके पटना ने ऊर्जा संरक्षण, अपशिष्ट को संपदा में बदलने, सौंदर्यीकरण, स्थान के अधिकतम उपयोग आदि के लिए एक व्यापक पहल की है और दूसरों के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
  2. आकाशवाणी द्वारा ट्रांसमीटर साइटों की ऊर्जा लेखापरीक्षा की समीक्षा।
  3. आकाशवाणी, दिल्ली द्वारा महिलाओं के लिए स्वच्छता वेंडिंग मशीन की स्थापना।
  4. अभियान अवधि के दौरान 325 वाहनों की पहचान की गई तथा उनमें से 30 को अनुपयोगी घोषित किया गया।
  5. सत्यम फैशन इंस्टीट्यूट, नोएडा के छात्रों और ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (बेसिल) की स्वच्छता अभियान में भागीदारी
  6. राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा पुरानी फाइलों को हटाने से पहले उनकी स्कैनिंग की जाएगी।
  7. एनएफडीसी-एनएमआईसी ने स्कूली बच्चों के साथ एक ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किया। बच्चों ने रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेकर बताया कि स्वच्छता उनके लिए क्या मायने रखती है।
  8. राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत वृक्षारोपण के माध्यम से उद्यानों का सौंदर्यीकरण
  9. 2 अक्टूबर 2024 को सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई), कोलकाता द्वारा “हमारे आसपास स्वच्छता का महत्व” पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन।
  10. एसआरएफटीआई कोलकाता के एमपीपी विभाग के पीछे वैट क्षेत्र का सौंदर्यीकरण
  11. एसआरएफटीआई, कोलकाता द्वारा आवासीय स्टाफ क्वार्टर के सामने निर्जन भूमि को उद्यान क्षेत्र में परिवर्तित करना।
  12. प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से इसका निपटान करने के लिए प्रकाशन विभाग (डीपीडी) द्वारा प्लास्टिक कैरी बैग के बजाय किताबों की पैकेजिंग के लिए पेपर कैरी बैग का उपयोग किया जा रहा है।
  13. रिकॉर्ड प्रबंधन और तत्पश्चात छंटाई के लिए डीपीडी मुख्यालय में फाइलों की त्रैमासिक समीक्षा की प्रणाली।
  14. डीपीडी में पेड़ों को बचाने के लिए एक तरफ से छपे ए4 पेपर का पुनः उपयोग किया गया।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय विशेष अभियान 4.0 के उद्देश्यों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और 31 अक्टूबर, 2024 को अभियान के समापन के बाद भी सक्रिय रूप से संलग्न रहेगा, जिसमें सामूहिक प्रयासों, स्वच्छता में सतत सुधार, स्वच्छता के संस्थागतकरण, शासन में सुधार आदि पर जोर दिया जाएगा।

विशेष अभियान 4.0 से पहले, 17 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता ही सेवा 2024 में अभियान के तीन स्तंभों, स्वच्छता में जन भागीदारी, संपूर्ण स्वच्छता के तहत लगभग 4871 कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जिसमें स्वच्छता लक्षित एकायी या सीटीयू और सफाई मित्र सुरक्षा शिविर शामिल थे। ये कार्यक्रम मंत्रालय के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों में आयोजित किए गए, जिनमें 2 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।

कुछ मुख्य अंश इस प्रकार हैं:

मंत्रालय के अधिकारियों ने विशेष अभियान 4.0 के कार्यान्वयन को देखने के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों का दौरा किया

20000 फिजिकल फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से 9100 फाइलों को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के मुख्य सचिवालय में हटा दिया गया

आईआईएमसी, नई दिल्ली ने पुरानी फाइलों को खत्म करने, रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित करने और प्रभावी दस्तावेज प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है

सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (एसआरएफटीआई), कोलकाता में ‘सांस्कृतिक पुनर्निर्माण’ मिशन के प्रोफेसरों और छात्रों को स्वच्छता विषय पर एक नुक्कड़ नाटक करने के लिए आमंत्रित किया गया था।

दूरदर्शन केंद्र, पटना द्वारा अपशिष्ट पदार्थों से सौंदर्यीकरण

कार्यालय परिसर के पीछे वैट क्षेत्र की सफाई और पेंटिंग सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट (एसआरएफटीआई), कोलकाता द्वारा की गई।

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) में स्क्रिप्ट की स्कैन की गई प्रतियां नष्ट कर दी गई हैं।

 

प्रसार भारती कार्यालयों द्वारा अनुपयोगी वाहनों की पहचान

ऑल इंडिया रेडियो, तिरुवनंतपुरम ने निगम अधिकारियों के साथ समन्वय में, 35 एकड़ के बामपल्ली ओल्ड एसडब्ल्यू परिसर में कचरे को साफ किया।

प्रसार भारती सचिवालय, नई दिल्ली में अपशिष्ट निपटान

पीआईबी इम्फाल में फाइलों की छंटाई और स्क्रैप सामग्री का निपटान

नेशनल एकेडमी ऑफ ब्रॉडकास्टिंग एंड मल्टीमीडिया (एनएएमबी),भुवनेश्वर  में अपशिष्ट पदार्थों का निपटान।

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