युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
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डॉ. मनसुख मांडविया ने पेरिस 2024 पैरालिंपिक में बेमिसाल उपलब्धियों के लिए भारत के पैरालिंपियनों की सराहना की


पेरिस में ऐतिहासिक सफलता के लिए भारत के पैरालिंपिक चैंपियनों को बधाई दी

सरकार खिलाडि़यों और प्रशिक्षकों की पूरी तरह से सहायता करेगी, यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि वे अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुंचें: केंद्रीय मंत्री

Posted On: 10 SEP 2024 6:47PM by PIB Delhi

केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे के साथ आज भारतीय पैरालंपिक दल के शेष सदस्यों के नई दिल्ली लौटने पर उन्‍हें सम्मानित किया। दोनों मंत्रियों ने पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में खिलाडि़यों की बेमिसाल उपलब्धियों का गुणगान करते हुए उनको हार्दिक बधाई दी।

डॉ. मनसुख मांडविया ने खिलाडि़यों को संबोधित करते हुए बताया कि उनकी उप‍लब्यिों से पूरे देश ने गर्व और प्रसन्‍नता महसूस की है। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि भारत सरकार खिलाडि़यों और प्रशिक्षकों की पूरी तरह से सहायता करना जारी रखेगी और यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि वे अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुंचें। उन्होंने खिलाडि़यों को भविष्य के पैरालिंपिक के लिए दृढ़ निश्‍चय की भावना और पक्‍के इरादे के साथ तैयारी करने के लिए भी प्रेरित किया।

खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा कि पेरिस पैरालिंपिक में 84 प्रतिभागियों में से 50 को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस) के माध्यम से सहायता प्रदान की गई, जबकि अन्य प्रतिभागी खेलो इंडिया कार्यक्रम, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) या अन्य सरकारी सहायता पहलों के लाभार्थी थे।

हाल के वर्षों में भारत के प्रदर्शन पर गौर करते हुए उन्होंने देश की महत्वपूर्ण प्रगति को रेखांकित दिया, जो पैरालंपिक खेलों में जीते गए पदकों की संख्या में परिलक्षित होती है। उन्होंने गर्व के साथ इस बात का उल्लेख किया कि भारत ने पेरिस 2024 पैरालिंपिक में 29 पदक हासिल किए, जबकि टोक्यो 2020 पैरालिंपिक में 19 पदक हासिल किए थे, जो महत्वपूर्ण प्रगति है।

डॉ. मांडविया ने भारत की अब तक की सबसे अधिक दोहरी पोडियम फिनिश सहित पेरिस 2024 पैरालिंपिक में हासिल कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों को भी रेखांकित किया, जिनमें पांच ऐसी फिनिश शामिल हैं। उन्होंने पैरालिंपिक के संस्करणों में निरंतर पदक जीतने वाले 11 खिलाडि़यों द्वारा लगातार दर्शाये गए उत्कृष्ट प्रदर्शन की भी सराहना की। इसके अतिरिक्त, 12 नवोदित खिलाडि़यों ने अपने पहले पैरालिंपिक पदक जीतकर प्रभावशाली छाप छोड़ी। इस आयोजन में एक विश्व रिकॉर्ड और चार पैरालिंपिक रिकॉर्ड सहित पांच नए रिकॉर्ड भी स्थापित हुए।

पैरा-खिलाडि़यों की सहायता के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए डॉ. मांडविया ने बताया कि पैरा-खिलाडि़यों और उनके निजी प्रशिक्षकों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सहायक कर्मचारियों का आवंटन मानक 30 प्रतिशत की सीमा को पार कर 100 प्रतिशत से अधिक हो गया है।

उन्होंने गर्व के साथ यह भी घोषणा की कि पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारतीय खिलाडि़यों की ऐतिहासिक भागीदारी देखी गई, जिसमें 46 खिलाडि़यों ने पहली बार भाग लिया और रिकॉर्ड संख्या में 32 भारतीय महिला खिलाडि़यों ने खेलों में भाग लिया।

आज उपस्थित 17 पदक विजेताओं में: पैरा खिलाड़ी - स्वर्ण पदक विजेता: नवदीप, धरमबीर, सुमित अंतिल, प्रवीण कुमार; रजत पदक विजेता: योगेश कथुनिया, निषाद कुमार, शरद कुमार, अजीत सिंह, सचिन खिलाड़ी; कांस्य पदक विजेता: प्रीति पाल, मरियप्पन, होकाटो सेमा, सुंदर सिंह गुर्जर और सिमरन शर्मा। पैरा-तीरंदाजी - हरविंदर सिंह (स्वर्ण) और शीतल देवी (कांस्य) और पैरा-जूडो से कपिल परमार (कांस्य) शामिल रहे।

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