सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय

केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने नई दिल्ली में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’ दिलाई


देश भर में 10,000 से अधिक स्थानों पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में 1 करोड़ से अधिक लोगों ने शपथ ली कार्यक्रम में हिस्सा लिया

नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 3.55 करोड़ से अधिक युवाओं और 2.35 करोड़ महिलाओं सहित 11.26 करोड़ से अधिक लोगों को मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया है: डॉ. वीरेंद्र कुमार

Posted On: 12 AUG 2024 5:12PM by PIB Bhopal

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने आज नई दिल्ली में मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड में नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’ दिलाई। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले और श्री बी.एल. वर्मा (वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से) उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित मॉडर्न स्कूल के लगभग 2700 छात्र, शिक्षक शारीरिक रूप से उपस्थित थे। देश भर के लगभग 10,000 स्थानों से स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, राज्य/ जिला प्रशासन आदि जैसे विभिन्न हितधारक वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम में शामिल हुए। देश भर से 1 करोड़ से अधिक लोगों ने शपथ ली और इस अवसर को एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।

 

नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) का उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालय परिसरों, स्कूलों आदि पर ध्यान केंद्रित करते हुए आम जनता तक पहुंच कायम करना और मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसका उद्देश्य नशे के आदी लोगों तक पहुंचना और उसकी पहचान करना, अस्पतालों और पुनर्वास केंद्रों में उनकी काउंसलिंग और उपचार सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही सेवा प्रदाताओं के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाना है। जैसे-जैसे भारत अपने 78वें स्वतंत्रता दिवस के करीब पहुंच रहा है, नशा मुक्त भारत अभियान 2020 अपने शुभारंभ के बाद से अपने पांचवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को मान्यता देते हुए, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने पूरे देश में सामूहिक प्रतिज्ञा/शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया।

अपने संबोधन में, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने लोगों को याद दिलाया कि यह 15 अगस्त 2020 का दिन था, जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से नशा मुक्त भारत का आह्वान किया था। उनके आह्वान पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने देश के 272 जिलों की पहचान की, जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग से सबसे अधिक प्रभावित थे, इसके बाद नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) की शुरूआत की गई। केंद्रीय मंत्री महोदय ने कहा कि अगस्त 2023 से भारत के सभी जिलों को इस अभियान में शामिल किया गया है।

मंत्री महोदय ने कहा कि आज देश में नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के अंतर्गत जमीनी स्तर पर की गई विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से 3.55 करोड़ से अधिक युवाओं और 2.35 करोड़ महिलाओं सहित 11.26 करोड़ से अधिक लोगों को मादक पदार्थों के सेवन के बारे में जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि 3.40 लाख से अधिक शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी ने यह सुनिश्चित किया है कि अभियान का संदेश देश के बच्चों और युवाओं तक पहुंचे।

नशीली दवाओं के खतरे से निपटने में समग्र रूप से समाज के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री महोदय ने इस बात पर बल दिया कि इस चुनौती के लिए समाज में सभी को एक साथ आने और इस सामाजिक समस्या से लड़ने की आवश्यकता है। इसके अलावा, मंत्री महोदय ने कहा कि युवाओं के बीच जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है और मादक पदार्थों के उपयोग की शीघ्र पहचान और रोकथाम बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी देश का भविष्य हैं और उन्हें नशे के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करना चाहिए। विद्यार्थियों से अधिक सतर्क रहने और नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ समाज में संदेश फैलाने का अनुरोध किया गया।

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए, राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले ने कहा कि सरकार नशीली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए मिशन-मोड में काम कर रही है। उन्होंने नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे इसने नशीली दवाओं को कम करने में सहायता की है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने इस पहल में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों की सराहना की।

 

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में सचिव श्री अमित यादव ने अपने मुख्य भाषण में, नशा मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मादक पदार्थों का उपयोग राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं की लत का देश पर सामाजिक और आर्थिक दोनों तरह से प्रभाव पड़ता है और सामूहिक प्रयासों से इस समस्या को समाप्त किया जा सकता है।

‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत, केंद्रीय मंत्री महोदय और राज्य मंत्री महोदय द्वारा सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सचिव, प्रधानाचार्य (मॉडर्न स्कूल), विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति में स्कूल के परिसर में पौधे भी लगाए गए। मॉडर्न स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं को अपने-अपने घरों में पौधा रोपण हेतु पौधे वितरित किये गये।

 

इस कार्यक्रम का वीडियो लिंक: https://www.youtube.com/live/JMfhB85xAbE

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