खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय
खाद्य सुरक्षा और मानक (स्कूल में बच्चों के लिए सुरक्षित भोजन और संतुलित आहार) नियमन, 2020 में ‘बच्चों को सुरक्षित भोजन और संतुलित आहार उपलब्ध कराने के लिए सामान्य दिशा-निर्देश’ और ‘खाद्य पदार्थों के चयन के लिए सामान्य दिशा-निर्देश’ भी शामिल हैं
प्रविष्टि तिथि:
01 AUG 2024 5:38PM by PIB Bhopal
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की स्थापना खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 (यानी एफएसएस अधिनियम 2006) में निहित प्रावधानों के अनुसार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन की गई थी और इसे खाद्य पदार्थों के लिए विज्ञान-आधारित मानक तय करने एवं मानव उपभोग के लिए सुरक्षित व पौष्टिक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उनके निर्माण या उत्पादन, भंडारण, वितरण, बिक्री और आयात का नियमन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, एफएसएसएआई ने युवाओं, खासकर स्कूली विद्यार्थियों के बीच स्वस्थ भोजन की आदतों को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
- खाद्य सुरक्षा एवं मानक (स्कूल में बच्चों के लिए सुरक्षित भोजन और संतुलित आहार) नियमन, 2020 की घोषणा की गई है, जिसमें स्कूल परिसर में सुरक्षित भोजन एवं संतुलित आहार सुनिश्चित करने, स्कूल परिसर में और उसके आसपास सुरक्षित भोजन व संतुलित आहार को बढ़ावा देने, स्कूल परिसर में बच्चों के समक्ष खाद्य पदार्थों के विपणन और विज्ञापन और बिक्री के साथ-साथ निगरानी और निरीक्षण के लिए स्कूल प्राधिकरण की ज़िम्मेदारियों को निर्दिष्ट किया गया है। इस नियमन में ‘बच्चों को सुरक्षित भोजन एवं संतुलित आहार उपलब्ध कराने के लिए सामान्य दिशा-निर्देश’ और ‘खाद्य पदार्थों के चयन के लिए सामान्य दिशा-निर्देश’ भी शामिल हैं।
- एफएसएसएआई ने ‘ईट राइट इंडिया पहल’ के तहत ‘ईट राइट स्कूल कार्यक्रम’ शुरू किया है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों और उनके माध्यम से समस्त समुदाय के बीच खाद्य सुरक्षा, पोषण और स्वच्छता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है। अब तक 531 ‘ईट राइट कार्यक्रम’ आयोजित किए गए हैं जिनमें स्कूली बच्चों को बड़ी संख्या में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- एफएसएसएआई द्वारा शुरू किए गए ‘ईट राइट स्कूल कार्यक्रम’ का उद्देश्य ‘ईट राइट मैट्रिक्स’ के माध्यम से स्कूलों को ‘ईट राइट स्कूल’ के रूप में प्रमाणित करना है। यह मैट्रिक्स एक निगरानी और आकलन साधन के रूप में कार्य करता है जिसे छोटी उम्र से ही बच्चों के लिए एक सुरक्षित और समग्र माहौल को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। इस मैट्रिक्स को लागू करके कार्यक्रम यह सुनिश्चित करता है कि स्कूल स्वस्थ खान-पान की आदतों और खाद्य सुरक्षा के तौर-तरीकों को बढ़ावा देने वाले मानकों का पालन करें जिससे कि विद्यार्थियों की समग्र खुशहाली में योगदान मिले।
- एफएसएसएआई ने डोमेन विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई सामग्री (यानी ईट राइट संसाधन सामग्री) का एक समृद्ध भंडार भी बनाया है जिसे विद्यार्थियों के लिए स्कूल पाठ्यक्रम के साथ-साथ शिक्षक प्रशिक्षण के लिए भी आत्मसात किया जाता है और अपनाया जाता है।
यह जानकारी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दी।
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एमजी/एआर/आरआरएस .
(रिलीज़ आईडी: 2040718)
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