रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा और राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल ने थीम "एडवांटेज भारत: भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे भारतीय रसायन एवं पेट्रोरसायन" के साथ इंडिया केम के 13वें संस्करण का शुभारंभ किया


इंडिया केम 2024 की थीम "एडवांटेज भारत: भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे भारतीय रसायन एवं पेट्रोरसायन", प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन के साथ पूरी तरह मेल खाती है: श्री जगत प्रकाश नड्डा

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने उद्योग प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि सरकार इस सेक्टर को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक नीतिगत युक्तियां प्रस्तुत करेगी

निवेश-अनुकूल सुधारों पर स्पष्ट फोकस के साथ, नीतिगत बाधाओं को दूर करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: सुश्री अनुप्रिया पटेल

Posted On: 20 JUL 2024 3:36PM by PIB Delhi

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज यहां रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल की उपस्थिति में इंडिया केम के 13वें संस्करण का शुभारंभ किया, जिसकी थीम " एडवांटेज भारत: भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे भारतीय रसायन एवं पेट्रोरसायन" थी। श्री नड्डा ने इंडिया केम के 13वें संस्करण के लिए विवरणिका भी लॉन्च किया। इस अवसर पर रसायन एवं पेट्रोरसायन विभाग की सचिव सुश्री निवेदिता शुक्ला वर्मा भी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और रसायन एवं पेट्रोरसायन क्षेत्र के उद्योग प्रतिनिधि के साथ उपस्थित थीं।

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे पी नड्डा ने इस बात की सराहना की कि यह कार्यक्रम एक लंबी यात्रा तय कर चुका है और अब इस वर्ष अक्टूबर में मुंबई में आयोजित होने वाले अपने 13वें संस्करण के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया केम 2024 की थीम, " एडवांटेज भारत: भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहे भारतीय रसायन एवं पेट्रोरसायन" प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विजन के साथ अच्छी तरह से मेल खाती है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 एक महत्वपूर्ण वर्ष है क्योंकि इंडिया केम का 13वां संस्करण 17-19 अक्टूबर को मुंबई में आयोजित होने जा रहा है। श्री जे पी नड्डा ने उम्मीद जताई व्यक्त की कि "आयात, अनुसंधान एवं विकास और जनशक्ति प्रशिक्षण पर फोकस के साथ यह सेक्टर 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में अपना योगदान देगा"।

श्री जे पी नड्डा ने कहा कि सरकार उद्योग के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उसने सामान्य रूप से औद्योगिक विकास की करने तथा विशेष रूप से रसायन क्षेत्र को मजबूत करने के लिए अनेक संरचनात्मक सुधार आरंभ किए हैं। उन्होंने कहा कि यह सेक्टर सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने उद्योग प्रतिनिधियों को यह भी आश्वासन दिया कि सरकार इस सेक्टर को मजबूत करने के लिए आवश्यक नीतिगत युक्तियां प्रस्तुत करेगी। श्री जे पी नड्डा ने यह भी कहा कि "मंत्रालय मुंबई में होने वाले विचार-विमर्श से निकलने वाले परिणामों को अर्जित करने के लिए नीतिगत उपाय शुरू करेगा।"

इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सुश्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि रासायनिक और पेट्रोरसायनिक सेक्टर ऑटोमोटिव, निर्माण,  इलेक्ट्रॉनिक्स, स्वास्थ्य सेवा, वस्त्र और एफएमसीजी जैसे प्रमुख सेक्टरों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने आर्थिक विकास में रासायनिक क्षेत्र के बढ़ते योगदान के साथ-साथ भविष्य के विकास के अवसरों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि "भारत विश्व में रासायनिक रंगों और रंगाई सामग्री के साथ-साथ कृषि रसायनों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। यह वैश्विक रासायनिक बिक्री में लगभग 3 प्रतिशत का योगदान देता है"।

सुश्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि "अपनी शुरुआत से ही इंडिया केम ने अधिक निवेश लाकर इस सेक्टर के विकास में योगदान दिया है"। उन्होंने कहा कि हमारे उद्योग में निवेश और रोजगार सृजन की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि "निवेश-अनुकूल सुधारों पर स्पष्ट फोकस के साथ, नीतिगत बाधाओं को दूर करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है"। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से सीखने, नेटवर्क बनाने और नई संभावनाओं को तलाशने के अवसर का सर्वोत्तम उपयोग करने का आग्रह किया।

विभाग का प्रमुख कार्यक्रम इंडिया केम 2024, , एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उद्योग के सबसे बड़े समग्र कार्यक्रमों में से एक है, जिसमें एक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन शामिल है। इंडिया केम प्रदर्शनी का उद्देश्य भारतीय रसायन उद्योग के साथ-साथ इसके विभिन्न उद्योग श्रेणियों (रसायन, पेट्रोकेमिकल्स, एग्रोकेमिकल्स आदि सहित) की विशाल क्षमता को प्रदर्शित करना और उद्योग प्रतिनिधियों के बीच विचारोत्तेजक चर्चाओं, दूरदर्शी विचारों और रणनीतिक सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करना है। भारतीय रसायन उद्योग का वर्तमान मूल्य 220 बिलियन डॉलर है और 2030 तक इसके 300 बिलियन डॉलर तथा 2040 तक 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। वैश्विक अनिश्चितता के वातावरण में भी यह उद्योग अवसरों का एक सक्रिय केंद्र बना हुआ है।

***

एमजी/एआर/एसकेजे/डीसी



(Release ID: 2034644) Visitor Counter : 150