स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

एफएसएसएआई ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सभी भवनों और सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में खाद्य संरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाया

Posted On: 16 FEB 2024 10:55AM by PIB Delhi

भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सभी राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के भवनों और सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। प्राधिकरण की ओर से यह पहल अपने खाद्य संरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (एफओएसटीएसी) कार्यक्रम के जरिए पूरे देश में खाद्य सुरक्षा इकोसिस्टम के संवर्द्धन को लेकर अपने प्रयास के एक हिस्से के तहत की जा रही है।

खाद्य नियामक ने अब तक चार राज्य- बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और सिक्किम के भवनों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं। इसके तहत इन भवनों के सभी खाद्य संचालकों को जरूरी प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) व नॉर्थ ब्लॉक में भी यह प्रशिक्षण दिया गया। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के भवनों और सरकारी कार्यालय भवनों की कैंटीनों में खाद्य सुरक्षा मानकों का संवर्द्धन करना है। आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मणिपुर भवनों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा खाद्य संरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (एफओएसटीएसी) कार्यक्रम के तहत सरकारी कार्यालयों के सभी कैंटीनों में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

इससे पहले 7 जून, 2023 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने अगले 3 वर्षों में एफएसएसएआई की ओर से 25 लाख खाद्य व्यवसाय संचालकों को प्रशिक्षण देने की घोषणा की थी। प्राधिकरण की यह पहल इसी घोषणा के अनुरूप है। यह भारत के नागरिकों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ भोजन वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

पृष्ठभूमि:

खाद्य संरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (एफओएसटीएसी), एफएसएसएआई की एक प्रमुख पहल है। यह खाद्य व्यवसाय में शामिल खाद्य संचालकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तैयार की गई है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के भवनों और सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है। इनमें खाद्य संरक्षा नियम और विनियमन, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जेन प्रबंधन, खाद्य परिचालन और नियंत्रण, दस्तावेजीकरण और रिकॉर्ड, लेबल लगाना, प्रशिक्षण पद्धतियां और खाद्य उद्योग में उभरती प्रवृत्तियां शामिल हैं। इसका उद्देश्य खाद्य क्षेत्र में निरंतर सीखने और सुधार की संस्कृति स्थापित करना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रतिभागियों को पूरे भारत में मान्यता प्राप्त खाद्य सुरक्षा पर्यवेक्षक (एफएसएस) प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान पूरे देश में एफओएसटीएसी कार्यक्रम के तहत कुल 3,58,224 खाद्य संचालकों को प्रशिक्षित किया गया है।

सभी राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के भवनों और सरकारी कार्यालयों की कैंटीनों में एफओएसटीएसी प्रशिक्षण का विस्तार करने के निर्णय से व्यापक स्तर पर लोगों तक पहुंचने में सहायता मिलेगी और खाद्य सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए जरूरी ज्ञान व कौशल के साथ खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में शामिल व्यक्तियों को यह सशक्त बनाएगा।

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