रक्षा मंत्रालय
एनसीसी कैडेट्स ने पहली बार डिफेंस एक्सपो 2022 में तकनीकी नवाचारों का प्रदर्शन किया, रक्षा में अनुसंधान एवं विकास की क्षमता प्रदर्शित की, एनसीसी की स्टॉल पर उमड़े लोग
Posted On:
22 OCT 2022 3:10PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के बिहार और झारखंड निदेशालय के कैडेट्स ने गुजरात के गांधीनगर में 12वीं डेफएक्सपो के दौरान पहली बार प्रदर्शकों के रूप में भाग लिया और दुनिया के सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन की शक्ति का प्रदर्शन करते हुए तीन उन्नत प्रौद्योगिकी प्रोटोटाइप प्रदर्शित किए। यह तीन प्रोटोटाइप थे :
यूएवी : कैडेट्स द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया यह एक से अधिक उपयोग वाला उपकरण है जिसका उपयोग दूर से नियंत्रित कैमरों का उपयोग करके टोह लेने के लिए विद्रोह रोधी/आतंकवाद रोधी जैसे सामरिक अभियानों के लिए किया जा सकता है। इसे जीपीएस का उपयोग करके एक विध्वंसक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यूएवी एक अत्यधिक सस्ता संस्करण है और इसे आसानी से प्रशिक्षण संबंधी उद्देश्यों के साथ-साथ रक्षा संबंधी अन्य क्षेत्रों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। वर्तमान में यूएवी का कुल वजन 1 किलोग्राम है और यह लगभग 0.7 किलोग्राम का पेलोड साथ ले जा सकता है।
बीआईटी मेसरा में एनसीसी की मैकेनिकल इंजीनियरिंग में चौथे वर्ष की छात्रा यूओ सोम्या गर्ग ने कहा, "यूएवी के वर्तमान संस्करण का उपयोग सेना और वायु सेना के कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए किया जा सकता है। हम जल्द ही एक उन्नत संस्करण के साथ आ रहे हैं।"
ऑल-टेरेन व्हीकल: सभी प्रकार के क्षेत्रों में गतिशीलता के दृष्टिकोण से विकसित और डिज़ाइन किया गया, यह वाहन अत्यधिक बीहड़ इलाके में अंतिम दूरी तक गोला-बारूद और आपूर्ति के लिए सबसे उपयुक्त है और इसका उपयोग गश्त और सर्च एंड डेस्ट्रॉय अभियानों के लिए भी किया जा सकता है। इसमें ऑल व्हील इंडिपेंडेंट सस्पेंशन जैसे फीचर्स हैं और यह वाहन छह फीट के फ्री फॉल को झेल सकता है। एटीवी 1500 किलो तक के वाहनों को रस्से से खींचने में सक्षम है।
बीआईटी मेसरा में एनसीसी के कैडेट एवं केमिकल इंजीनियरिंग में चौथे वर्ष के छात्र हर्ष राणा ने बताया, "वाहन का रक्षा अनुप्रयोगों के लिए अच्छी तरह से उपयोग किया जा सकता है।"
बीआईटी मेसरा में एनसीसी के कैडेट एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दूसरे वर्ष के छात्र
आदित्य कुमार ने बताया, "एटीवी टीम का हिस्सा होने के नाते मुझे गर्व महसूस होता है और डेफएक्सपो 2022 में प्राप्त अवसर आवश्यकता के आधार पर एटीवी को और अपग्रेड करने में मेरी मदद करेगा।"
हैंड जेस्चर सेंसिंग बोट: दूर से नियंत्रित रोबोट जो सैनिकों को दुश्मन के संपर्क में आए बिना विविध सैन्य उपयोगों में उनकी मदद कर सकता है।
बीआईटी मेसरा में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग में दूसरे वर्ष के छात्र एवं एनसीसी के कैडेट जैनम नाहर ने बताया, "मुझे सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा मंत्रालय की ओर से हैंड जेस्चर बॉट विकसित करने के लिए बहुत प्रशंसा मिली। मैं निश्चित रूप से सशस्त्र बलों की आवश्यकता को पूरा करने और इस उत्पाद का व्यावसायीकरण करने के लिए वर्तमान प्रोटोटाइप को अपग्रेड करूंगा।"
इन सभी प्रोटोटाइपों को सशस्त्र बलों और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों को प्रदर्शित किया गया था। उन्होंने प्रदर्शित प्रोटोटाइप के बारे में गहरी दिलचस्पी दिखाई और इस तरह के आयोजन में कैडेट्स की प्रतिभा दिखाने के लिए एनसीसी के बिहार और झारखंड निदेशालय के प्रयासों की सराहना की।
जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने कहा, "बीआईटी मेसरा, रांची में विकसित उत्पादों को डेफएक्सपो 2022 में प्रदर्शित किया गया था। मैं कैडेट्स को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।"
एडीजी एनसीसी बी एंड जे मेजर जनरल इंद्रबालन ने कहा, "प्रतिष्ठित डेफएक्सपो 2022 में एनसीसी कैडेट्स द्वारा पहला नवाचार प्रदर्शन स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण का साथ देने के लिए उनकी तकनीकी क्षमता को स्थापित करता है। एनसीसी सैन्य, अकादमिक छात्रों और अनुसंधान संस्थानों के बीच इंटरफेस बनने के लिए विशिष्ट रूप से स्थापित निकाय है।"
श्री सुधीर के मिश्रा, पूर्व-सीएमडी, ब्रह्मोस ने कहा, "मुझे यह देखकर गर्व महसूस होता है कि एनसीसी कैडेट्स इस तरह के एक उपयोगी अभिनव उत्पाद के साथ आए हैं और उन्होंने इन उत्पादों को डेफएक्सपो 2022 में प्रदर्शित किया है। मुझे यकीन है कि उनका नवाचार न केवल रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करेगा बल्कि सामाजिक जरूरतों के लिए भी उपयोगी होगा।"
डॉ. प्रियंक कुमार, एआईसीटीई आइडिया लैब, बीआईटी मेसरा ने कहा, "बीआईटी मेरसा इस बात से प्रसन्न है कि एनसीसी ने छात्रों के नवाचारों को इतना बड़ा मंच प्रदान किया गया है। यह कैडेट्स को ऊंचे लक्ष्यों के लिए प्रेरित करने और कई अन्यों में रुचि और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए प्रेरित करेगा ।"
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, "मैं एनसीसी कैडेट्स द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करता हूं। अच्छा काम करते रहो।"
महावीर चक्र से सम्मानित कर्नल सोनम वांगचुक ने कहा, "एनसीसी कैडेट्स को डेफएक्सपो में अपने नवाचारों का प्रदर्शन करते हुए देखना बहुत सुखद है।"
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