स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज आयोजित राष्ट्रव्यापी विशाल रक्तदान शिविर के साथ भारत ने स्वैच्छिक रक्तदान के संबंध में नया कीर्तिमान स्थापित किया
"87,000 से अधिक स्वैच्छिक रक्तदाताओं के साथ भारत ने आज नया विश्व
कीर्तिमान स्थापित किया" -डॉ मनसुख मांडविया
इस विशाल अभियान के लिए ई-रक्त कोष पोर्टल पर अब तक 1.97 लाख से अधिक रक्तदाताओं सहित 6,000 से अधिक शिविर पंजीकृत
15,000 से अधिक मित्रों की 9.5 लाख से अधिक टीबी रोगियों की सहायता की प्रतिबद्धता के साथ माननीय राष्ट्रपति द्वारा प्रारंभ किए गए ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ ने रफ्तार पकड़ी
Posted On:
17 SEP 2022 8:49PM by PIB Delhi
एक दिन में 87,000 (87,137) से अधिक लोगों द्वारा स्वैच्छा से रक्तदान किए जाने (आज शाम 7:40 बजे तक की अनंतिम रिपोर्टों के अनुसार) के साथ ही देश ने 87,059 (2014) के पिछले रिकॉर्ड को पछाड़ते हुए आज नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। देशव्यापी विशाल स्वैच्छिक रक्तदान अभियान -रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत हासिल की गई यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसका आरंभ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया द्वारा आज नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदान करके किया गया। डॉ. मांडविया ने अपने ट्वीट में इस असाधारण उपलब्धि की सराहना की:
इस राष्ट्रव्यापी अभियान का एक अन्य उल्लेखनीय पहलू यह है कि इस विशाल अभियान के लिए ई-रक्त कोष पोर्टल (link:https://www.eraktkosh.in/BLDAHIMS/bloodbank/transactions/bbpublicindex.html) पर 1.95 लाख से अधिक रक्तदाताओं सहित 6,136 शिविर पंजीकृत किए गए हैं।
सबके लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक अन्य कदम उठाते हुए माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 9 सितंबर 2022 को 2025 तक टीबी का उन्मूलन करने के लिए ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ प्रांरभ किया। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान, माननीय प्रधानमंत्री की नागरिक-केंद्रित नीतियों का विस्तार है और टीबी का इलाज संभव होने के बारे में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। टीबी का इलाज सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज नि:शुल्क उपलब्ध है।
यह पहल रफ्तार पकड़ चुकी है और नि-क्षय पोर्टल पर अब तक लगभग 13.5 लाख टीबी रोगी पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें से 9.5 लाख सक्रिय टीबी रोगियों ने गोद लिए जाने के बारे में अपनी सहमति दे दी है।
नि-क्षय 2.0 पोर्टल ( https://communitysupport.nikshay.in/ ) टीबी के रोगियों के उपचार के परिणामों में सुधार लाने, 2025 तक टीबी उन्मूलन की भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अवसरों का लाभ उठाने के लिए रोगियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान कर रहा है।
नि-क्षय मित्र वेबसाइट पर भी पंजीकरण कर सकते हैं और अब तक 15,000 से अधिक ऐसे मित्र पंजीकृत हो चुके हैं और 9.5 लाख से अधिक टीबी रोगियों की सहायता करने की प्रतिबद्धता व्यक्त चुके हैं।
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एमजी/एएम/आरके
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