नीति आयोग

अटल नवोन्‍मेष मिशन ने भारत की आजादी के 75 वर्ष और इसकी नवाचार और उद्यमिता की भावना को सम्मानित करने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया

Posted On: 28 APR 2022 4:09PM by PIB Delhi

अटल नवोन्‍मेष मिशन (एआईएम) नीति आयोग ने भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर (डीएआईसी) में आज एक भव्य नवाचार उत्सव में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया।

इस आयोजन ने स्वतंत्रता से लेकर वर्तमान समय तक की अपनी यात्रा का पता लगाने वाले भारत के निरंतर विकसित नवाचार इकोसिस्‍टम का जश्न मनाया। 75 मील के पत्थर की एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें देश की नवाचार कहानी को उजागर करते हुए भारत की पिछले कुछ वर्षों की नवाचार यात्रा को परिभाषित किया गया।

एआईएम की टिंकरिंग प्रयोगशाला और इनक्यूबेशन इकोसिस्टम से नवोन्‍मेषकों द्वारा तैयार बनाए गए नवोन्‍मेष प्रोटोटाइप प्रदर्शनी के साथ एआईएम की यात्रा और नवोन्‍मेष इकोसिस्टम में योगदान को भी इसमें दर्शाया गया।

इस दौरान अटल नए भारत की चुनौतियों (एएनआईसी) के दूसरे संस्करण का भी शुभारंभ किया गया। एएनआईसी का उद्देश्य अनुदान-आधारित तंत्र के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व और सामाजिक प्रासंगिकता के क्षेत्रों में उन्नत प्रौद्योगिकियों के आधार पर उत्पाद/समाधान उत्‍पन्‍न करने के लिए नवप्रवर्तकों का समर्थन करना है।

एआईएम ने अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं के छात्रों के लिए ‘हॉर्स स्टेबल जूनियर’ की शुरुआत करने की भी घोषणा की। हॉर्स स्टेबल भारत का अपना निवेश रियलिटी शो है, जो शिक्षित करने, आगे बढ़ने, उद्यमिता सिखाने तथा स्टार्टअप इकोसिस्टम में स्‍टार्टअप फंडिंग को बढ़ावा देने के लिए है।

सभा को संबोधित करते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान; प्रधानमंत्री कार्यालय; कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन; परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने कहा, “मैं इस अवसर पर देश में समस्‍या के समाधान करने वाली नवीन मानसिकता का सृजन सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और स्‍कूलों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों, निजी और एमएसएमई क्षेत्र और बड़े पैमाने पर समुदाय में उद्यमिता का एक इकोसिस्‍टम बनाने के लिए अटल नवोन्‍मेष मिशन को बधाई देना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि भारत अटल नवोन्‍मेष मिशन जैसे संस्थानों के माध्यम से एक नवाचार इकोसिस्‍टम बनाना चाहता है जो विभिन्न हितधारकों के लिए मंच और सहयोग के अवसर प्रदान करके अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देगा।

अपने भाषण में केन्‍द्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); योजना मंत्रालय के केन्‍द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के केन्‍द्रीय राज्य मंत्री, श्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अटल नवोन्‍मेष मिशन, जिसने हाल ही में अपनी स्थापना के बाद 6 वर्ष पूरे किए हैं, सरकार के ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ के दृष्टिकोण का पूरक है।

अटल टिंकरिंग प्रयोगशाला के माध्यम से स्कूली बच्चों में नवाचार मानसिकता पैदा करने से लेकर अटल इनक्यूबेशन सेंटर, अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर और एएनआईसी चुनौतियों जैसे अपने कार्यक्रमों के माध्यम से स्टार्ट-अप और नवोन्‍मेषकों की सहायता करने तक, एआईएम देश में नवाचार और उद्यमिता परिदृश्य को समग्र रूप से और व्यापक रूप से बदल रहा है। हमें इस तरह के मिशन को लेकर खुशी है जो युवाओं और स्कूली बच्चों के बीच नवाचार और उद्यमिता की भावना को प्रज्वलित कर रहा है।

नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने अपने भाषण में एआईएम को बधाई दी और कहा, ‘‘अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं बहुत छोटी उम्र में समस्या-समाधान मानसिकता पैदा करके स्कूली शिक्षा में एक आदर्श बदलाव ला रही हैं और अटल इनक्यूबेशन सेंटर नवाचारों के माध्यम से परिवर्तन लाने के लिए भारत के युवाओं के लिए एक मंच प्रदान कर रहे हैं।

‘‘हमारे नवाचार और इकोसिस्‍टम की अभूतपूर्व वृद्धि न केवल भारत के लिए, बल्कि दुनिया के लिए आसानी से सुधार करने का अवसर प्रदान करती है। कोविड-19 महामारी के दौरान, देश ने 44 नए यूनिकॉर्न देखे, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। मुझे यकीन है कि अगले दो से तीन वर्षों में एआईएम इस यात्रा में दस गुना तरक्‍की करेगा। मैं भारत की अभिनव और रचनात्मक भावना के इस भव्य उत्सव के लिए अटल नवोन्‍मेष मिशन को बधाई देना चाहता हूं जिसने पिछले 75 वर्षों में देश को बदल दिया है।

इस अवसर पर अटल नवोन्‍मेष मिशन, नीति आयोग मिशन निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा कि एआईएम एक प्रमुख संगठन के रूप में, भूगोल, लिंग, सामाजिक-आर्थिक स्तर और भाषा के विभाजन से आगे बढ़ते हुए देश के नवाचार इकोसिस्‍टम को विकसित करने के प्रयास में है और अपनी स्थापना के 6 साल बाद, एआईएम विकास के दूसरे चरण में परिवर्तन कर रहा है।

‘‘आज, हमने नवाचार इकोसिस्‍टम विकसित करने की एक आकर्षक यात्रा देखी और यह समय हम सभी के लिए अवसर का लाभ उठाने के लिए योगदान करने और भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के अगले बड़े लक्ष्‍य को हासिल करने का है। मैं, एआईएम, नीति आयोग की ओर से, आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जो आज हमारे साथ शामिल हुए और इस आयोजन को एआईएम और नवाचार परिदृश्य के बीच घनिष्ठ संबंध का प्रतीक बना दिया, जो पिछले कुछ वर्षों से लगातार बढ़ रहा है।’’

इसके अलावा, एआईएम के बारे में दर्शकों को जानकारी देते हुए, उन्होंने कहा कि दीर्घावधि में एआईएम का इरादा देश में उद्यमिता के प्रति सांस्कृतिक पूर्वाग्रहों और दृष्टिकोणों को बदलना है, जिसमें बड़े पैमाने पर आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रमों में उद्यमिता को जोड़ना, सरकार के ‘‘मेक इन इंडिया’’ अभियान के माध्यम से नए उच्च क्षमता वाले क्षेत्रों को बढ़ावा देना, समन्वय और सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देना, सफलता की सांस्कृतिक धारणाओं को फिर से परिभाषित करने का प्रयास करना, और उद्यमिता को सामाजिक समावेश एजेंडा के साथ जोड़ना शामिल है।

आयोजन के दौरान, परिवहन और गतिशीलता पर केन्द्रित ई-पुस्‍तक ‘इनोवेशन फॉर यू’ का तीसरा संस्करण भी जारी किया गया।

इस कार्यक्रम में शीर्ष गणमान्य व्यक्तियों, संस्थानों, स्टार्ट-अप, शिक्षकों, छात्र नवप्रवर्तनकर्ताओं, परामर्शदाताओं, एआईएम और भारतीय नवाचार इकोसिस्‍टम के अन्य प्रमुख हितधारकों और विभिन्न संवादमूलक सत्रों के माध्यम से बातचीत और नेटवर्किंग के लिए एक मंच प्रदान किया।

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एमजी/एएम/केपी/वीके



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