श्रम और रोजगार मंत्रालय
कृषि एवं ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक – मार्च, 2022
Posted On:
21 APR 2022 1:34PM by PIB Delhi
कृषि एवं ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (आधार 1986-87 = 100) माह मार्च, 2022 में प्रत्येक 3 अंक बढ़कर क्रमशः 1098 अंकों (एक हजार अठानबे) तथा 1109 अंकों (एक हजार एक सौ नौ) के स्तर पर रहे। कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में बढ़ोतरी के लिए प्रमुख योगदान कपड़ों, बिस्तरों और जूतों के समूह से क्रमश: 1.09 और 1.44 अंक की सीमा तक आया। कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में बढ़ोतरी की दिशा में प्रमुख योगदान मुख्य रूप से साड़ी कॉटन (मिल), धोती कॉटन (मिल), शर्टिंग क्लॉथ कॉटन (मिल), प्लास्टिक की चप्पल/जूते, चमड़े की चप्पल/जूते आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण हुआ।
सूचकांक में वृद्धि/गिरावट अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रही। कृषि मजदूरों के मामले में, इसने 16 राज्यों में 1 से 10 अंक की वृद्धि और 4 राज्यों में 2 से 10 अंकों की कमी दर्ज की। तमिलनाडु 1282 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में सबसे ऊपर है जबकि हिमाचल प्रदेश 876 अंकों के साथ सबसे निचले पायदान पर है।
ग्रामीण मजदूरों के मामले में, इसने 16 राज्यों में 2 से 10 अंक की वृद्धि और 4 राज्यों में 3 से 10 अंकों की कमी दर्ज की। तमिलनाडु 1270 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में शीर्ष पर है जबकि हिमाचल प्रदेश 926 अंकों के साथ सबसे नीचे है।
राज्यों में, कृषि मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में सबसे अधिक वृद्धि महाराष्ट्र राज्य और ग्रामीण मजदूरों के लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान राज्यों (प्रत्येक में 10 अंक) द्वारा द्वारा अनुभव की गई।कीमतों में वृद्धि की मुख्य वजह गेहूं-आटा, बाजरा, मांस-बकरी, दूध, मूंगफली का तेल, हरी/सूखी मिर्च, साड़ी कपास (मिल) , धोती कॉटन (मिल), शर्टिंग क्लॉथ कॉटन (मिल), प्लास्टिक चप्पल / जूते, पीतल के बर्तन, मिट्टी के बर्तनआदि की कीमतों में वृद्धि रही।
इसके विपरीत, मुख्य रूप से चावल, ज्वार, रागी, दाल, पान की कीमतों में गिरावट के कारण कृषि मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम कमी तमिलनाडु राज्य और ग्रामीण मजदूरों के लिए कर्नाटक राज्य (प्रत्येक में 10 अंक) द्वारा अनुभव की गई। इसकी मुख्य वजह पत्ती, ताजा मछली, प्याज, सब्जियां और फल, आदि की कीमतों में वृद्धि रही।
सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल पर आधारित मुद्रास्फीति की बिंदु दर मार्च, 2022 में 6.09% और 6.33 प्रतिशत रही, जो फरवरी, 2022 में क्रमशः5.59% और 5.94 प्रतिशत थी और पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान क्रमशः 2.78% और 2.96% रही थी। इसी तरह, मार्च, 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति 4.91% और 4.88 प्रतिशत रही, जो फरवरी, 2022 में क्रमशः 4.48% और 4.45 प्रतिशत तथा पिछले वर्ष के इसी महीने में क्रमशः 1.66% और 1.86 प्रतिशत रही थी।
अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (सामान्य और समूह-वार):
समूह
|
कृषि श्रमिक
|
ग्रामीण श्रमिक
|
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फरवरी,2022
|
मार्च,2022
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फरवरी, 2022
|
मार्च, 2022
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सामान्य सूचकांक
|
1095
|
1098
|
1106
|
1109
|
खाद्य
|
1026
|
1025
|
1033
|
1032
|
पान, सुपारी आदि
|
1903
|
1914
|
1913
|
1924
|
ईंधन और प्रकाश
|
1213
|
1222
|
1208
|
1216
|
कपड़े,बिस्तरे व जूते
|
1132
|
1147
|
1164
|
1179
|
विविध
|
1160
|
1168
|
1163
|
1172
|
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