संस्‍कृति मंत्रालय
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राष्ट्रीय अभिलेखागार ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अभिलेखागार के 132वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक अभिलेखीय प्रदर्शनी का आयोजन किया


संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने ‘इंस्ट्रूमेंट्स ऑफ एक्सेशन एंड मर्जर: द जर्नी ऑफ इंटीग्रेशन’ शीर्षक वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

अपनी जड़ों को मजबूत करने और भविष्य की नींव रखने के लिए अपने इतिहास  को पढ़ना और लिखना जरूरी : श्रीमती मीनाक्षी लेखी

Posted On: 11 MAR 2022 3:44PM by PIB Delhi

 संस्कृति मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय अभिलेखागार ने अभिलेखागार के 132वें स्थापना दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में ‘इंस्ट्रूमेंट्स ऑफ एक्सेशन एंड मर्जर: द जर्नी ऑफ इंटीग्रेशन शीर्षक वाली एक अभिलेखीय प्रदर्शनी का आयोजन किया। संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने आज इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।  

इस अवसर पर, श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इतिहास तो इतिहास है, इसकी सारी बातें पसंद नहीं आ सकती हैं या उनसे सहमत नहीं हुआ जा सकता है, लेकिन फिर भी अपनी जड़ों को मजबूत करने और भविष्य की नींव रखने के लिए अपने इतिहास को पढ़ना और लिखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी हमारे इतिहास को प्रदर्शित करती है। भारत के निर्माण में सहायता करने वाले दस्तावेजों और  सभी राज्यों एवं रियासतों के दस्तावेजों को भी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक भारत की नींव रखने वाले तथ्यों को चित्रित करना, पढ़ना या लिखना और समझना बेहद महत्वपूर्ण है।

‘इंस्ट्रूमेंट्स ऑफ एक्सेशन एंड मर्जर: द जर्नी ऑफ इंटीग्रेशन’ शीर्षक वाली यह प्रदर्शनी मूल दस्तावेजों पर आधारित है। यह मूल अभिलेखीय सार्वजनिक दस्तावेजों और कार्टोग्राफिक रिकॉर्ड की प्रस्तुति के माध्यम से अधिमिलन और विलय की कहानी को प्रदर्शित करने का एक प्रयास है, जिसमें सार्वजनिक रिकॉर्ड श्रृंखला, विशेष रूप से मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट्स, से संबंधित सामग्रियां शामिल हैं। यह प्रदर्शनी एनएआई रिकॉर्ड्स, रिपॉजिटरी, पुस्तकालय संग्रह से प्राप्त उन बहुमूल्य जानकारियों को प्रदर्शित करती है जो अधिमिलन के पत्र  (इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन) पर हस्ताक्षर करके और छोटी रियासतों के विलय के पत्र (इंस्ट्रूमेंट ऑफ मर्जर) से संबंधित तौर-तरीकों के कार्यान्वयन के द्वारा एकीकरण और विलय की कहानी और इससे जुड़ी कार्रवाई को दर्शाती है। इस प्रदर्शनी में देश के विभिन्न हिस्सों के एकीकरण की प्रक्रिया से संबंधित चुनिंदा दस्तावेज भी प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अलावा  पूर्वी क्षेत्र के कूचबिहार और त्रिपुरा के, पश्चिमी क्षेत्र के बजाना और कच्छ के, उत्तरी क्षेत्र के कश्मीर के, दक्षिणी क्षेत्र के मैसूर, त्रावणकोर एवं हैदराबाद के और मध्य क्षेत्र के भोपाल के दस्तावेज भी इस प्रदर्शनी में देखे जा सकते हैं। इस प्रदर्शनी के विषय पर प्रकाश डालने के लिए कई तस्वीरें, प्रेस की कतरनें, निजी कागजात और संबंधित नक्शे प्रदर्शित किए गए हैं।

यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए 10 मई 2022 तक छुट्टी के दिनों को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुली रहेगी।

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