नीति आयोग
फिनटेक मंथ एक प्रेरक वातावरण में शुरू हुआ
नीति आयोग फिनटेक मंथ 7 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ था और पूरे हफ्ते के दौरान कुछ प्रेरक संबोधन, गहन ज्वलंत बातचीत और पैनल चर्चा आयोजित की गई
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15 FEB 2022 4:00PM by PIB Delhi
फिनटेक ओपन मंथ (महीने) की शुरुआत 7 फरवरी 2022 को हुई थी. यह नियामकों, फिनटेक पेशेवरों व उत्साही लोगों, उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों, स्टार्ट-अप समुदाय और डेवलपर्स को सहयोग करने, विचारों व नवाचार का आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लाने वाली अपनी तरह की एक पहली पहल है। एक वृहद शिक्षण अनुभव के निर्माण सहित 'ओपन' विषयवस्तु के साथ फिनटेक माह का लक्ष्य तीन प्रमुख उद्देश्यों को प्राप्त करना है. ये हैं- 1) फिनटेक उद्योग में एक ओपन इकोसिस्टम को प्रोत्साहित करना, (2) सह-नवाचार और विकास को प्रोत्साहन देना, (3) वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करना और फिनटेक इनोवेशन की अगली लहर लाने के लिए अकाउंट एग्रीगेटर जैसे नए मॉडल का लाभ उठाना।
फिनटेक माह के पहले हफ्ते में उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के बीच नवाचार, विचार और विविध दृष्टिकोणों को रेखांकित करने वाली गहन बातचीत, गंभीर विचार-विमर्श और पैनल चर्चा शामिल थी।
आप से ये चर्चाएं छूट गईं? इनकी प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं:
दिवस 1 – 7 फरवरी, 2022:
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका वर्चुअल उद्घाटन किया और नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने विशेष संबोधन दिया:
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और संचार मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने अपने उद्घाटन भाषण में समाज के लिए उपयोगी समाधान बनाने के लिए फिनटेक उद्योग के महत्व और एक ओपन इकोसिस्टम की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
“प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम स्वास्थ्य, रसद (लॉजिस्टिक्स) और अन्य क्षेत्रों के लिए कोविन, यूपीआई और अन्य खुला मंच बनाने में विश्वास करते हैं। सार्वजनिक निवेश का उपयोग करके एक खुला मंच बनाया गया है, जिसमें कई निजी उद्यमी, स्टार्ट-अप और डेवलपर्स लोगों के लिए नए समाधान बनाने के लिए जुड़ सकते हैं।”
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने अपने प्रमुख भाषण के दौरान निम्नलिखित फिनटेक तथ्य साझा किए:
- आज की तारीख में 270 बैंक यूपीआई से जुड़े हुए हैं और कई उद्यमियों व स्टार्ट-अप्स ने ऐसे समाधान प्रदान किए हैं, जिन्होंने देश की फिनटेक अपनाने की दर को बढ़ाने में सहायता की है।
- भारत में फिनटेक अपनाने की दर विश्व स्तर पर सबसे अधिक 87 फीसदी है।
- इसे अपनाने में टियर- 2 और टियर- 3 शहरों का हिस्सा सबसे अधिक है।
- 2100 से अधिक स्टार्ट-अप फिनटेक में अपना योगदान दे रहे हैं।
- भारतीय फिनटेक के अगले दो से तीन वर्षों में 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के मूल्यांकन तक पहुंचने की उम्मीद है।
- आठ यूनिकॉर्न पहले से ही फिनटेक क्षेत्र में हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार:
“लोगों को वित्तीय सेवाओं तक बृहद और सहज पहुंच मिलने से भारत में डिजिटलीकरण बढ़ रहा है। इससे उपभोक्ताओं के वित्तीय व्यवहार– नकदी से ई-वॉलेट और यूपीआई के रूप में बदलाव आया है। अधिक न्यायसंगत, समृद्ध और वित्तीय रूप से समावेशी भारत बनाने के लिए डिजिटल भुगतान का विस्तार एक महत्वपूर्ण आधार है।
फिनटेक के उदय ने वित्तीय समावेशन को गति दी है। अगले कुछ हफ्तों में हमारे देश के उज्ज्वल मस्तिष्कों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली अनगिनत संभावनाओं के अवलोकन को लेकर मैं उत्साहित हूं।”
उद्घाटन भाषण यहां देखें: https://www.youtube.com/watch?v=dJmnQseIkBw
दिवस 2 –8 फरवरी, 2022
क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह और फोनपे के सीईओ व संस्थापक समीर निगम के बीच ज्वलंत बातचीत
आज की डिजिटल दुनिया में फिनटेक उद्योग विषयवस्तु पर फोनपे के सीईओ व संस्थापक समीर निगम और क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह ने डिजिटल भुगतान पर अपने विचार को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे कंपनियों ने तकनीकी को अपनाना शुरू कर दिया है और कैसे कोविड ने भुगतान व सेवाओं को देखने के संबंध में लोगों के तरीके को बदल दिया।
क्रेड के संस्थापक कुणाल शाह
"जिस दर से तकनीक का विकास हो रहा है, हम जल्द से जल्द सभी चीजों के डिजिटल होने के लिए एक क्रांतिकारी अनुकूलन के गवाह बनने की अधिक संभावना रखते हैं। आने वाले वर्षों में शहर में हर एक समूह की जरूरतों को पूरा करने और अद्वितीय चुनौतियों को हल करने के लिए डिजाइन किए गए उत्पाद चर्चा का विषय होंगे।”
फोनपे के सीईओ और संस्थापक समीर निगम
“पिछले कुछ वर्षों में फिनटेक क्षेत्र में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। यूपीआई के धीरे-धीरे हर भारतीय घर में आजीविका का साधन बनने के साथ इकोसिस्टम काफी जीवंत दिखता है! इसके बीच स्टार्टअप्स को सॉल्यूशन ओरिएंटेड कंपनियों के निर्माण पर फोकस करना चाहिए। युवा उद्यमियों के लिए एक अरब लोगों की जरूरतों को पूरा करने का एक अभूतपूर्व अवसर है। उन्हें बस वहां जाना है और उस अवसर का लाभ उठाना है!"
इस सत्र से स्टार्ट-अप्स के लिए प्रमुख निष्कर्ष:
- एक ऐसी कंपनी बनाएं जो समाधान प्रदान करती हो। अगर कोई बड़े पैमाने पर किसी समस्या का समाधान कर रहा है, तो आम तौर पर उसे वित्तीय सहायता प्राप्त होती है।
- बाजार में बहुत पूंजी है, उद्यमियों को वहां जाना चाहिए व मौजूदा अवसरों को भुनाना चाहिए और सही उत्पादों का निर्माण करना चाहिए।
- युवा उद्यमियों के लिए 100 करोड़ लोगों की जरूरतों को पूरा करने का एक अभूतपूर्व अवसर है।
इस सत्र को यहां देखें: https://www.youtube.com/watch?v=xp_CaOy5Vf0
दिवस 3 - 9 फरवरी, 2022:
पैनल चर्चा – बजट पर प्रतिक्रिया और फिनटेक के लिए इसके निहितार्थ
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए गए केंद्रीय बजट 2022-23 प्रौद्योगिकी और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम पर आधारित है। वहीं, आधुनिक समाधान विकसित करने से लेकर कृषिगत समस्याओं को हल करने तक और रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण से लेकर एवीजीसी (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक) क्षेत्र को मान्यता देने तक हर क्षेत्र में डिजिटलीकरण की अवधारणा को एकीकृत करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जिससे इसकी पूरी क्षमता का विश्लेषण किया जा सके। .
फिनटेक मंथ ने फिनटेक उद्योग के लिए बजट के निहितार्थ पर एक पैनल चर्चा आयोजित की। इसका संचालन चंद्रा श्रीकांत (मनीकंट्रोल में तकनीक, स्टार्ट-अप और नई अर्थव्यवस्था बीट की संपादक) ने किया। इस चर्चा में विशिष्ट अतिथियों - नितिन कामथ (सीईओ, जेरोधा), विवेक बेलगावी (साझेदार व फिनटेक लीडर, पीडब्ल्यूसी) और हर्षिल माथुर (सह-संस्थापक और सीईओ, रेजरपे) ने हिस्सा लिया। इन सब ने बजट की उन प्रमुख बातों और घोषणाओं पर विचार-विमर्श किया, जिन्होंने उन्हें सबसे अधिक उत्साहित किया और एक नए तकनीक-उन्मुख भारत पर अपने विचारों को रखा।
जेरोधा के सह-संस्थापक और सीईओ नितिन कामथ
"इस साल के बजट में सरकार की ओर से क्रिप्टोकरेंसी की मान्यता एक सुखद आश्चर्य के रूप में सामने आई है। इस साल स्टार्ट-अप निवेश को सक्षम करने वाले प्लेटफॉर्म बहुत अधिक ध्यान अपनी ओर खींचने जा रहे हैं।”
रेजरपे के सह-संस्थापक और सीईओ हर्षिल माथुर
“इस साल अंतर्निहित (इंबेडेड) वित्त बड़े पैमाने पर होने की संभावना है। हर कंपनी आज की तारीख में अपने एपीआई को बढ़ा सकती है और विभिन्न समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने इकोसिस्टम का विस्तार कर सकती है!"
पीडब्ल्यूसी के साझेदार और फिनटेक लीडर विवेक बेलगावी
“भारत एक काफी कम उपयोग किया गया बाजार है। इसे देखते हुए तकनीक व नवाचार, दोनों में छलांग और नए बैंकों की स्थापना के साथ भारत के वैश्विक बाजार में अपने पंख फैलाने का समय आ गया है। यह एक ऐसा विकास है जिसकी उम्मीद मैं इस साल कर रहा हूं।”
इस सत्र को यहां देखें: https://www.youtube.com/watch?v=KCfjvk0jWSs
दिवस 4 –12 फरवरी, 2022
ज्वलंत बातचीत: श्री अमिताभ कांत (सीईओ, नीति आयोग) और नंदन नीलेकणी (इंफोसिस के सह-संस्थापक व अध्यक्ष, यूआईडीएआई के संस्थापक अध्यक्ष और एकस्टेप के अध्यक्ष) के बीच बातचीत
आधार और यूपीआई के साथ जो शुरू हुआ, वह अब भारत में एक वित्तीय क्रांति है। जब हम एक बड़े बदलाव के कगार पर खड़े हैं, इस समय नंदन नीलेकणि (इंफोसिस के सह-संस्थापक व अध्यक्ष और आधार पर काम करने वाला प्रमुख चेहरा) ने अमिताभ कांत (सीईओ, नीति आयोग) के साथ बातचीत में वित्तीय समावेशन की अगली लहर व अकाउंट एग्रीगेटर नेटवर्क को सक्षम करने पर अपनी सोच और एए प्लेटफॉर्म के बारे में सफलता की कुछ कहानियों को साझा किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने डिजिटल बैंकिंग, सीबीडीसी, वैश्विक फिनटेक इकोसिस्टम में भारत के रुख के बारे में भी चर्चा की। इसके अलावा नंदन नीलेकणि ने भविष्य के उद्यमियों और अन्य फिनटेक हितधारकों के लिए कुछ अमूल्य सुझावों को साझा किया। उन्होंने आगे इस क्षेत्र में महिला उद्यमियों को शामिल करने पर भी अपनी सोच को साझा किया।
“हमने महिला उद्यमियों के लिए एक ऑनबोर्डिंग रैंप बनाया है। इसके साधनों को स्थापित किया जा चुका है- कोई भी ऑनलाइन कंपनी शुरू कर सकती हैं, ऑनलाइन करों का भुगतान कर सकती हैं और व्यवसाय को सुचारू रूप से चला सकती हैं। इस समय महिला उद्यमियों को जिस चीज की जरूरत है, वह वेल्थ नेटवर्क और निवेशकों के समूह बनाना है, जो उनके व्यवसाय को सहायता देना चाहते हैं। महिलाओं के लिए पूंजी जारी करना और धन के संभावित पूल के साथ युवा महिला उद्यमियों को जोड़ना महत्वपूर्ण है।"
इस सत्र को यहां देखें- https://www.youtube.com/watch?v=7GZkdI_4FJg
दिवस 5 –14 फरवरी , 2022
पैनल चर्चा: तकनीक का उपयोग कर रहे 100 करोड़ भारतीयों के लिए वित्तीय सेवाओं का लोकतंत्रीकरण
इस चर्चा का संचालन राहुल चारी (सीटीओ, फोनपे) ने किया और इसमें डॉ. प्रमोद वर्मा (सीटीओ, एकस्टेप) और दिलीप अस्बे (एमडी और सीईओ, एनपीसीआई) ने हिस्सा लिया
इस सत्र में डिजिटल इकनॉमी आर्किटेक्चर, डिजिटल पब्लिक गुड्स अवसंरचना, एक सशक्त इकोसिस्टम की महत्ता और करोड़ों भारतीयों को डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज इकोसिस्टम के दायरे में लाने के लिए एक सरलीकृत दृष्टिकोण की निरंतर जरूरत जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी।
दिलीप अस्बे (एनपीसीआई के एमडी और सीईओ)
“हम एक शीर्ष बिंदु पर बैठे हुए हैं। चाहे वह तकनीक हो, कवरेज हो या उपयोग के मामले हों, भारत के लिए विश्व का नेतृत्व करने का एक अवसर है और मुझे लगता है कि हम यह करेंगे।”
डॉ. प्रमोद वर्मा (एकस्टेप फाउंडेशन के सीटीओ)
"उपयोगकर्ता सशक्तिकरण को पारस्परिकता व जरूरी विविधता और समावेश के माध्यम से संचालित करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि कोई भी एप एक अरब जनसंख्या की समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता है।"
राहुल चारी (फोनपे के सीटीओ और सह-संस्थापक):
“डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम का विस्तार करने से शिक्षा व जागरूकता से लेकर धोखाधड़ी का पता लगाने और कई अन्य अवसर मिलते हैं। 70 करोड़ लोगों को डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम में ले जाना एक कठिन कार्य है और इसमें अभूतपूर्व बढ़ोतरी की बहुत गुंजाइश है।”
इस सत्र को यहां देखें https://www.youtube.com/watch?v=tNI6gVxANAM
आगामी सत्र:
फिनटेक ओपन मंथ के पहले हफ्ते में फिनटेक उद्योग पर कुछ बेहतरीन चर्चाएं देखने को मिलीं। इसके दूसरे हफ्ते में आप उद्योग जगत के विचारशील सोच साझा करने वाले दिग्गजों और भारत के सबसे बड़े फिनटेक हैकाथॉन की लॉन्चिंग के साथ पैनल चर्चा की एक श्रृंखला के लिए तैयार हो जाइए।
आगामी घटनाओं की एक झलक:
- 16 फरवरी, 2022 – खुले निवेश पर पैनल चर्चा
पैनलिस्ट: इस चर्चा का संचालन नितिन कामथ (सीईओ, जेरोधा) करेंगे। इस चर्चा में विजय चंडोक (आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज), ललित केशरे (ग्रो) और कविता सुब्रमण्यम (सह-संस्थापक, अपस्टॉक्स) शामिल होंगे।
सत्र का विवरण: इस सत्र के दौरान भारत में निवेश परिदृश्य और यह कैसे तेजी से बदल रहा है, इस पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा अधिक संख्या में भारतीय अपना निवेश शुरू कर सकें, इसके लिए कैसे फिनटेक उपयोगकर्ता के अनुकूल उत्पादों का नवाचार और निर्माण कर रहे हैं।
- 18 फरवरी, 2022 – खुले बीमा पर पैनल चर्चा
पैनलिस्ट: इस चर्चा का संचालन समीर निगम (सीईओ, फोनपे) करेंगे। वहीं, पैनलिस्टों में यशीश दहिया (सीईओ, पॉलिसी बाजार), अनुज गुलाटी (सीईओ केयर) और वरुण दुआ (सीईओ, एको) शामिल हैं।
सत्र का विवरण: भारत में बीमा परिदृश्य और पिछले कुछ वर्षों में बाजार कैसे बीमा खरीदने के लिए अधिक खुला व ग्रहणशील हो गया है, इस विषय पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इसमें उद्योग के लिए भविष्य की विकास संभावनाओं और कैसे फिनटेक टियर- 2, टियर- 3 और उससे आगे के लिए बीमा का निर्माण कर सकता है, इन पर भी बात की जाएगी।
इस सम्मेलन में केवल इतना ही नहीं है. इसका मुख्य आकर्षण भारत का अब तक का सबसे बड़ा फिनटेक हैकाथॉन होगा, जो व्यक्तिगत डेवलपर्स और स्टार्ट-अप समुदाय को वास्तविक विश्व की समस्याओं का समाधान करने की क्षमता के साथ सफलता के बारे में अपने अभिनव विचार प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करेगा। वहीं, बच्चों में रचनात्मकता, नवाचार और उद्यमशीलता की सोच को बढ़ावा देने के लिए अटल इनोवेशन मिशन के अटल टिंकरिंग लैब्स नेटवर्क के माध्यम से विद्यालय के छात्रों के लिए एक और हैकाथॉन को आयोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त फिनटेक के किए गए कार्यों को भी प्रदर्शित किया जाएगा और वर्चुअल सम्मान समारोह में सबसे अभिनव स्टार्ट-अप को मान्यता दी जाएगी।
इससे जुड़ना न भूलें और अधिक जानकारी के लिए फिनटेक ओपन मंथ की वेबसाइट देखें- https://cic.niti.gov.in/fintech-open-month.html
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एमजी/एएम/एचकेपी
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