सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय
पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) के तहत 22 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, 23 प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स (एमएमएलपी) और अन्य राजमार्ग परियोजनाएं मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी में सुधार के लिए प्रस्तावित हैं
Posted On:
15 FEB 2022 3:59PM by PIB Delhi
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने देश भर में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी और अंतिम छोर तक पहुंच (लास्ट माइल कनेक्टिविटी) में सुधार लाने के उद्देश्य से "पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी)" के तहत महत्वपूर्ण प्रगति की है।
"गति शक्ति" एक डिजिटल मंच है, जो औद्योगिक समूह और आर्थिक नोड्स (व्यापार और व्यापारियों पर केंद्रित) के लिए आधारभूत संरचना कनेक्टिविटी)परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के लिए रेलवे तथा सड़क परिवहन सहित 16 मंत्रालयों को एक साथ लाएगा।
पीएम गति शक्ति एनएमपी के तहत मंत्रालय भारतमाला परियोजना और मंत्रालय की अन्य योजनाओं के हिस्से के रूप में 22 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, 23 अन्य प्रमुख आधारभूत संरचना परियोजनाओं व अन्य राजमार्ग परियोजनाओं और 35 मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) विकसित करने की योजना बना रहा है। कुछ प्रमुख एक्सप्रेसवे और कॉरिडोर निर्माणाधीन चरण में हैं। इनमें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे, अंबाला-कोटपुतली एक्सप्रेसवे, अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे, रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे, हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे, यूईआर II, चेन्नई-सेलम एक्सप्रेसवे और चित्तूर-थाच्चूर एक्सप्रेसवे शामिल हैं।
कुछ प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, जो निर्माणाधीन चरण में हैं। इनमें जोजिला सुरंग (लद्दाख), कृष्णापट्टनम बंदरगाह (आंध्र प्रदेश) को जोड़ने के लिए सड़कें, मध्य जलडमरूमध्य क्रीक (संकरी खाड़ी) (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) पर एक प्रमुख पुल, लालपुल-मनमाओ बदलने वाली सड़क (अरुणाचल प्रदेश) को 2 लेन का बनाना, फफामऊ (यूपी) में गंगा पुल पर 6 लेन का पुल और धुबरी-फुलबारी (मेघालय) के बीच ब्रह्मपुत्र पर 4 लेन के पुल का निर्माण शामिल हैं।
मंत्रालय ने अपनी कार्यान्वयन एजेंसियों एनएचएआई/एनएचएलएमएल और एनएचआईडीसीएल के माध्यम से भारतमाला परियोजना चरण-I के तहत विकास के लिए चिन्हित 35 एमएमएलपी परियोजनाओं को लागू करने के लिए इनसे तालमेल बना रखा है। असम के जोगीघोपा एमएमएलपी, जिसे एसपीवी परियोजना में इक्विटी साझेदार के रूप में असम सरकार के साथ साझेदारी में विकसित किया जा रहा है, यह पहले से ही निर्माणाधीन है। इसके अलावा तीन एमएमएलपी के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। ये हैं 1. एमएमएलपी नागपुर : इसे सिंडी गांव में जेएनपीटी के साथ साझेदारी में विकसित किया जा रहा है। 2. एमएमएलपी चेन्नई : इसे चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट और तमिलनाडु सरकार के साथ अपने औद्योगिक निकाय एसआईपीसीओटी के माध्यम से मप्पेडु में विकसित किया जा रहा है। 3. एमएमएलपी बेंगलुरु : इसे कर्नाटक सरकार के बुनियादी ढांचा निकाय कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) के माध्यम से साझेदारी में विकसित किया जा रहा है।
"पीएम गति शक्ति" के तहत चल रहीं परियोजनाओं के संबंध में अब तक हुई प्रगति से लोगों को अवगत कराने के लिए मंत्रालय ने पिछले दो सप्ताह में सोशल मीडिया पर विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत मंत्रालय ने विभिन्न सोशल मीडिया मंचों जैसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और कू पर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और कॉरिडोर, मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी), रोपवे और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं जैसी योजनाओं की वर्तमान स्थिति से लोगों को रूबरू कराया।
13 अक्टूबर, 2021 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य विभागों में सीमित दायरों में काम करने की परंपरा को तोड़ना, अधिक समग्र व एकीकृत योजना बनाना और परियोजनाओं का निष्पादन करना है, जो लॉजिस्टिक लागत को कम करने और उपभोक्ताओं, किसानों, युवाओं के साथ-साथ व्यवसायों में लगे लोगों को भारी आर्थिक लाभ में बदलने में मदद करेगा। इसके बाद 21 अक्टूबर, 2021 को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी देने के लिए 'पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी)' के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दी। मंत्रालय पूरे देश में निर्बाध कनेक्टिविटी देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने के प्रयासों को और तेज करने के लिए कदम उठा रहा है, ताकि भारत 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाए।
एमजी/एएम/आरकेजे/वाईबी
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