विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

पंजाब विश्वविद्यालय की एसएआईएफ फैसिलिटी ने भारत में अस्पतालों को एयर प्यूरीफायर यूनिट दान करने के लिये मॉलिक्यूल, यूएसए के साथ भागीदारी की

प्रविष्टि तिथि: 31 MAY 2021 4:06PM by PIB Delhi

चंडीगढ़, पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई अस्पतालों के कोविड वार्ड और आईसीयू जल्द ही पंजाब विश्वविद्यालय के एक प्रयास के जरिये अमेरिका स्थित एक कंपनी की एयर प्यूरीफायर इकाइयों की मदद से अपनी वायु संचार सुविधाओं में सुधार करने में सक्षम होंगे।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग समर्थित सफिस्टिकेटेड ऐनलिटिकल इन्सट्रमेंटेशन फैसिलिटी, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ (एसएआईएफ, पीयूसी) ने यूएसए स्थित एयर प्यूरीफायर निर्माता मॉलिक्यूल के साथ 10 अस्पतालों में मॉलिक्यूल के एयर प्यूरीफायर को लगाने और उनका कारगर इस्तेमाल करने के लिये साझेदारी की है। फिलहाल यह गतिविधि जारी है और इस कार्य की प्रगति के साथ संख्या में परिवर्तन होने की संभावना है।

इस साझेदारी से देश भर के अस्पतालों को एयर प्यूरीफायर मॉलिक्यूल और एयर प्रो आरएक्स यूनिट दान की जा रही है, अब तक लगभग 6 राज्यों को इसमें जोड़ा जा चुका है। साथ ही वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद करने और मरीजों, डॉक्टरों और कर्मचारियों को बेहद जरूरी स्वच्छ हवा देने के लिए देश भर के कोविड प्रभावित अधिकांश राज्यों को इसमें जोड़ने के प्रयास जारी हैं।

एयर प्यूरीफायर को स्थापित करने से अस्पतालों के अंदर पर्याप्त वायु शोधन और वायु संचरण की सुविधा द्वारा हवा में संक्रमितों द्वारा फैले सूक्ष्म कणों के संपर्क से होने वाले कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। यह कोविड-19 महामारी के कारण नागरिकों और स्वास्थ्य कर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर उत्पन्न होने वाली चिंताओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

मॉलिक्यूल की मुख्य तकनीक, फोटोइलेक्ट्रोकेमिकल ऑक्सीडेशन (पीईसीओ), हवा के जरिये प्रदूषित करने वाले जैसे वायरस, बैक्टीरिया, फफूंद या रसायन जिन्हें वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड (वीओसी) के रूप मे जाना जाता है, को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इन मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर के पीईसीओ पर किए गए परीक्षण कोरोनावायरस स्ट्रेन (पोर्सिन और बोवाइन) और एच1एन1 फ्लू वायरस की 99.99% तक निष्क्रियता, वीओसी और ओजोन (हवा से फैलने वाले रसायनों) को 95% तक नष्ट करने की क्षमता और हवा में बैक्टीरिया, फंगस और वायरस को 99.9% तक नष्ट करने की क्षमता को दर्शाते हैं। 

पहले बैच में, मॉलिक्यूल एयर प्यूरीफायर मिनी और मॉलिक्यूल एयर प्रो आरएक्स यूनिट्स को एसएआईएफ, पीयूसी के तकनीकी स्टाफ सदस्यों द्वारा प्राप्त, तैयार और परीक्षण किया गया था। मॉलिक्यूल एयर प्रो आरएक्स यूनिट्स इकाइयों को मूल रूप से अमेरिका में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन किया गया था और अस्पतालों की बहुउद्देशीय सुविधाओं में वायु शोधन के लिए अनुकूलित किया गया था जिससे आपातकालीन वार्ड, आईसीयू, और ऐसे ही बड़े क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा किया जा सके, और भारत में कोविड-19 के तेज प्रसार पर रोक लगाने के लिये ये अब महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

डीएसटी के सचिव प्रो आशुतोष शर्मा ने कहा "कोविड -19 से जुड़ी मांगों के तेजी के साथ और बड़े पैमाने पर प्रभावी हल के लिये डीएसटी समर्थित वैज्ञानिक बुनियादी ढांचों और ज्ञान केंद्रों जैसे पंजाब विश्वविद्य़ालय के एसएआईएफ को नये उद्देश्य देने जैसी कई दमदार कहानियां मौजूद हैं। एक महत्वपूर्ण सबक यह है कि वैज्ञानिक और तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर, मानव और ज्ञान के संसाधन किसी भी स्पष्ट और प्रत्यक्ष संकट, जिसके लिए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता होती है, से लड़ने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकते हैं"। 

 

Description: C:\Users\user\Desktop\Molekule\AIR Purifier\DSCN4775.JPG   Description: C:\Users\user\Desktop\Molekule\AIR Purifier\DSCN4787.JPG

 

अस्पतालों को यूनिट वितरित करने से पहले, विभिन्न अस्पतालों के निदेशकों/मुख्य चिकित्सा अधिकारी/चिकित्सा अधीक्षकों को उपकरण की विशेषताओं के बारे में बताया गया। एसएआईएफ चंडीगढ़ के कर्मचारियों ने कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए आपातकालीन वार्डों, आईसीयू, कोविड वार्डों और यहां तक ​​कि प्रतीक्षालय में इन एयर प्यूरीफायर को स्थापित करने में मदद की। 

एयर प्यूरीफायर को स्थापित करने का विवरण

  1. पंजाब यूनिवर्सिटी कोविड केयर सेंटर (100 बेड क्षमता), हेल्थ सेंटर, और डॉ. हरवंश सिंह जज इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, पंजाब यूनिवर्सिटी के बीच 42 इकाइयों का वितरण किया गया। 

 

  1. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला के लिये हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को 40 यूनिट सौंपे गये ।

  1. मॉलिक्यूल एयर प्रो आरएक्स की 1 यूनिट के साथ 60 यूनिट निदेशक पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को सौंपे गये। 

  1. गवर्नमेंट मल्टीस्पेशियलटी हॉस्पिटल, सेक्टर 16 चंडीगढ़ की प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉक्टर अमनदीप कंग को 30 यूनिट सौंपे गये। 

  1. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सेक्टर 32 चंडीगढ़ की प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ जसबिंदर कौर को 20 यूनिट सौंपे गये। 

  1. एम्स भठिंडा को एसएआईएफ, पीयू से 20 मॉलिक्यूल एयर प्यूरिफायर यूनिट मिलीं

****

एमजी/एएम/एसएस/एसएस 
 


(रिलीज़ आईडी: 1723341) आगंतुक पटल : 184
इस विज्ञप्ति को इन भाषाओं में पढ़ें: English , Urdu , Punjabi , Tamil , Telugu