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मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए 100 दिन के काउंटडाउन कार्यक्रम की शुरुआत

Posted On: 13 MAR 2021 4:26PM by PIB Delhi

केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)) और आयुष मंत्रालय राज्य मंत्री (अतिरिक्त प्रभार) श्री किरेन रिजिजू ने नई दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) में आज 13 मार्च 2021 को सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए 100 दिन के काउंटडाउन की शुरुआत की। समारोह की अध्यक्षता अतिरिक्त सचिव (आयुष) श्री पीके पाठक ने की।

डॉ. आईवी बासावारद्दी, निदेशक, एमडीएनआईवाई ने अपने संबोधन के शुरुआत में माननीय मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने योग के प्रचार और विकास के लिए भारत सरकार की 3 प्रमुख पहलों के बारे में विस्तार से बताया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया है, यूनेस्को ने योग को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी और योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल घोषित किया। इन पहलों के परिणामस्वरूप 2014 के बाद से योग के प्रचार में तेजी आई है।

अपर सचिव श्री पी के पाठक ने कहा कि योग ने मानव शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसलिए यह कोविड-19 से मुकाबला करने में बेहद जरूरी भूमिका निभाता है। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर आयुष मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 के उत्सव के लिए कई गतिविधियां लेकर आ रहा है।

माननीय मंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि योग एक सॉफ्ट पावर है और इसने भारत को अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के समक्ष एक विशिष्ट पहचान दी है। उन्होंने यह भी कहा कि योग में रोजगार के अवसरों की व्यापक संभावनाएं हैं, खासकर योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में घोषित करने के बाद। उन्होंने समारोह के दौरान उपस्थित सभी युवा छात्रों और योग का अभ्यास करने और योगासनों में भाग लेने के लिए ऑनलाइन उपस्थित सभी लोगों से अपील की। मंत्री ने यह भी कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों के कारण, योग की स्वीकार्यता को इस हद तक बढ़ाया गया है कि इसे 'जीवन के मार्ग' के रूप में स्वीकार किया गया है।

माननीय मंत्री ने मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान की एक द्वि-वार्षिक शोध पत्रिका योग विज्ञान के पहले संस्करण को भी जारी किया। पत्रिका में योग पेशेवरों के लाभ के लिए प्रकाशित होने वाले योग शास्त्र के बारे में बहुत उपयोगी वैज्ञानिक शोध लेख और पारंपरिक ज्ञान शामिल हैं।

मंत्री ने एमडीएनआईवाई द्वारा किए गए लेह-लद्दाख के योग प्रशिक्षकों के लिए योग पुन: उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया। माननीय मंत्री ने एमडीएनआईवाई के प्रयासों की सराहना की और कहा कि योग इस संस्थान के साथ एक लंबा रास्ता तय करेगा।

कार्यक्रम के दौरान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अभी तक के सफर और योग पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी पेश की गई। 69 साल के योग गुरु श्री बाल मुकुंद सिंह द्वारा पेश योग प्रदर्शन को काफी सराहना मिली।

आयुष मंत्रालय में निदेशक श्री विक्रम सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया और युवाओं में माननीय मंत्री की सादगी औऱ लोकप्रियता का भी जिक्र किया। योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल घोषित करने के लिए माननीय मंत्री के प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने मंत्रालय में कार्य के वितरण में सुधार के लिए अथक प्रयासों के लिए श्री पीके पाठक, अपर सचिव, आयुष मंत्रालय को धन्यवाद दिया और सराहना की। टीम एमडीएनआईवाई की उनके निदेशक के प्रभावशाली नेतृत्व में किए गए प्रयासों की भी सराहना की गई।

एमडीएनआईवाई के निदेशक के नेतृत्व में सामान्य योग प्रोटोकॉल का 45 मिनट का लाइव प्रदर्शन किया गया। माननीय मंत्री ने स्वयं कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करने के बाद लगभग 300 योग छात्रों और उत्साही लोगों के साथ कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास किया। एमडीएनआईवाई के निदेशक इस समारोह की अगुवाई कर रहे थे।

कार्यक्रम के दौरान छात्रों के एक समूह द्वारा एक योग फ्यूजन का प्रदर्शन भी किया गया। 69 साल के योग गुरु श्री बाल मुकुंद सिंह द्वारा पेश योग प्रदर्शन को काफी सराहना मिली।

इस आयोजन का मूल उद्देश्य कॉमन योग प्रोटोकॉल को व्यापक प्रचार और प्रचार देना था ताकि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर अधिकतम लोगों को लाभ मिल सके। कार्यक्रम को एमडीएनआईवाई के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, आयुष सोशल मीडिया और माईगव (My Gov) के माध्यम से लाइव स्ट्रीम किया गया।

एमडीएनआईवाई में 100 दिनों के काउंटडाउन के शुभारंभ के बाद माननीय मंत्री द्वारा प्रेस ब्रीफिंग

माननीय मंत्री ने योग को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। 11 दिसंबर 2014 को जनरल असेंबली द्वारा संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का आधार बना है और यह सभी के लिए स्वास्थ्य व भलाई को सुरक्षित करने के लिए योग की क्षमता पर जोर देता है।

मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों का विवरण देते हुए, उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय भारत में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए नोडल मंत्रालय होने के नाते विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहा है। विभिन्न हितधारकों के बीच कई कार्यक्रमों के जरिए इस समारोह में अधिक से अधिक लोगों को भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

माननीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय 09-11 अप्रैल, 2021 को छह शहरों (जैसे अहमदाबाद, ईटानगर, नई दिल्ली, भोपाल, पंजिम और लेह) में 3 दिवसीय योग महोत्सव का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन में विभिन्न योग हितधारकों और योग गुरुओं की भागीदारी होगी। संबंधित राज्य के साथ समन्वय करके तैयारी चल रही है।

मंत्रालय ने भारत और दुनिया भर में योग का संदेश फैलाने और इस वर्ष अपनी पहुंच को और व्यापक बनाने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। वर्तमान परिदृश्य में योग के अभ्यास अत्यधिक महत्व हो गया है क्योंकि दुनिया एक घातक महामारी से उबरने की ओर अग्रसर है। सार्वजनिक स्वास्थ्य, निवारक दवा और शारीरिक और मानसिक दोनों मोर्चों पर व्यक्तिगत देखभाल पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।

मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए विभिन्न आईटी परिसंपत्तियों को तैयार किया है। "साल भर चलने वाला योग" कैलेंडर जारी किया गया है जो पूरे देश में योग कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। साथ ही नमस्ते योग ऐप भी डिजाइन किया गया है जो मोबाइल पर पोर्टल के समान जानकारी देगी, उसे मई 2021 में लॉन्च किया जाएगा।

उन्होंने आगे बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी (एनआईएन), पुणे ने एक प्रायोगिक पहल शुरू की है जिसके तहत महाराष्ट्र में 5,600 से अधिक आशा कार्यकर्ताओं को सामान्य योग प्रोटोकॉल पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। एनआईएन इन आशा कार्यकर्ताओं के लिए 13 मार्च 2021 को एक काउंटडाउन कार्यक्रम आयोजित करेगा।

योग के महत्व पर बात करते हुए मंत्री ने बताया कि केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन) के समन्वय में मंत्रालय ने योग के उत्पादकता आयाम को विकसित करने पर काम शुरू किया है। डॉ. एचडी नागेंद्र, चांसलर (एस-वीवाईएएसए), बेंगलुरु की अध्यक्षता में प्रख्यात विशेषज्ञों की एक बहु-विषयक समिति ने इस विषय पर एक श्वेत पत्र तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मंत्रालय अप्रैल 2021 में माईगव मंच पर योग के प्रचार और विकास के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधानमंत्री योग पुरस्कार के लिए नामांकन आमंत्रित करेगा। इस पुरस्कार में भारतीय मूल लोगों की दो राष्ट्रीय स्तर की श्रेणियां शामिल होंगी। साथ ही दो विदेशी या भारतीय मूल की संस्थाओं के लिए दो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की श्रेणियां भी शामिल होंगी।

ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच को और व्यापक करने व भारत की विविधता की मांग को पूरा करने के लिए, मंत्रालय सीईएमसीए के साथ एक व्यापक सामुदायिक रेडियो आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। यह कार्यक्रम क्षेत्रीय भाषाओं में होगा और योग जागरूकता और प्रशिक्षण पर कई प्रोग्राम पेश करेगा।

मंत्री ने कहा कि आयुष मंत्रालय अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और विभिन्न राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ भी समन्वय में काम कर रहा है ताकि इस वर्ष के योग दिवस समारोह को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए प्रासंगिक गतिविधियों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जा सके।

उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय विभिन्न मोर्चों पर सहयोग कर रहे हैं और योग को फिट इंडिया आंदोलन का हिस्सा बनाने के लिए एक समर्पित अभियान भी शुरू किया जाएगा। यह दो महीने का अभियान 21 अप्रैल 2021 को शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, योग प्रमाणन बोर्ड मान्यता प्राप्त केंद्रों को फिट इंडिया सेंटर बनाया जाएगा, और सभी भारतीय खेल प्राधिकरणों को एमडीएनआईवाई के सहयोग से योग प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया जाएगा। योग फिट इंडिया मूवमेंट का एक बड़ा हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय चार स्थानीय खेलों को बढ़ावा दे रहा है और अब पांचवें खेल के रूप में योगासन को बढ़ावा दिया जाएगा।

आगे की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में भी विभिन्न संगठन योग के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए मंत्रालय के साथ काम कर रहे हैं। इसमें प्रमुख योग संस्थान, व्यापार मंडल (जैसे सीआईआई, फिक्की, एसोचैम आदि), योग और प्राकृतिक चिकित्सा कॉलेज और अन्य हितधारक शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि श्री राम चंद्र मिशन, हैदराबाद आयुष मंत्रालय के सहयोग से और पतंजलि योगपीठ- हरिद्वार, एसवीवाईएएसए- बेंगलुरु, और अन्य प्रमुख संस्थानों के सहयोग से योग दिवस संबंधित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। यह एक 100-दिवसीय कार्यक्रम होगा जिसका शीर्षक 'एकता और भलाई के लिए योग' होगा। यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक सूचना विभाग (यूएनडीपीआई) द्वारा समर्थित है और संपूर्ण भारत के अलावा कई देशों को भी कवर करेगा। सभी प्रमुख योग संस्थान 14 मार्च 2021 को इस आयोजन में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

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