विद्युत मंत्रालय

भारत सरकार के उजाला तथा एसएलएनपी कार्यक्रम के अंतर्गत भारत को रोशन करने के छह सफल वर्ष पूरेहुए


दोनों कार्यक्रमों से पूरे देश में घरेलू और सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था में सुधार - विद्युत मंत्री श्री आर.के. सिंह

ईईएसएल ने 36.69 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किए, उजाला योजना के तहत 1.14 करोड़ एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाए गए, प्रतिवर्ष 55.32 बिलियन किलोवाट की संचयी ऊर्जा की बचत

​​​​​​​ईईएसएल ने एसएलएनपी कार्यक्रम के तहतअब तक लगभग 1.14 करोड़ एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाए, अनुमानित7.67 बिलियन किलोवाट वार्षिक ऊर्जा बचत

Posted On: 05 JAN 2021 6:43PM by PIB Delhi

5 जनवरी, 2015 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई, सभी के लिए सस्ती एलईडी (उजाला) और एलईडी स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (एसएलएनपी) के माध्यम से भारत सरकार की शून्य सब्सिडी उन्नत ज्योति ने अपने छह वर्ष पूरे कर लिये हैं।

दोनों कार्यक्रमों को एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल), जोकि भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का एक संयुक्त उद्यम है, के द्वारा प्रायोजित और कार्यान्वित किया गया है। उजाला पहल के माध्यम से, 36.69 करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब पूरे भारत में वितरित किए गए हैं। इसके परिणामस्वरूप 47.65 बिलियन किलोवाट की वार्षिक ऊर्जा बचत हुई है और 9,540 मेगावाट के पीक मांग से बचा गया है जिसके परिणामस्वरूप हर साल जीएचजी उत्सर्जन में सीओ2 के 38.59  मिलियन टन की कमी हुई।इसके अतिरिक्त, 72 लाख से अधिक एलईडी ट्यूबलाइट और 23 लाख से अधिक बिजली बचाने वाले पंखों को भी इस कार्यक्रम के तहत सस्ती कीमत पर वितरित किया गया है।

एसएलएनपी के तहत ईईएसएल ने अब तक 1.14 करोड़ से अधिक स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं परिणामस्वरूप 7.67 बिलियन किलोवाट की वार्षिक ऊर्जा बचत हुई है और 1280 मेगावाट के पीक डिमांड से बचा गया है, जिसके परिणामस्वरूप हर साल जीएचजी उत्सर्जन में सीओ2 के 5.29 मिलियन टन की कमी हुई। साथ ही नगरपालिकाओं के बिजली बिलों में 5,210 करोड़ रुपये की अनुमानित वार्षिक बचत हुई है।

विद्युत मंत्री श्री आर. के. सिंह ने इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि उजाला  और  राष्ट्रीय सड़क प्रकाश कार्यक्रम, दोनों बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का केंद्र हैं। इससे न केवल उत्सर्जन कम हुआ है और सतत विकास सक्षम हुआ है, साथ ही पूरे देश में घरेलू और सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था भी पुनर्जीवित हुई है। मैं ईईएसएल को इन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करने और भारतीय बिजली क्षेत्र में बदलाव के छह साल पूरे करने पर बधाई देता हूं।

ईईएसएल के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री सौरभ कुमार ने कहा, “जब हमने पहली बार उजाला और राष्ट्रीय सड़क प्रकाश कार्यक्रम (एसएलएनपी) शुरू किया, तो हमने एक स्वच्छ, हरित और उज्जवल भारत की कल्पना की थी। आज, हमारे दोनों प्रमुख कार्यक्रम अपने छह साल उत्कृष्टता से पूरे कर रहे हैं, तो मैं कह सकता हूं कि हम अपने मूल उद्देश्यों को पूरा और उसे पार कर चुके हैं। हालाँकि, अभी भी बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है, और मुझे दृढ़ विश्वास है कि ये दो पहलें आने वाले वर्षों में रोशनी और ऊर्जा दक्षता को बदल देंगी।

ईईएसएल के प्रबंध निदेशक, श्री रजत सूद ने कहा कि, “कोविड-19 महामारी के बाद, जलवायु परिवर्तन का खतरा पहले से कहीं अधिक वास्तविक है। ईईएसएल में, हम समझते हैं कि ऊर्जा दक्षता भविष्य की पर्यावरणीय चुनौतियों को कम करने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है, साथ ही इससे अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव भी है। मैं सभी राज्य सरकारों, स्थानीय निकायों, हितधारकों और ईईएसएल की युवा टीम को देश के ऊर्जा दक्षता लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा किये जा रहे निरंतर प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। हम साथ मिल कर कड़ी मेहनत जारी रखते हुए महामारी के बाद की दुनिया में भी भारत के महत्वाकांक्षी ऊर्जा दक्ष होने के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ाएंगे।

भारत में एलईडी परितंत्र के निर्माण के ठोस प्रयासों के लिए इन कार्यक्रमों को प्रतिष्ठित साऊथ एशिया प्रोक्‍योरमेंट इनोवेशन अवार्ड (एसएपीआईए) 2017 समेत कई विश्‍वस्‍तर के पुरस्‍कार प्राप्‍त हुए है। आईटी के नवाचार उपयोग के लिए एसएलएनपी को सीआईओ 100 पुरस्‍कार 2019 में प्राप्‍त हुए है। ऊर्जा दक्षता में उच्च प्रभाव कार्यक्रम के लिए- ऊर्जा प्रबंधन 2020 उत्कृष्टता के लिए सीआईआई राष्ट्रीय पुरस्कार और 10वें एलेट्स ज्ञान विनिमय शिखर सम्मेलन में उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्‍त हुए है।

उजाला परियोजना ने ऊर्जा दक्षता क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण बदलाव किए हैं। पारंपरिक बल्‍बों के स्‍थान पर एलईडी बल्‍बों के उपयोग से परिवारों के बिजली बिल में कमी आई है और घर की रोशनी में भी बढ़ोतरी हुई है। धन की बचत से परिवारों का जीवन स्‍तर बेहतर हुआ है, स्थानीय समुदायों में समृद्धि पैदा हुई है और सभी के लिए ऊर्जा तक पहुंच का विस्तार हुआ है। औसत घरेलू बिजली के बिलों में 15 प्रतिशत की तक की कमी आई है, साथ ही वार्षिक ऊर्जा की बचत एक सप्ताह की औसत कमाई के बराबर है।घरेलू एलईडी बाजार का भी काफी विस्‍तार हुआ है और 1.15 बिलियन एलईडी बल्‍बों की बिक्री हुई है, जबकि उजाला कार्यक्रम का लक्ष्‍य 700 मिलियन एलईडी इकाइयों की बिक्री निर्धारित किया गया था। उजाला कार्यक्रम से घरेलू एलईडी बाजार का भी काफी विस्‍तार हुआ है और 1.15 बिलियन एलईडी बल्‍बों की बिक्री हुई है, जबकि उजाला कार्यक्रम का लक्ष्‍य 700 मिलियन एलईडी इकाइयों की बिक्री निर्धारित किया गया था।

एक महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत ईईएसएल अगले 4-5 वर्षों में एसएलएनपी पोर्टफोलियो में 8 हजार करोड़ रूपये का निवेश करेगा, जिसमें पूरे ग्रामीण भारत को कार्यक्रम के दायरे में लाया जाएगा। अनुमान है कि ईईएसएल 30 मिलियन एलईडी स्‍ट्रीट लाइटें लगाएगा।

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