कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय

डीजीटी-एमएसडीई ने अप्रेंटिस के लिए 110वीं अखिल भारतीय व्‍यापार परीक्षा के परिणामों की घोषणा की


अप्रेंटिस के लिए सितंबर 2020 में आयोजित 110वीं एआईटीटी में करीब 96,000 उम्मीदवार उपस्थित हुए

नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) में आईएचएमसीटी, हरियाणा- पानीपत की कु. स्नेहा ने 95.96 प्रतिशत अंकों के साथ मूल्‍यांकन में टॉप किया

​​​​​​​टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड, पश्चिम बंगाल के कल्याण राणा औरबीएचईएल, पुदुकोट्टई- तमिलनाडु के एम. तिरुसेल्वम क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे

Posted On: 29 DEC 2020 6:02PM by PIB Delhi

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के अंतर्गत काम करने वाले प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) ने अप्रेंटिस के लिए 110वीं अखिल भारतीय व्यापार परीक्षा (एआईटीटी) के परिणामों की घोषणा की है। यह परीक्षा सितंबर 2020 में आयोजित की गई थी जिसमें 200 से अधिक व्यापार में करीब 7,300 उद्योग शामिल थे। एआईटीटी में लगभग 96,000 उम्मीदवार उपस्थित हुए थे जिनमें 50,000 से अधिक उम्मीदवार उत्‍तीर्ण हुए। उत्तीर्ण होने वाली लड़कियों और लड़कों का प्रतिशत क्रमशः 58.41 प्रतिशत और 51.44 प्रतिशत रहा अप्रेंटिसशिप में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की गवाही देता है। आईएचएमसीटी, पानीपत- हरियाणा की कुमारी स्नेहा ने नेशनल अपरेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) में 95.96 प्रतिशत अंकों के साथ मूल्‍यांकन में टॉप किया। टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड, पश्चिम बंगाल के कल्याण राणा और बीएचईएल, पुदुकोट्टई- तमिलनाडु के एम. तिरुसेल्वम क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण पूरा होने के बाद नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) के लिए साल में दो बार आयोजित होने वाली अखिल भारतीय व्यापार परीक्षा (एआईटीटी) के जरिये मूल्यांकन किया जाता है। एआईटीटी एक कौशल उन्मुख मूल्यांकन है जो डीजीटी एवं उद्योग द्वारा किया जाता है और इसमें सफल होने के लिए निरंतर अभ्यास, लगन, समर्पण और कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। डीजीटी- एमएसडीई देश भर के युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण और संबंधित उद्योग में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए उद्योग के साथ मिलकर अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण को प्रमाणित करता है। यह प्रशिक्षण अप्रेंटिस अधिनियम, 1961 के तहत और राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप संवर्धन योजना (एनएपीएस) से समर्थित है। यह प्रशिक्षण संबंधित व्‍यापार में डीजीटी द्वारा डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम के अनुसार दिया जाता है जो उम्‍मीदवारों को उद्योग की प्रमुख कंपनियों द्वारा नौकरी के साथ-साथ प्रशिक्षण हासिल करने और वजीफा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेन्‍द्र नाथ पांडे ने सफल उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा, 'पिछले कुछ वर्षों के दौरान डीजीटी- एमएसडीई ने देश भर में उद्यमों द्वारा काम पर रखे गए अप्रेंटिस की संख्या बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं। हमने इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 2019 में अप्रेंटिसशिप नियमों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। युवाओं को सही कौशल प्रदान करने और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए भारतीय अप्रेंटिसशिप परिवेश को मजबूती देने संबंधी हमारे अथक प्रयासों में नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (एनएसी) एक उल्‍लेखनीय भूमिका निभाता है। सभी सफल उम्मीदवारों को मेरी हार्दिक बधाई और मैं उन्‍हें उज्‍ज्‍वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्‍वास है कि ये प्रतिभावान, डायनेमिक और कुशल युवा पेशेवर अपने संबंधित उद्योगों में एक उल्‍लेखनीय छाप छोड़ेंगे और हमारे माननीय प्रधानमंत्री के आत्‍मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में पूर्ण योगदान करेंगे।'

उद्योग और प्रशिक्षण संस्थानों के बीच संबंधों में सुधार लाने के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज से युवाओं को काम करने के लिए स्थानांतरित करते हुए युवाओं को सशक्त बनाने के लिए अप्रेंटिसशिप को एक प्रभावी तरीके के रूप में मान्यता दी गई है। नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम भारत के कार्यबल को कुशल बनाने संबंधी कार्य को पूरा करने में एक बड़ी भूमिका निभाता है। यह विभिन्न पक्षों (नियोक्ताओं, व्यक्तियों और सरकार) के बीच लागत साझा करने और भागीदारी में सरकारों, नियोक्ताओं एवं श्रमिकों को शामिल करने का अवसर प्रदान करता है। अप्रेंटिसशिप उद्योग और युवाओं दोनों के लिए फायदेमंद है जो उन्‍हें भविष्य में 'स्किल्‍ड इंडिया' के सपने को साकार करने में मदद के लिए उन्‍हें एकजुट करता है।

डीजीटी की महानिदेशक (प्रशिक्षण) सुश्री नीलम शम्मी राव ने इस संबंध में अपने विचार साझा करते हुए कहा, 'हमारा मिशन कुशल कर्मचारियों की मांग एवं आपूर्ति में अंतर को पाटना और रोजगारपरक प्रशिक्षण एवं रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करते हुए भारतीय युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है। हमने महसूस किया कि उद्योग आधारित, अभ्यास उन्मुख, प्रभावी एवं औपचारिक प्रशिक्षण के लिए कुशल तरीका विकसित करने के लिए अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण की बेहद आवश्यकता है। बाजार की स्थिति में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण पैदा हुई 'नई सामान्य स्थिति' के साथ अप्रेंटिसशिप पर ध्यान केंद्रित करना भविष्य के रोजगार के लिए काफी महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार की पहचान करते हुए एनएसी हमें यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि हमारी पहल राष्ट्रीय एवं वैश्विक उद्योग मानकों एवं आवश्यकताओं के अनुरूप हो।'

टॉपर उम्मीदवार और परिणामों की सूची डीजीटी की वेबसाइट-http://apprenticeship.gov.inपर देख सकते हैं।

 

टॉपर की सूची

रैंक : 01 - टॉपर (लड़कियांऔर कुल मिलाकर टॉपर

स्नेहा, आईएचएमसीटी, पानीपत- हरियाणा

 रैंक : 02 - टॉपर (लड़के)

कल्याणराणा, टेक्‍समैको रेल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड, पश्चिम बंगाल

 

रैंक : 03

एम. तिरुसेल्वमएम, बीएचईएल, पुदुकोट्टई- तमिलनाडु

 

रैंक : 04

दीपक कुमार बेहरा, विभु प्रसाद प्रस्‍ती, राहुल कुमार झा, सौरव भट्टाचार्जी, टीएन हनुमंथप्पा

 

रैंक : 05

सजल विस्‍वास, त्रिलोकनाथ

 

रैंक : 06

महेंद्र कुमार बरेठ, मनोरंजन प्रधान, पूजा सोलरा, अभिजित घोष, संतू घोषाल

 

रैंक : 07

शिवरंजनी रविचंद्रन, एनएलसी, कुड्डालोर- तमिलनाडु

 

रैंक : 08

केतन बंधु महुरे, टोटन मंडल, रामपदा हती, चिरंजीबी राउत, काशीनाथ माझी

 

रैंक : 09

कर्ण हुंडेकर, बीईएल, बेंगलूरु- कर्नाटक

 

रैंक : 10

कमलेश कुमार रवि, एचवीएफ, अवाडी- तमिलनाडु

 

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