रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय

एनएफएल ने सीसीआई के साथ मिलकर राजस्थान में किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये


किसानों को 75 कॉटन प्लकिंग मशीनें नि:शुल्क वितरित की गईं

Posted On: 21 OCT 2020 5:35PM by PIB Delhi

नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) ने सीसीआई के साथ मिलकर कृषि अनुसंधान केंद्र, श्रीगंगानगर, राजस्थान में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

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इस कार्यक्रम में श्रीगंगानगर, बीकानेर और हनुमानगढ़ जिलों के कुल 75 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। कृषि वैज्ञानिकों ने नवीनतम तकनीक के बारे में किसानों को जानकारी दी। इससे किसानों को अपने खेती के खर्च को कम करने और अच्छी आय अर्जित करने में मदद मिलेगी।

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प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिकों ने कपास उगाने वाले किसानों के सामने आने वाली विभिन्न समस्याओं का समाधान प्रस्तुत किया। कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के अधिकारियों ने किसानों को उत्पादन बढ़ाने और फसल की गुणवत्ता में सुधार के लिए नवीनतम मशीनरी का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

एनएफएल के जोनल मैनेजर श्री दिलबाग सिंह और कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक श्री नीरज कुमार भट्ट ने कॉटन प्लकिंग मशीनों का उपयोग करके कपास चुनने पर एक लाइव कार्यक्रम का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर, एनएफएल ने भाग लेने वाले किसानों को 75 कॉटन प्लकिंग मशीनें निःशुल्क वितरित की। श्री भट्ट ने इस बात पर जोर दिया कि बाजार से अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिए कपास की फसल में न्यूनतम नमी रखी जानी चाहिए।

श्री दिलबाग सिंह ने किसानों को मृदा परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर अपनी फसलों में उर्वरकों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने किसानों द्वारा उगाई जाने वाली विभिन्न फसलों में विभिन्न उर्वरक के संतुलन पर भी जोर दिया ताकि उर्वरक पर होने वाले खर्च में कमी लाई जा सके और किसानों की आय में वृद्धि हो सके।

पादप वैज्ञानिक डॉ. विजय प्रकाश ने राजस्थान के श्रीगंगानगर और आसपास के जिलों की जलवायु के अनुसार उपयुक्त कपास की फसल की सर्वोत्तम किस्मों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कपास की अनुकूल और उच्च उपज देने वाली किस्मों का चयन करने और इसकी खेती के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करने के जरिये किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया। डॉ. विजय ने उचित फसल प्रबंधन (जिसमें कपास की खेती के लिए सभी कार्य शामिल हैं) को महत्वपूर्ण बताया, ताकि खर्च को कम और लाभ को अधिकतम किया जा सके।

कार्यक्रम की शुरुआत में श्री दिलबाग सिंह ने एनएफएल के विभिन्न उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इन उत्पादों में शामिल हैं-  उर्वरक (यूरिया, डीएपी, एमओपी और एनपीके) बीज, कृषि रसायन, सिटी कम्पोस्ट, जैव उर्वरक और बेंटोनाइट सल्फर आदि। उन्होंने कंपनी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सीएसआर गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी।

एनएफएल, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।

 

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