श्रम और रोजगार मंत्रालय

ईपीएफओ ने कोविड महामारी के बावजूद जुलाई-2020 के दौरान अपने अभिदाताओं के केवाईसी के नवीनीकरण में उल्लेखनीय प्रगति की  


अपने अभिदाताओं के यूएएन में 2.39 लाख आधार नंबर, 4.28 लाख मोबाइल नंबर और 5.26 लाख बैंक खातों का नवीनीकरण किया

Posted On: 22 AUG 2020 4:41PM by PIB Delhi

ईपीएफओ जुलाई-2020 के दौरान अपने अभिदाताओं के यूएएन में 2.39 लाख आधार नंबर, 4.28 लाख मोबाइल नंबर और 5.26 लाख बैंक खातों का नवीनीकरण करने में सफल रहा है।

जब देश को कोविड 19 महामारी की अभूतपूर्व चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, सोशल डिस्टेंसिंग की अवधारणा बहुत अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। देश में प्रमुख सामाजिक सुरक्षा संगठन के रूप में, ईपीएफओ, लगभग न्यूनतम संपर्क के साथ डिजिटल मोड के माध्यम से अपने ग्राहकों को निर्बाधित सेवाएं प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत करता रहा है।

अपनी ऑनलाइन सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच का विस्तार करने के अपने प्रयास में, संगठन, अभिदाताओं को ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपनी सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम करने के लिए अपने नो योर कस्टमर (केवाईसी) डेटा को लगातार अपडेट कर रहा है।

 

केवाईसी नवीनीकरण एक बार की प्रक्रिया है जो केवाईसी विवरण के साथ यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) को जोड़ने के माध्यम से अपने अभिदाताओं की पहचान के सत्यापन में मदद करती है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है, ईपीएफओ अभिदाता डिजिटल तरीके से ईपीएफओ की सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम हो जाते हैं।

 

संगठन ने अपने अभिदाताओं और अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए, वर्क फ्रॉम होम गतिविधि के इस महत्वपूर्ण कर्तव्य पर अपने कार्यबल की तैनाती के जरिये अपने अभिदाताओं के केवाईसी नवीनीकरण पर सक्रिय ध्यान देने के लिए विवेकपूर्ण एक कार्यनीति अपनाई है। बड़ी संख्या में ईपीएफओ स्टाफ के सदस्यों को विशेष रूप से केवाईसी का नवीनीकरण करने का काम सौंपा गया है, जिसमें वर्क फ्रॉम होम गतिविधि के रूप में विवरण को सुधारना भी शामिल है। यह एक समयबद्ध प्रक्रिया के रूप में आरंभ किया गया है जिसके बहुत उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। इस केवाईसी नवीनीकरण ने डिजिटल मोड में ईपीएफओ की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए ईपीएफओ अभिदाताओं के सशक्तीकरण में काफी मदद की है और इस प्रकार अपनी आवश्यकताओं के लिए ईपीएफओ के किसी भी कार्यालय के साथ किसी भी प्रकार के शारीरिक संपर्क की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है।  

 

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