जल शक्ति मंत्रालय

वर्षा और बाढ़ के हालात की संक्षिप्त जानकारी

Posted On: 21 AUG 2020 4:51PM by PIB Delhi

ओडिशा में तेज वर्षा से बहुत तेज वर्षा एवं कहीं-कहीं अतिवृष्टि; हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना एवं छत्तीसगढ़ में भारी से बेहद भारी वर्षा और मध्य प्रदेश व उत्तराखंड में तेज वर्षा सुबह के समय हुई।

29 केंद्रों (बिहार में 16, असम में 4, उत्तर प्रदेश में 4, और आंध्र प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 1-1) में गंभीर बाढ़ स्थिति जैसा तेज प्रवाह है और 30 केंद्रों (बिहार में 9, असम में 9, उत्तर प्रदेश में 6, तेलंगाना में 3, आंध्र प्रदेश में 2 और अरुणाचल प्रदेश में 1) में सामान्य से ज्‍यादा बाढ़ स्थिति जैसा तेज प्रवाह है। 41 बैराज और बांधों (कर्नाटक में 13, मध्य प्रदेश एवं आंध्र प्रदेश में 5-5, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना व झारखंड में 3-3 और छत्तीसगढ़, गुजरात एवं ओडिशा में 1-1) के लिए जल प्रवाह का पूर्वानुमान जारी किया गया है। विस्‍तृत विवरण इस लिंक http://cwc.gov.in/sites/default/files/cfcr-cwcdfb20082020_5.pdf  पर उपलब्ध है।

ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में तेज वर्षा से बहुत तेज वर्षा एवं कहीं-कहीं अतिवृष्टि होने की संभावना है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में 21 अगस्त 2020 को तेज वर्षा से बहुत तेज वर्षा होने का पूर्वानुमान है।

वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर गोदावरी नदी और उसकी सहायक नदियों जैसे इंद्रावती एवं सबरी का जल स्‍तर फिर से बढ़ने की संभावना है। ओडिशा के नवरंगपुर, कोरापुट, मलकानगिरी जिलों; छत्तीसगढ़ के बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर जिलों; और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली, चंद्रपुर जिलों में निरंतर पैनी निगरानी रखी जानी है।

कृष्णा नदी और उसकी सहायक नदियों जैसे तुंगभद्रा एवं भीमा में जल स्‍तर के निरंतर धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है और वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर बेसिन के अधिकतर बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने की प्रबल संभावना है। महाराष्ट्र के सतारा, कोल्हापुर जिलों में; कर्नाटक के बागलकोट, विजयपुरा, रायचूर, बेलगावी जिलों में;  तेलंगाना के जोगुलम्बा, गडवाल और नलगोंडा जिलों में; और आंध्र प्रदेश के कुरनूल, गुंटूर एवं कृष्णा जिलों में निरंतर करीबी निगरानी रखी जानी है।

नर्मदा नदी एवं उसकी सहायक नदियों में जल स्‍तर मंडला में बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में बरगी बांध का बहाव भी बढ़ने की प्रबल संभावना है क्योंकि यह अतिरिक्त पानी छोड़ रहा है।

उपर्युक्त सभी राज्यों और जिलों में अगले 3-4 दिनों तक सख्त चौकसी बरती जानी है। यह सलाह दी जाती है कि बांधों में बढ़े हुए जल प्रवाह के लिए निरंतर पैनी निगरानी रखी जाए। इनमें से किसी भी जलाशय से पानी को संबंधित नियम और मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार छोड़ा जा सकता है। हालांकि, ऐसा करने से पहले तेज जल बहाव वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को अग्रिम तौर पर सूचना देना आवश्‍यक है।  

रेल की पटरियों एवं सड़कों के आसपास और इन नदियों पर बने पुलों पर अधिकतम सतर्कता रखनी होगी। इसके साथ ही किसी भी घटना से बचने के लिए यातायात का नियमन सही ढंग से करना होगा। नदियों के आसपास स्थित निम्न-स्तरीय मार्गों के जलमग्न होने और अत्‍यंत तेज जल प्रवाह वाली नदियों के आसपास स्थित रेल पटरियों पर कड़ी निगरानी रखी जानी है। सभी जिला प्रशासन कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रभावकारी उपाय कर सकते हैं।  इन जिलों में राहत शिविर लगाए जा रहे हैं।

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एमजी/एएम/आरआरएस- 6805



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