पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान द्वारा भारत-अमेरिका सामरिक ऊर्जा सम्मेलन की दूसरी बैठक के समापन पर मीडिया वक्‍तव्‍य

Posted On: 17 JUL 2020 9:33PM by PIB Delhi

            “अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ एनर्जी श्री डैन ब्रोइलेट और मैंने आज भारत-अमेरिका सामरिक ऊर्जा भागीदारी (एसईपी) की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की। द्विपक्षीय ऊर्जा संबंधी सभी मुद्दों पर हमने चर्चा की।

      आज की बैठक के दौरान यूएस सेक्रेटरी ऑफ एनर्जी और मैंने 15 जुलाई को यूएस- इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित उद्योग स्तरीय बातचीत की सह-अध्यक्षता की। मैंने 14 जुलाई को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक एनर्जी पार्टनरशिप (यूएसआईएसपीएफ) द्वारा आयोजित उद्योग स्तरीय बातचीत की अलग से भी अध्यक्षता की।

      यूएस सेक्रेटरी ऑफ एनर्जी ब्रोइलेट और मैं, दोनों सामरिक ऊर्जा भागीदारी के चार स्तंभों और स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान के लिए भारत-अमेरिका भागीदारी (पीएसीई) के तहत प्रगति से संतुष्ट हैं।

      द्विपक्षीय ऊर्जा व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के अलावाहम ऊर्जा सुरक्षा के साथ ऊर्जा सहयोग को युक्तिसंगत बनाने,हमारे सभी संबंधित ऊर्जा क्षेत्रों में ऊर्जा एवं नवाचार लिंकेज का विस्तार करने,उद्योग एवं हितधारकों के साथ-साथ दोनों देशों के उत्कृष्टता संस्थानों के बीच बेहतर तालमेल स्‍थापित करना चाहते हैं।

      हम महज 3 साल की एक छोटी अवधि में द्विपक्षीय ऊर्जा व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि से संतुष्ट हैं। केवल द्विपक्षीय हाइड्रोकार्बन व्यापार वर्ष 2019-20 के दौरान 9.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया हैजो समग्र द्विपक्षीय व्यापार का 10 प्रतिशत है। हमने दोनों देशों के बीच व्यापार घाटे में भी उल्‍लेखनीय कमी दर्ज की है। वास्तव मेंभारत अब अमेरिकी कच्‍चे तेल के लिए चौथा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है और अमेरिकी एलएनजी के लिए यह 5वां सबसे बड़ा गंतव्‍य है। फिलहाल यह प्रवृत्ति जारी रहने के आसार हैं क्‍योंकि भारतीय कंपनियों ने इस वर्ष से आगे के लिए कई दीर्घावधि अनुबंध किए हैं।

      हमने सामरिक पेट्रोलियम भंडार में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। हम भारत के सामरिक तेल भंडार को बढ़ाने के लिए अमेरिका के सामरिक पेट्रोलियम भंडार में कच्चे तेल के भंडारण के लिए बातचीत के उन्नत चरण में हैं।

      भारत-अमेरिका प्राकृतिक गैस टास्क फोर्स के माध्यम से भारतीय और अमेरिकी उद्योग ने नवोन्‍मेषी परियोजनाओं पर नई वाणिज्यिक साझेदारी की है। साथ ही भारत के गैस आधारित अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण के अनुरूप नीति एवं नियामक सिफारिशों की एक श्रृंखला तैयार की है। इसके तहत भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच कई समझौता ज्ञापनों की तैयारी चल रही है और अब उन पर हस्‍ताक्षर होने ही वाले है। इसका विस्‍तृत विवरण संयुक्त वक्तव्य में है।

      नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में शुरू की गई पहलों में साउथ एशिया ग्रुप फॉर एनर्जी (एसएजीई) और हाइड्रोजन टास्क फोर्स का गठन शामिल हैं।

      नीति आयोग और यूएसएआईडी ने ऊर्जा डेटा प्रबंधन के माध्यम से दीर्घकालिक ऊर्जा विकास और योजनाओं एवं रणनीतियों को बेहतर करने के लिए इंडिया एनर्जी मॉडलिंग फोरम को भी लॉन्च किया है। साथ ही निम्न कार्बन उत्‍सर्जन वाली प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं।

      हम नए क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए सहमत हुए हैं जिनमें जैव- ऊर्जा, कृषि एवं एसएमई में नवीकरणीय ऊर्जा, सीसीयूएस के जरिये निम्‍न-से-शून्य उत्सर्जन वाली, उच्च दक्षता वाली कोयला प्रौद्योगिकी शामिल हैं।

      हम एसईपी के चार स्तंभों में क्रॉस-कटिंग थीम के रूप में 'वुमेन इन एनर्जी'  को भी शामिल करने के लिए सहमत हुए हैं। यह थीम ऊर्जा प्रशासनिक संरचनाओं में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही यह भारत के उज्ज्‍वला कार्यक्रम में प्रदर्शित होने वाले अंतिम उपयोगकर्ताओं को भी प्रोत्साहित करेगा।

      माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदीजी और राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के निर्देशन में शुरू की गई सामरिक ऊर्जा भागीदारी कुछ ही समय में पारस्परिक रूप से लाभप्रद दिख रही है। साथ ही उन स्‍तंभों में सबसे अधिक लचीला स्‍तंभ है जिन पर पूरी भारत-अमेरिका सामरिक साझेदारी टिकी हुई है।

      मैंने अमेरिकी सरकार और अमेरिकी कंपनियों को आत्मनिर्भर भारत मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से ऊर्जा बुनियादी ढांचे के विकास के संदर्भ में भारत को 21वीं सदी के वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना है।

      भारत में बाजार हैतो अमेरिका के पास तेल एवं गैस भंडार और निवेश एवं उन्‍नत प्रौद्योगिकी की क्षमता है। मुझे विश्‍वास है कि हमारी भागीदारी सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी।

      एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया है जिसे मंत्रालय की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जाएगा।

      भारत-अमेरिका सामरिक ऊर्जा भागीदारी को मजबूती देने में यूएस सेक्रेटरी ऑफ एनर्जी ब्रोइलेट के लगातार समर्थन के लिए मैं उन्‍हें धन्यवाद देता हूं।'' 

 

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एसजी/एएम/एसकेसी/एसएस


(Release ID: 1639604)
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