वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय

श्री पीयूष गोयल ने विदेशी मिशनों से कहा, ‘सौदे में पारस्परिकता कायम रहे, तो भारत इच्छुक देशों के साथ आपस में लाभकारी सहयोग के लिए तैयार है’


‘भारत के प्रधानमंत्री द्वारा निभाई गई कठिन एवं उपयुक्त भूमिका कोविड संकट के खिलाफ सबसे अच्छी प्रेरणा है और इसे देश के साथ-साथ विश्‍व भर में भी सराहा गया है’

‘यदि किसी भी देश को भारत से दवा के रूप में किसी भी सहायता की आवश्यकता है, तो हम इसे पूरा करने का प्रयास करेंगे’

Posted On: 01 MAY 2020 8:06PM by PIB Delhi

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि यदि सौदे में पारस्परिकता कायम रहे, तो भारत इच्छुक देशों के साथ आपस में लाभकारी सहयोग के लिए तैयार है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नई दिल्ली में विदेशी मिशनों के साथ बातचीत करते हुए श्री गोयल ने उन इच्छुक देशों का स्वागत किया जो भारत के साथ कारोबार करने की योजना बना रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत किसी भी बहुपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करते समय निष्‍पक्षता और पारस्परिकताको सबसे अधिक महत्व देता है। इसी वजह से भारत ने क्षेत्रीय आर्थिक व्यापक भागीदारी (आरईसीपी) में भाग नहीं लिया। उन्होंने सलाह दी कि द्विपक्षीय या बहुपक्षीय समझौतों के लिए रोडमैप की योजना बनाने के लिए डिजिटल रूप से जुड़ने का यह सबसे अच्छा समय है।

श्री गोयल ने अन्य देशों से कोरोना वायरस महामारी के फैलने के खिलाफ सहयोगात्‍मक प्रयास करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान में भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित कर रही है। श्री गोयल ने 9 मिनट तक घर की सारी बत्तियां बुझाने में भाग लेने के लिए उनका धन्यवाद किया, जैसा कि प्रधानमंत्री ने 5 अप्रैल को अपील की थी।

श्री गोयल ने कहा कि हाल के सर्वेक्षणों और अध्ययनों ने यह साबित कर दिया है कि संकट के दौरान भारत के प्रधानमंत्री द्वारा निभाई गई कठिन एवं उपयुक्त भूमिका कोविड संकट के खिलाफ सबसे अच्छी प्रेरणा है और इसे देश के साथ-साथ विश्‍व भर में भी सराहा गया है। दवाओं के निर्यात के लिए राष्ट्रपति ट्रंप सहित विश्व के कई राजनेताओं द्वारा भारत को बधाई देने का उल्‍लेख करते हुए श्री गोयल ने कहा कि भारतीय फार्मास्यूटिकल्स उद्योग न केवल भारत, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए भी दवाओं के उत्पादन और वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह विश्वास व्यक्त करते हुए कि भारत कोविड संकट के बाद की दुनिया में नेतृत्वकारी भूमिका निभाएगा, श्री गोयल ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी देश, विशेषकर अल्‍प विकसित देश आवश्यक दवाओं से वंचित न रहें। श्री गोयल ने उन्हें आश्वासन दिया कि यदि भारत से दवा के रूप में किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है, तो हम इसे पूरा करने का प्रयास करेंगे। हालांकि, लंबी अवधि में हमें फार्मेसी सेक्‍टर के सतत कारोबार के लिए एक त्वरित रोडमैप बनाना होगा। प्रधानमंत्री के अनुसार, एक वैश्विक नागरिक के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी है कि जरूरत पड़ने पर हम सभी के काम आएं।

मंत्री महोदय ने कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना की भूमिका अत्‍यंत महत्वपूर्ण होने जा रही है। उन्होंने संक्रमण के मामले दोगुने होने की दर में उल्‍लेखनीय कमी का विशेष रूप से उल्‍लेख करते हुए तत्काल राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन किए जाने की प्रभावशीलता को रेखांकित किया। श्री गोयल ने कहा कि इस संकट के दौरान सरकार देश की अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने के लिए दीर्घकालिक रणनीतियां बना रही है। श्री गोयल ने कहा कि यह भविष्य में सहयोग करने हेतु अपने-अपने देशों के लिए सच्चे साझेदार की पहचान करने का बिल्‍कुल सही समय है।


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एएम/आरआरएस- 6542                                                                                                                                     

 

 

 

 

 


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