सूचना और प्रसारण मंत्रालय

साल 2018 के आखिर में समीक्षा: सूचना और प्रसारण मंत्रालय

Posted On: 19 DEC 2018 3:16PM by PIB Delhi

सूचना और प्रसारण मंत्रालय एक बेहद महत्वपूर्ण मंत्रालय है, जो कि सरकार की बात आम जनता के सामने रखता है। इस मंत्रालय को सरकारी नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों को संचार के अलग-अलग साधनों के जरिए पहुंचाने का कार्य सौंपा गया है।

मंत्रालय ने इन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए साल 2018 में कई महत्वपूर्ण पहल की है। जिसका विवरण नीचे दिया गया है-

 

सूचना क्षेत्र 

लोक संपर्क और संचार ब्यूरो की स्थापना- अलग-अलग कार्य कर रहे मीडिया यूनिट के बीच तालमेल सुनिश्चित करने के लिए विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी), क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी) और सॉन्ग एंड ड्रामा डिविजन (एसएंडडीडी) के एकीकरण से लोक संपर्क और संचार ब्यूरो बनाया गया है।
 

वार्षिक संदर्भ इंडिया 2018 और भारत 2018 का प्रकाशन- संदर्भ वार्षिक पुस्तिकाएं इंडिया 2018 एवं भारत 2018 प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले प्रमुख ग्रंथ हैं। दोनों वार्षिक संदर्भ सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले ई-पीयूबी फॉर्मेट में ई-बुक के रूप में भी उपलब्‍ध हैं जिससे टैबलेट, कंप्‍यूटर, ई-रीडर्स एवं स्‍मार्ट फोन जैसे कई उपकरणों के जरिये उनकी सुविधा प्राप्‍त की जा सकती है।

पत्रकार कल्याण योजना के लिए समिति का पुनर्गठन- पहली बार इस समिति में पत्रकारों को भी सदस्य बनाया गया है। समिति में सिर्फ सचिव (सूचना एवं प्रसार), संयुक्त सचिव (पीएंडए), वरिष्ठ महानिदेशक, पीआईबी को रखा गया है जिससे कार्य करने में आसानी हो।

दीन दयाल उपाध्याय छात्रवृत्ति- विकास पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बारतीय मूल के लोगों के लिए इसकी शुरुआत की गई है।

रोजगार और स्वरोजगार पर योजना का विशेष अंक निकाला गया- विशेषांक में अलग-अलग क्षेत्रों की समस्याओं आजीविका के अवसर, उद्यमिता, रोजगार के आंकड़ों को दर्शाते हुए मुद्रा योजना जैसी सरकारी योजनाओं की सफलता की कहानियों को जगह दी गई है। 

महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष समारोह के मौके पर मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का आयोजन- आउटरिच और संचार ब्यूरो द्वारा इसका आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में जैसे महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित प्रश्नोत्तरी, महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े अहम घटनाक्रमों की तारीखें, चित्र प्रदर्शनी, थ्रीडी वीडियो वॉल इत्यादि जैसी कई दिलचस्प चीजें प्रदर्शित की गई थी। इसमे महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी कई किताबों को भी प्रदर्शित किया गया।

‘द रिपब्लिकन एथिक’ और ‘लोकतंत्र के स्वर’ किताब का विमोचन- इस किताब में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के चुने हुए भाषणों को प्रकाशन विभाग ने एकत्रित किया है। 

 

प्रसारण क्षेत्र

15वां एशियाई मीडिया शिखर सम्मेलन- “टेलिंग आवर स्टोरिज-एशिया एंड मोर” की थीम पर आधारित शिखर सम्मेलन का आयोजन दिल्ली में किया गया था। इससे एशिया क्षेत्र में मीडिया संस्थान के बीच आपसी समन्वय और बातचीत को बढ़ावा मिलेगा।

 

अमेजॉन एलेक्सा स्मार्ट स्पीकर पर ऑल इंडिया रेडियो स्ट्रीमिंग सेवा की शुरुआत- इससे संचार के पुराने और नए माध्यमों के बीच एक तालमेल स्थापित होगा. इस पहल का फायदा विदेश में बसे भारतीय मूल के लोगों को भी होगा जो कि किसी भी देश में ऑल इंडिया रेडियो के प्रोग्राम एलेक्सा के जरिए सुन सकेंगे।

 

दूरदर्शन की 9 डीएसएनजी वैन को हरी झंडी दिखाई गई- इन 9 डीएसएनजी वैन में से 4 वैन गंगटोक, कोहिमा, इंफाल और अगरतला के लिए भेजी गई हैं जिससे पूर्वोत्तर भारतीयों के विकास की कहानी दूसरे जगहों तक आसानी से पहुंचेगी।

 

फिल्म विभाग

आपस में मिलकर फिल्मों के निर्माण को लेकर भारत और इजराइल के बीच समझौता- कला और संस्कृति के क्षेत्र में आपसी मेलजोल और दोनों देशों के लोगों के बीच एक दूसरे के बारे में बेहतर समझ विकसित करने और सिनेमा निर्माण के अलग अलग पहलुओं को साझा करने के लिहाज से ये समझौता किया गया है। इस समझौते से कलाकारों, तकनीक के जानकारों और इससे जुड़े दूसरे क्षेत्र के लोगों के रोजगार सृजन में मदद मिलेगी।

 

65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का आयोजन- दिवंगत अभिनेता श्री विनोद खन्ना को दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया। दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को हिन्दी फिल्म मॉम के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। रिद्धी सेन को नगरकिर्तन के लिए बेस्ट एक्टर का पुरस्कार दिया गया। आसामी फिल्म ‘विलेज रॉकस्टार’ को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया। बाहुबलि- द कनक्लुजन को बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया। जयराज को मलयाली फिल्म भयानकम के लिए बेस्ट निर्देशन का पुरस्कार दिया गया। 

 

आसियान भारत फिल्म समारोह का दिल्ली में आयोजन- ये समारोह सांस्कृतिक समन्वय का जरिया बना और सदस्य देश के लोगों के बीच, खासतौर से युवाओं के बीच आपसी मेलजोल को बढ़ावा मिला।

 

वेब पोर्टल की शुरुआत- फिल्म फैसिलिटेशन ऑफिस ने इसकी शुरुआत की है जिससे देश में शूटिंग के लिए लोकेशन और फिल्म के निर्माण और पोस्ट प्रोडक्शन की सुविधा की जानकारी प्रसारित की जा सके ताकी देशी के साथ ही विदेशी फिल्म निर्माताओं को भी फिल्म की शूटिंग, रियलिटी टीवी शो और कमर्शियल टीवी सीरिज बनाने के लिए अनुमति ऑनलाइन आवेदन के जरिए दी जा सके।

 

कांस फिल्म समारोह 2018 में इंडिया पवेलियन- मई 2018 में आयोजित इस समारोह में भारत और फ्रांस के निर्माताओं के बीच मिलकर फिल्म निर्माण की संभावना भी तलाशी गई। बर्लिन फिल्म फेस्टिवल (फरवरी 2018) और टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (सितंबर 2018) में भी इंडिया पवेलियन लगाया गया था।

 

भारत ने की यूरोपीय यूनियन फिल्म समारोह की मेजबानी- इस समारोह में यूरोपीय यूनियन के 23 सदस्य देशों की 24 हाल की फिल्में दिखाई गईं। 18 जून से लेकर 31 अगस्त 2018 तक इस समारोह का आयोजन भारत के 11 शहरों नई दिल्ली, चेन्नई, पोर्ट ब्लेयर, पुणे, पुडुचेरी, कोलकाता, जयपुर, विशाखापत्तनम, थ्रिसूर, हैदराबाद और गोवा में चलते रहा।

 

रोम फिल्म फेस्टिवल के विडियोसिटा 2018 में भारतीय पवेलियन- वर्चुअल रियलिटी, वीडियो गेमिंग, एनिमेशन, फिल्म निर्माण इत्यादि पर केंद्रित रोम फिल्म फेस्टिवल के आयोजन विडियोसिटा 2018 में भारत एक भागीदार देश रहा। विडियोसिटा 2018 के भारतीय पवेलियन में भारतीय फिल्मों की विरासत, भारत में फिल्म की शूटिंग में आसानी, भारत के वो जगह जहां फिल्मों की शूटिंग के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है, भारत में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह, भारत का क्षेत्रिय सिनेमा और भारत और इटली के बीच ऑडियो विजुअल के को-प्रोडक्शन सहित कई चीजें प्रदर्शित की गईं।

 

गोवा में भारत के 49वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन- इस समारोह के दौरान देशों में इजराइल और प्रदेश में झारखंड को केंद्र में रखा गया। समारोह की शुरुआत ‘द एस्पर्न पेपर्स’ के वर्ल्ड प्रीमियर से हुई. सर्जेई लोज्नित्सा की ‘डोनबास’ ने गोल्डन पीकॉक अवॉर्ड जीता. लिजो जोस पेलिजरी को ‘ई मा याउ’ के लिए बेस्ट निर्देशक का पुरस्कार दिया गया। चेंबन विनोद को बेस्ट अभिनेता और एनेस्टासिया पुस्तोवित को बेस्ट अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। डान वोलमैन को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया। भारत के अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह 2018 के समापन समारोह के दौरान बेहतरीन फिल्म लेखक सलीम खान को उनके सिनेमा के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए आईएफएफआई विशेष पुरस्कार दिया गया।

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आरकेमीणा/एएम/पीटी


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