संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
दूरसंचार विभाग (डीओटी) और व्हाट्सएप ने डिजिटल धोखाधड़ी और घोटालों के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग से निपटने के लिए हाथ मिलाया
इस साझेदारी का उद्देश्य प्रशिक्षण कार्यशालाओं और नागरिक जागरूकता अभियानों के माध्यम से डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाना है
ऑनलाइन घोटालों और स्पैम के खिलाफ़ ‘स्कैम से बचाओ’ अभियान
अधिकतम पहुँच के लिए सभी उपयोगकर्ता सुरक्षा सामग्रियों का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा
Posted On:
17 MAR 2025 8:29PM by PIB Delhi
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने ऑनलाइन घोटालों और स्पैम के खिलाफ़ मेटा के सुरक्षा अभियान ‘स्कैम से बचाओ’ को आगे बढ़ाने के लिए व्हाट्सएप के साथ सहयोग किया है। सहयोग के हिस्से के रूप में, दूर संचार विभाग और व्हाट्सएप डिजिटल सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के प्रयास में संदिग्ध धोखाधड़ी संचार की पहचान करने और रिपोर्ट करने के बारे में नागरिकों को शिक्षित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
दूरसंचार विभाग ने साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए कई पहल की हैं। पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in) और मोबाइल ऐप के रूप में नागरिक केंद्रित संचार साथी पहल विकसित की गई है, ताकि नागरिकों को संदिग्ध धोखाधड़ी कॉल/संदेशों की रिपोर्ट करने, उनके मोबाइल कनेक्शन की जानकारी प्राप्त करने और अन्य सुविधाओं के अलावा खोए/चोरी हुए मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक और ट्रेस करने में सक्षम बनाया जा सके। दूरसंचार विभाग का डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग और उसके बाद की कार्रवाई के बारे में बैंकों, एलईए जैसे 550 हितधारकों के साथ द्विदिश डिजिटल खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान करता है।
डिजिटल सुरक्षा और जमीनी स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम के रूप में, इस पहल में दूरसंचार विभाग के अधिकारियों, संचार मित्रों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) और क्षेत्रीय इकाइयों के लिए प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने वाली कार्यशालाएं शामिल होंगी।
मेटा के मुख्य वैश्विक मामले अधिकारी जोएल कपलान ने आज केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की और दूरसंचार विभाग तथा मेटा के बीच चल रहे सहयोग की प्रभावशीलता पर चर्चा की। व्हाट्सएप दूरसंचार विभाग की डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट के साथ सहयोग कर रहा है और साइबर अपराध तथा वित्तीय धोखाधड़ी के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग पर सक्रिय कार्रवाई के लिए डीआईपी के माध्यम से उपलब्ध कराई गई जानकारी का उपयोग कर रहा है।
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “जैसे-जैसे भारत डिजिटल कायाकल्प के पथ पर आगे बढ़ रहा है, हमारे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। मेटा के साथ हमारी साझेदारी हमारे लोगों को धोखाधड़ी वाले संचार और साइबर खतरों से बचाने की इस प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। व्हाट्सएप की विशाल डिजिटल पहुंच का उपयोग करके, हम यह सुनिश्चित करने के प्रयासों को मजबूत कर रहे हैं कि हमारा डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र सभी के लिए सुरक्षित और लचीला बना रहे।”
मेटा के मुख्य वैश्विक मामले अधिकारी जोएल कपलान ने कहा, "लोगों को धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें पता हो कि किन बातों पर ध्यान देना है और सुरक्षित रहने के लिए वे क्या कर सकते हैं। यही कारण है कि मेटा तकनीक और संसाधनों में बहुत अधिक निवेश करता है ताकि धोखेबाजों से आगे रहने और लोगों को उनकी ज़रूरत की जानकारी देने की कोशिश की जा सके। दूरसंचार विभाग के साथ काम करके, हम अपनी तकनीकी विशेषज्ञता को नागरिक सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के साथ जोड़ सकते हैं और भारतीयों को सुरक्षित रहने के लिए ज़रूरी जानकारी देने में मदद कर सकते हैं।"


साझेदारी के हिस्से के रूप में, व्हाट्सएप डीओटी के साथ मिलकर सूचनात्मक संपत्ति भी विकसित करेगा ताकि उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन घोटाले और स्पैम की पहचान करने और रिपोर्ट करने के तरीके के बारे में शिक्षित किया जा सके। इनमें संचार साथी पर उपलब्ध विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी, चेतावनी संकेत और रिपोर्टिंग तंत्र शामिल होंगे। सभी उपयोगकर्ता सुरक्षा सामग्रियों का अनुवाद क्षेत्रीय भाषाओं में किया जाएगा, जिसमें हिंदी, बांग्ला, मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और गुजराती शामिल हैं ताकि पहुँच को अधिकतम किया जा सके।
डीओटी उन्नत समाधानों को लागू करके और विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर काम करके दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। नागरिकों की जागरूकता उन्हें विकसित हो रहे डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में सुरक्षित रहने में मदद करेगी।
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