जनजातीय कार्य मंत्रालय
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नेस्ट्स द्वारा आंध्र प्रदेश के केएल विश्वविद्यालय में छठे राष्ट्रीय ईएमआरएस सांस्कृतिक एवं साहित्यिक उत्सव और कला उत्सव - उद्भव 2025 का आयोजन


केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम इस अवसर पर उपस्थित रहे

प्रविष्टि तिथि: 04 DEC 2025 8:44AM by PIB Delhi

राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति (नेस्ट्स) ने आंध्र प्रदेश आदिवासी कल्याण आवासीय शैक्षणिक संस्थान सोसाइटी (एपीटीडब्ल्यूआरईआईएस) की मेजबानी में छठे राष्ट्रीय ईएमआरएस सांस्कृतिक एवं साहित्यिक उत्सव और कला उत्सव - उद्भव 2025 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम और जनजातीय कल्याण एवं महिला एवं बाल कल्याण मंत्री श्रीमती गुम्मिडी संध्या रानी ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में स्थित वड्डेश्वरम के केएल विश्वविद्यालय में किया।

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इस वर्ष का उत्सव जनजातीय युवाओं को सशक्त बनाने और देश के जनजातीय समुदायों की जीवंत विविधता प्रदर्शित करने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह मंच छात्रों को 35 से अधिक सांस्कृतिक, साहित्यिक और दृश्य कला कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञानवर्धन अनुभव और समग्र विकास के अवसर मिलते हैं।

प्रधानमंत्री के समावेशी विकास और जनजातीय सशक्तिकरण के विज़न के अनुरूप यह उत्सव समन्वित, नियोजित और रूपांतरकारी पहलों के माध्यम से अनुसूचित जनजातियों की सामाजिक-आर्थिक उन्नति को गति देने के सरकार के मिशन के अनुरूप है। जनजातीय छात्रों को रचनात्मकता व्यक्त करने, आत्मविश्वास बढ़ाने और सांस्कृतिक पहचान को सुदृढ़ करने के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के जरिए उद्भव 2025 जनजातीय कार्य मंत्री के विकासात्मक दृष्टिकोण में परिकल्पित समग्र सशक्तिकरण में सार्थक योगदान देता है।

उद्भव 2025 की मुख्य विशेषताएं

1. भारत की जनजातीय सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन

इस कार्यक्रम में देश भर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) के 2,000 से अधिक जनजातीय छात्र एकत्र होंगे और भारत के जनजातीय समुदायों की एकता, प्रतिभा और सांस्कृतिक जीवंतता का प्रदर्शन करेंगे। विविध सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रस्तुतियों के माध्यम से, छात्र राष्ट्रीय मंच पर अपनी विरासत की समृद्धि को प्रस्तुत करेंगे।

उद्भव 2025 में गायन और वाद्य संगीत, नृत्य, रंगमंच, दृश्य कला और साहित्यिक प्रतियोगिताओं सहित 48 विशिष्ट कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये मंच छात्रों को अपने कलात्मक कौशल और रचनात्मक क्षमता का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करेंगे। इस उत्सव के विजेता राष्ट्रीय स्तर के कला उत्सव में भाग लेने के भी पात्र होंगे, जो महाराष्ट्र के पुणे स्थित यशवंतराव चव्हाण विकास प्रशासन अकादमी (यशदा) में आयोजित किया जाएगा। यहां ईएमआरएस के छात्र पूरे भारत की 38 टीमों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे।

प्रतिस्पर्धात्मक भावना से परे ईएमआरएस सांस्कृतिक महोत्सव जनजातीय युवाओं के समग्र विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसने समान अवसर सुनिश्चित करके और छात्रों को विविध क्षेत्रों में अपनी क्षमता का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करके जनजातीय और मुख्यधारा के समुदायों के बीच की खाई को पाटने का निरंतर प्रयास किया है। वर्षों से यह महोत्सव एक परिवर्तनकारी मंच के रूप में उभरा है जो सांस्कृतिक, कलात्मक और साहित्यिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता को पोषित करता है।

इस वर्ष के आयोजन के साथ, नेस्ट्स सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के माध्यम से जनजातीय शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। उद्भव 2025 जनजातीय छात्रों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देते हुए उनके सामाजिक आत्मविश्वास, शैक्षणिक जुड़ाव और रचनात्मक विकास को बढ़ावा देना जारी रखेगा।

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पीके/केसी/एसकेजे/वाईबी


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