कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय
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एआई-आधारित मानसून पूर्वानुमान योजना

प्रविष्टि तिथि: 02 DEC 2025 5:38PM by PIB Delhi

खरीफ 2025 के लिए भारत के 13 राज्यों के कुछ हिस्सों में कृषि संबंधी स्थानीय मानसून की शुरुआत के पूर्वानुमानों के लिए डेवलपमेंट इनोवेशन लैब-इंडिया के सहयोग से एक एआई-आधारित पायलट आयोजित किया गया था। इस कार्य हेतु एक ओपन सोर्स से बने मॉडल का उपयोग किया गया था, जिसमें गूगल का न्यूरलजीसीएम, यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट्स (ईसीएमडब्ल्यूएफ) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फोरकास्टिंग सिस्टम (एआईएफएस), और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से 125 वर्षों का ऐतिहासिक वर्षा डेटा शामिल था।

संभाव्यता पूर्वानुमानों ने केवल मानसून की स्थानीय शुरुआत की भविष्यवाणी की जाती है, जो फसलों की बुआई के समय निर्णय लेने के लिए आवश्यक है। स्थानीय मानसून शुरुआत के पूर्वानुमान, एम-किसान पोर्टल के माध्यम से 13 राज्यों के 3,88,45,214 किसानों को पांच क्षेत्रीय भाषाओं- हिंदी, ओडिया, मराठी, बांग्ला और पंजाबी में एसएमएस के माध्यम से भेजे गए थे।

पूर्वानुमान भेजने के पश्चात किसान कोल सेंटर के माध्यम से मध्य प्रदेश तथा बिहार में दूरभाष द्वारा किसान फीडबैक सर्वेक्षण आयोजित किए जाते हैं। सर्वेक्षण से पता चला कि 31-52% किसानों द्वारा मुख्य रूप से भूमि की तैयारी और बुआई के समय में परिवर्तन के माध्यम से अपने रोपण से संबंधित निर्णयों को समायोजित किया, जिसमें फसल और इनपुट का विकल्प शामिल था।

यह जानकारी कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर ने आज लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी।

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पीके/केसी/डीवी


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