कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय
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आईसीएआर ने एआईसीआरपीआर के बहु-स्थानिक परीक्षणों के तहत जीन-संपादित चावल की किस्‍मों पूसा डीएसटी-1 और डीआरआर धान 100 कमला के मूल्यांकन में पक्षपात के आरोपों का खंडन किया


जीन-संपादित चावल की किस्में पूसा डीएसटी-1 और डीआरआर धान 100 कमला लक्षित वातावरण में बेहतर उपज देती है: आईसीएआर

Posted On: 26 NOV 2025 1:23PM by PIB Delhi

अखिल भारतीय समन्वित चावल अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपीआर) के अंतर्गत, चावल की किस्‍मों के उत्‍पादक अपनी विकसित किस्‍मों को बहु-स्थानीय परीक्षणों के लिए नामांकित करते हैं। एआईसीआरपीआर चावल की किस्‍मों का मूल्‍यांकन करता है और इन किस्‍मों को 2 से 3 वर्षों की अवधि के लिए स्वतंत्र क्षेत्रीय मूल्यांकन और सत्यापन हेतु एआईसीआरपीआर परीक्षण स्थलों/केंद्रों (देश भर में लगभग 100 परीक्षण स्थल) को भेजा जाता है। 1965 से संचालित इस प्रणाली के अंतर्गत, प्रतिवर्ष 1200 से अधिक चावल की किस्‍मों का परीक्षण किया जाता है और इसने चावल की 1,750 से अधिक हाइब्रिड किस्मों के विकास में योगदान दिया है।

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