मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
डीएएचडी का विशेष अभियान 5.0 सफलतापूर्वक संपन्न; प्रमुख मापदंडों के तहत निर्धारित लक्ष्य हासिल किए
Posted On:
05 NOV 2025 10:10AM by PIB Delhi
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) ने 2 से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित विशेष अभियान 5.0 का सफलतापूर्वक समापन किया। अभियान का मुख्य उद्देश्य जन शिकायतों और अपीलों का समाधान करना, स्वच्छता अभियान चलाना, प्रभावी रिकॉर्ड प्रबंधन सुनिश्चित करना और प्रमुख मापदंडों के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना था। अभियान अवधि के दौरान, विभाग और उसके अधीनस्थ कार्यालयों ने विभिन्न गतिविधियाँ संचालित कीं, जिनकी समीक्षा केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने की और संचालन सचिव, डीएएचडी श्री नरेश पाल गंगवार ने किया। अभियान के अंतर्गत, कर्मचारियों में स्वच्छता और स्वच्छता के प्रति निरंतर कोशिशों को करते रहने के लिए दीवार चित्रों के माध्यम से सौंदर्यीकरण, वृक्षारोपण, स्वास्थ्य जाँच, किसान संगोष्ठी, चित्रकला प्रतियोगिताएँ और अपशिष्ट से कला तथा अपशिष्ट से धन जैसी पहलों का आयोजन किया गया।
विशेष अभियान 5.0 के दौरान हासिल की गई उपलब्धियां:
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क्रम संख्या
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मापदंड
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लक्ष्य
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उपलब्धियां
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1.
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लोक शिकायतें
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214
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302
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2.
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लोक शिकायत अपील
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35
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43
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3.
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संसदीय आश्वासन
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5
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5
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4.
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राज्य सरकार की सिफारिशें
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8
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8
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5.
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प्रधानमंत्री कार्यालय की सिफारिशें
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3
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3
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6.
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नियमों/प्रक्रियाओं को आसान बनाना
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1
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1
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7.
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फ़ाइलों की समीक्षा
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24645
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30020
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8.
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फ़ाइलों को हटाना
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22648
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22648
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9.
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ई-फाइलों की समीक्षा
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680
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680
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10.
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ई-फाइलों को बंद करना
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182
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182
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11.
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स्थलों की सफाई
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221
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237
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12.
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सांसदों की सिफारिशें
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15
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11
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13
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स्क्रैप के निपटान से उत्पन्न राजस्व
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Rs. 5,86,973/-
(पांच लाख छियासी हजार नौ सौ तिहत्तर रुपये)
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14
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स्क्रैप निपटान और फाइलों की छंटाई के कारण खाली हुआ स्थान (वर्ग फीट)
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5334
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सर्वोत्तम प्रयास: लोहे के कबाड़ से बनी गाय की मूर्ति
डीएएचडी के अधीनस्थ कार्यालय, चिपलिमा, संबलपुर स्थित केंद्रीय मवेशी प्रजनन फार्म (सीसीबीएफ) ने लोहे के कबाड़ से एक गाय की मूर्ति बनाई। यह कलाकृति मवेशियों और पशुधन के प्रति सम्मान का प्रतीक है। इसके साथ ही अपशिष्ट पदार्थों के रचनात्मक पुन: उपयोग के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और संसाधन दक्षता को बढ़ाती है। यह कलात्मक अभिव्यक्ति "कचरे से कला" की अवधारणा को मूर्त रूप देती है, जिससे सौंदर्य बोध के साथ नवोन्मेष भी प्रदर्शित होता है।
विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत अखिल भारतीय स्तर पर की गई गतिविधियों की झलकियां:
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सौरा चित्रकला - ओडिशा की एक पारंपरिक आदिवासी कला - केंद्रीय मवेशी प्रजनन फार्म, चिपलिमा, संबलपुर (ओडिशा) द्वारा दीवार चित्रकला
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केंद्रीय पशु प्रजनन फार्म, सुनाबेड़ा ने "विशेष अभियान 5.0" के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज, कोरापुट के सहयोग से सभी अधिकारियों के लिए स्वास्थ्य जांच का आयोजन किया।
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केंद्रीय मवेशी प्रजनन फार्म, चिपलिमा, संबलपुर (ओडिशा) द्वारा आयोजित दंत स्वास्थ्य शिविर
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क्षेत्रीय चारा स्टेशन, सूरतगढ़ (जिला श्रीगंगानगर, राजस्थान) ने एक सराहनीय पहल की है - खेतों में गिरे सूखे पत्तों और जैविक कचरे का उपयोग करके "कम्पोस्ट खाद" तैयार की जा रही है।
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पशु संगरोध और प्रमाणन सेवा, हैदराबाद ने एमपीपीएस सरकारी प्राथमिक विद्यालय, थुक्कुगुडा में "स्वच्छता" विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया।
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केंद्रीय मवेशी प्रजनन फार्म, चिपलिमा, संबलपुर (ओडिशा) द्वारा विभिन्न शहरों के 03 कृषि विज्ञान केंद्रों पर "स्वच्छ दूध उत्पादन" पर किसान संगोष्ठी का आयोजन
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आरएफएस चेन्नई ने कार्यालय परिसर की सफाई और वृक्षारोपण कार्यक्रम “एक पेड़ माँ के नाम” का आयोजन किया।
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पशुपालन उत्कृष्टता केंद्र, हेसरघट्टा (बैंगलोर) द्वारा स्वच्छ दूध उत्पादन पर जागरूकता शिविर
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केंद्रीय पशु प्रजनन फार्म, सुनाबेड़ा (ओडिशा) द्वारा पाल्मा गांव के पशुपालकों के लिए टीकाकरण, स्वच्छ दूध उत्पादन, कृमि मुक्ति, पशु स्वच्छता और स्वच्छ पर्यावरण के बारे में जागरूकता शिविर
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पीके/केसी/एसके
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