वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
एपीडा ने वर्ल्ड फूड इंडिया में निर्यात भागीदार के रूप में भारत की कृषि-खाद्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया
एपीडा के रिवर्स क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में 530 वैश्विक खरीदार शामिल हुए और 4,600 से अधिक बी2बी बैठकें आयोजित की गईं
प्रविष्टि तिथि:
02 OCT 2025 6:24PM by PIB Delhi
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने नई दिल्ली में प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित चौथे वर्ल्ड फूड इंडिया (डब्ल्यूएफआई) 2025 में निर्यात भागीदार के रूप में भाग लिया।
एपीडा के मंडप में 142 प्रदर्शकों और 120 स्टालों के साथ भारत के कृषि-खाद्य क्षेत्र की विविधता को प्रदर्शित किया गया। इसमें जीआई-टैग उत्पाद, बासमती चावल, बाजरा, जैविक उत्पाद, पशुधन उत्पाद और मूल्यवर्धित खाद्य पदार्थ शामिल हैं। मंडप में जीआई गैलरी, फ्रेस्का ज़ोन, बासमती निर्यात विकास फाउंडेशन स्टॉल और स्टार्टअप्स एवं नवाचार पर केंद्रित भारती ज़ोन जैसे समर्पित विषयगत क्षेत्र भी शामिल थे।
निर्यात भागीदार के रूप में, एपीडा ने रिवर्स क्रेता-विक्रेता मीट (आरबीएसएम) का आयोजन किया। इसमें 68 देशों के 530 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने भाग लिया, जिनमें वॉलमार्ट, नेस्टो, अल मदीना, मुस्तफा सिंगापुर और चोइथराम जैसी प्रमुख सुपरमार्केट श्रृंखलाएँ शामिल थीं। इस आयोजन के दौरान 4,654 से अधिक क्यूरेटेड बी2बी बैठकें आयोजित की गईं। इससे भारतीय निर्यातकों और स्टार्टअप्स को नए बाजारों की खोज करने, नवीन उत्पादों का प्रदर्शन करने और दीर्घकालिक व्यावसायिक संबंध स्थापित करने के लिए अभूतपूर्व मंच मिला।
एपीडा ने 25 सितंबर, 2025 को लुलु हाइपरमार्केट एलएलसी के साथ रणनीतिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करके वैश्विक बाजार पहुँच को और मजबूत किया। भारती (भारत का कृषि प्रौद्योगिकी लचीलापन, उन्नति और निर्यात सक्षमता हेतु इनक्यूबेशन केंद्र) पहल के तहत यह सहयोग, भारतीय कृषि-खाद्य स्टार्टअप्स को खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) में 252 लुलु आउटलेट्स में शेल्फ स्पेस प्रदान करेगा। इसके साथ ही यह सहयोग उत्पाद नमूनाकरण अभियान, उपभोक्ता जुड़ाव और वैश्विक वितरण के लिए लुलु के निर्यात प्रभाग तक पहुँच प्रदान करेगा।
भारती पहल डब्ल्यूएफआई 2025 का एक और प्रमुख आकर्षण थी। इसमें एक समर्पित स्टॉल था और "खेत से वैश्विक बाजारों तक: कृषि-खाद्य निर्यात के लिए स्टार्टअप-संचालित नवाचार" पर इंटरैक्टिव सेमिनार आयोजित किया गया। इस सत्र में नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और नवप्रवर्तकों ने परामर्श, ब्रांडिंग, प्रौद्योगिकी अपनाने और वैश्विक बाजार की जानकारी के माध्यम से 100 कृषि-खाद्य उद्यमों को सशक्त बनाने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर एपीडा के अध्यक्ष, श्री अभिषेक देव ने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया 2025, भारत की कृषि-खाद्य क्षमता को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में मील का पत्थर साबित हुआ है। निर्यात भागीदार के रूप में, एपीडा 68 देशों के 140 से अधिक प्रदर्शकों और 500 से अधिक खरीदारों को सफलतापूर्वक एक साथ लाया। इससे निर्यातकों के लिए हजारों व्यावसायिक बैठकें और नए अवसर संभव हुए। रिवर्स क्रेता-विक्रेता सम्मेलन, लुलु हाइपरमार्केट के साथ समझौता और भारती पहल, स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने, अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों को मज़बूत करने और भविष्य के लिए तैयार, नवाचार-संचालित निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए एपीडा की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से, एपीडा ने विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी कृषि-खाद्य निर्यात क्षेत्र के निर्माण के अपने मिशन की पुष्टि की है। बड़े पैमाने पर क्रेता जुड़ाव, रणनीतिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग और स्टार्टअप-संचालित नवाचार के संयोजन से, एपीडा भारत को वैश्विक खाद्य व्यापार में विश्वसनीय भागीदार और सतत, नवाचार-संचालित विकास में अग्रणी के रूप में स्थापित करना जारी रखे हुए है।
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पीके/केसी/पीके
(रिलीज़ आईडी: 2174958)
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