पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आईआईएसएफ 2025 की तैयारियों की समीक्षा की, छात्रों तक व्यापक पहुंच का आह्वान किया
Posted On:
29 SEP 2025 5:12PM by PIB Delhi
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के नेतृत्व में चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2025 की तैयारियों की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई।
बैठक में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने विभिन्न एजेंसियों की लॉजिस्टिक्स योजनाओं, प्रदर्शनी लेआउट और कार्यक्रम एकीकरण की समीक्षा की और सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के दौरान अधिकतम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों और अभिभावकों के लिए सतत जागरूकता अभियान चलाएं। उन्होंने संबंधित मंत्रालयों को उत्सव से पहले स्कूलों में विज्ञान मेले, मोबाइल प्रदर्शनियां, क्षेत्रीय रोड शो और स्थानीय मीडिया प्रचार जैसे आउटरीच कार्यक्रम शुरू करने के लिए हरियाणा और चंडीगढ़ की राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने के निर्देश दिए।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने नोडल विभाग को प्रत्येक ज़िले में युवाओं के सहयोग से "विज्ञान संचार केंद्र" बनाने और शहर के सार्वजनिक स्थलों पर महोत्सव से जुड़ी जानकारी देने का निर्देश दिया। उन्होंने स्टार्टअप बूथ और नागरिक-विज्ञान प्रदर्शनियों को आयोजन स्थल के डिज़ाइन के साथ एकीकृत करने के निर्देश दिए ताकि छात्र नवाचार क्षेत्रों, इंटरैक्टिव प्रदर्शनियों और जन-सहभागिता के लिए जगह सुनिश्चित की जा सके।
बैठक के दौरान, डॉ. जितेंद्र सिंह ने आईआईएसएफ से जुड़ी प्रदर्शनियों और सम्मेलनों में स्टार्टअप्स को शामिल करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने मंत्रालय के सचिवों से अंतिम मंज़ूरियों में तेज़ी लाने, मंत्रालयों के बीच समन्वय और मीडिया साझेदारी को सुचारू रूप से लागू करने का आह्वान किया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बैठक में कहा कि यह महोत्सव वैज्ञानिक प्रगति के प्रदर्शन से हटकर एक सहभागी सार्वजनिक आयोजन बन गया है—जिसका उद्देश्य विज्ञान, छात्रों और समाज के बीच सेतु का काम करना है। इस महोत्सव के तहत जागरूकता अभियानों पर ज़ोर देना स्थानीय रुचि जगाने और आईआईएसएफ को न केवल वैज्ञानिकों के लिए एक गंतव्य, बल्कि पूरे क्षेत्र के स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए एक ज़रूरी आयोजन बनाने में केंद्र की सक्रिय भूमिका को दर्शाता है।
व्यापक संदर्भ में, आईआईएसएफ देश के सबसे बड़े विज्ञान आउटरीच मंचों में से एक के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें विज्ञान को जनता के और करीब लाने के लिए प्रदर्शनियों, युवा मंचों, स्टार्टअप मंडपों और इंटरैक्टिव विज्ञान थिएटर का सम्मिश्रण है। 2025 का संस्करण चंडीगढ़ में आयोजित होने वाला है, और इसकी सफलता न केवल प्रदर्शनियों की ताकत पर निर्भर करेगी, बल्कि इस बात पर भी निर्भर करेगी कि जमीनी स्तर पर—खासकर भारत के स्कूली समुदायों के बीच—कितनी प्रभावी ढंग से जागरूकता फैलाई जाती है।
इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन, परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ. अजीत कुमार मोहंती, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव प्रो. अभय करंदीकर, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश गोखले और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग के सचिव एवं सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. एन. कलैसेल्वी उपस्थित थे। विज्ञान भारती के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया।



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