वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय
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निवेश पर भारत-यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त कार्यबल की 13वीं बैठक

Posted On: 18 SEP 2025 6:06PM by PIB Delhi

अबू धाबी निवेश प्राधिकरण ("एडीआईए") के प्रबंध निदेशक महामहिम शेख हामिद बिन जायद अल नाहयान और भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज अबू धाबी में निवेश पर भारत-यूएई उच्च स्तरीय संयुक्त कार्यबल की सह-अध्यक्षता की।

बैठक में दोनों देशों के संबंधित सरकारी प्राधिकरणों, निवेश संस्थाओं और कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। यूएई के प्रतिनिधिमंडल में महामहिम डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी, यूएई के विदेश व्यापार मंत्री, महामहिम अहमद जसीम अल ज़ाबी, अबू धाबी आर्थिक विकास विभाग के अध्यक्ष, अबू धाबी चैंबर के अध्यक्ष और यूएई चैंबर्स के अध्यक्ष, महामहिम डॉ. अब्दुलनासिर अलशाली, भारत में यूएई के राजदूत, और महामहिम यूनिस हाजी अल खौरी, यूएई के वित्त मंत्रालय के अवर सचिव आदि शामिल थे। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में, यूएई में भारत के राजदूत, महामहिम संजय सुधीर, और भारत सरकार के विभिन्न विभागों/संगठनों जैसे उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), विदेश मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, वाणिज्य विभाग, आर्थिक मामलों का विभाग, राजस्व विभाग, भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई), अंतरिक्ष विभाग और इन्वेस्ट इंडिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे।

संयुक्त कार्य बल की स्थापना 2013 में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आर्थिक संबंधों को मज़बूत करने के एक प्रमुख मंच के रूप में की गई थी। अपने गठन के बाद से, इसने भारत और संयुक्त अरब अमीरात में निवेश के अवसरों और संभावनाओं पर चर्चा और उन्हें बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी तंत्र प्रदान किया है, साथ ही दोनों देशों के निवेशकों के सामने आने वाली समस्याओं और चुनौतियों का समाधान करने के लिए भी एक मंच के रूप में कार्य करता है, जिससे इन मामलों को दोनों के लिए लाभकारी बनाने का प्रयास किया जा सके।

इस बैठक में द्विपक्षीय निवेश बढ़ाने के लिए चल रही पहल और संयुक्त सहयोग के नए क्षेत्र में व्यापार और निवेश के विभिन्न विषयों पर विचार किया गया।

सह-अध्यक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार की सकारात्मक गति को स्वीकार किया जो मई 2022 में भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के कार्यान्वयन के बाद भी जारी है। 2025 की पहली छमाही में, द्विपक्षीय गैर-तेल व्यापार लगभग 38 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया यह 2024 की पहली छमाही की तुलना में 34% की वृद्धि दर्शाता है और यूएई के 2030 के व्यापार लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बाजार पहुँच और निजी क्षेत्र के सहयोग को सुगम बनाकर, भारत-यूएई सीईपीए यूएई और भारत के आर्थिक गठबंधन की आधारशिला और जटिल एवं तेज़ी से विकसित हो रहे वैश्विक व्यापारिक परिदृश्य में रचनात्मक सहयोग के एक आदर्श के रूप में कार्य करता है।

संयुक्त कार्य बल ने कई संयुक्त निवेश परियोजनाओं की सकारात्मक प्रगति की समीक्षा की, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात के जेबल अली मुक्त क्षेत्र में स्थित 27 लाख वर्ग फुट का परिसर, भारत मार्ट भी शामिल है। भारतीय निर्माताओं और निर्यातकों को अपने उत्पादों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में सक्षम बनाने के लिए डिज़ाइन की गई यह ऐतिहासिक परियोजना, दोनों देशों के बीच आर्थिक तालमेल को दर्शाती है।

दोनों पक्षों ने भारत में समुद्री और अंतरिक्ष क्षेत्रों में अवसरों सहित भविष्य में सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों की संभावनाओं पर विचार किया।

स्थानीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार को सक्षम करने के लिए भारत और संयुक्त अरब अमीरात के केंद्रीय बैंकों के बीच चल रही रणनीतिक पहलों, दोनों देशों में भुगतान प्रणालियों के एकीकरण और केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्राओं पर सहयोग पर भी चर्चा की गई, दोनों पक्षों ने अब तक की मजबूत प्रगति की सराहना की और निकट भविष्य में उनके कार्यान्वयन को अंतिम रूप देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

संयुक्त कार्य बल ने दोनों देशों के निवेशकों के समक्ष उपस्थित अनेक वर्तमान मुद्दों और चुनौतियों की समीक्षा की, तथा सह-अध्यक्षों ने अपनी टीमों को निर्देश दिया कि वे संबंधित सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर समयबद्ध और दोनों के लिए स्वीकार्य तरीके से इनका समाधान करें।

बैठक के समापन पर, अबू धाबी निवेश प्राधिकरण ("एडीआईए") के प्रबंध निदेशक और संयुक्त कार्य बल के सह-अध्यक्ष, महामहिम शेख हामिद बिन जायद अल नाहयान ने कहा:

संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच व्यापार और निवेश संबंध साझा लक्ष्यों और संयुक्त सफलता के दोहरे सिद्धांतों पर आधारित हैं और प्रभावशाली गति से बढ़ रहे हैं। आज की संयुक्त कार्य बल की बैठक में कई महत्वपूर्ण पहलों पर सकारात्मक प्रगति अपडेट शामिल थे और भविष्य में सहयोग के नए क्षेत्रों पर भी चर्चा हुई। संयुक्त कार्य बल के प्रतिनिधिमंडलों की निरंतर प्रतिबद्धता के माध्यम से, यह मंच संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच आर्थिक साझेदारी को व्यापक और गहन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।

भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, श्री पीयूष गोयल ने कहा: "भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में एक उल्लेखनीय यात्रा पर है और समावेशी, टिकाऊ और सुदृढ़ विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यूएई भारत की विकास गाथा में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। यह साझेदारी नवाचार, निवेश और सतत विकास के आधार पर खड़ी है और दोनों पक्षों के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत इसमें बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।"

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पीके/केसी/पीएस


(Release ID: 2168331)
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