नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
भारत सरकार ने स्वच्छ ऊर्जा में पारगमन की गति बढ़ाने के लिए भू-तापीय ऊर्जा के लिए राष्ट्रीय नीति (2025) अधिसूचित की। यह भारत के नेट जीरो 2070 संकल्प में सहायक होगी
नीति का लक्ष्य शोध, नवाचार, प्रौद्योगिकी, इकोसिस्टम एवं क्षमता विकसित करने एवं भागीदारी के द्वारा अनछुई क्षमता के दोहन की राह बनाना है
नीति से स्वच्छ ऊर्जा, ज़िला तापन/डिस्ट्रिक्ट हीटिंग,कृषि उपयोग, मछली पालन एवं भू स्रोत तापन पंपों/ग्राउंड सोर्स हीट पंप्स के लिए वास्तविक प्रभाव पैदा होगा
पांच पायलट/प्रायोगिक परियोजनाओं को भारत भर में इसकी उपादेयता एवं संभावना पता लगाने के लिए मंजूरी
प्रविष्टि तिथि:
17 SEP 2025 5:34PM by PIB Delhi
भारत सरकार ने भू—तापीय ऊर्जा के लिए राष्ट्रीय नीति (2025) को अधिसूचित किया है। इसके माध्यम से सरकार ने 2070 नेट जीरो लक्ष्य के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और विविध नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास किया है।
अभी तक अपने निर्दोहित भू—तापीय ऊर्जा स्रोतों के बूते भारत इस स्वच्छ एवं भरोसेमंद ऊर्जा स्रोत का प्रयोग बिजली बनाने तथा जिला तापन/डिस्ट्रिक्ट हीटिंग, कृषि, मछली पालन एवं भूस्रोत तापन पंपों के माध्यम से स्थलीय शीतन एवं तापन के लिए करने की तैयारी में है। नवघोषित नीति में भू—तापीय ऊर्जा के स्रोतों की खोज, उनको विकसित करने एवं भारत में भू—तापीय ऊर्जा के प्रयोग को प्रोत्साहित करने का विस्तृत खाका तैयार किया गया है।
नीति की विशेषता:
- अनुसंधान एवं सर्वोत्तम प्रथाएं—अनुसंधान एवं अंतर मंत्रालयीन सहयोग को बढ़ावा देगी। साथ ही भू—तापीय ऊर्जा स्रोतों को विकसित करने के लिए वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रयोग हो पाएगा। भू—तापीय ऊर्जा के विनियमन एवं परिचालन की जिम्मेदारी मंत्रालय की ही होगी।
- राष्ट्रीय लक्ष्यों से एकीकरण: भू—तापीय ऊर्जा के भारत के नेट जीरो 2070 एवं नवीकरणीय ऊर्जा के उद्देश्यों से एकीकरण को लक्ष्यित है।
- विविध प्रयोग: भू—तापीय ऊर्जा का प्रयोग बिजली उत्पादन, स्थलीय तापन/शीतन, कृषि (ग्रीनहाउस, कोल्ड स्टोरेज),पर्यटन एवं अलवणीकरण के लिए किया जाएगा।
- प्रौद्योगिकीय नवाचार: आधुनिक प्रणालियों के अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करेगी जैसे संकर/हाइब्रिड भू—तापीय सौर संयंत्र, बेकार पड़े तेल के कुओं में पुन:संयोजन/रेट्रोफिटिंग एवं वर्धित/आधुनिक भू—तापीय प्रणालियां/सिस्टम्स
- घरेलू नवोन्मेष एवं भागीदारियां: घरेलू नवोन्मेष, संयुक्त उद्यमों एवं वर्तमान तेल/गैस संबंधी बुनियादी ढांचे के पुनर्संयोजन पर जोर
- सहयोग: अंतरराष्ट्रीय भू:तापीय संस्थाओं एवं अग्रणी देशों के साथ भागीदारी। इनके साथ ही राज्य सरकारों, तेल एवं गैस कंपनियों तथा अनुसंधान संस्थानों से साझेदारी।
- इकोसिस्टम/भौतिक सुविधाओं का विकास: भू—तापीय सेक्टर के दूरगामी विकास के लिए जीवंत सार्वजनिक—निजी इकोसिस्टम/भौतिक सुविधाओं का निर्माण। क्षमता निर्माण:सेक्टर में जानकारी के आदान—प्रदान एवं मानव संसाधन विकास को प्रोत्साहित करेगी।
भू—तापीय ऊर्जा खोजने की पहल के लिए मंत्रालय ने सेक्टर में पांच परियोजनाओं को मंजूर किया है। इनमें पायलट/प्रयोगात्मक पहल संसाधन आंकलन परियोजना, दोनों ही शामिल हैं। इनका लक्ष्य भारत में भू—तापीय ऊर्जा की व्यवहार्यता एवं संभाव्यता का अनुमान लगाना है।
नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय इस क्षेत्र में होने वाली प्रगति की निगरानी के साथ ही इसे विकसित करने वालों/डेवलपरों, उद्योागों एवं अनुसंधान संस्थानों को भारत के स्वच्छ ऊर्जा पारगमन के लक्ष्य के लिए हर संभव सहयोग भी प्रदान करेगा।
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पीके/केसी/एएम
(रिलीज़ आईडी: 2167911)
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