वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

कृषि-खाद्य निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एपीडा ने भारती पहल शुरू की


केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल, संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जायोदी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री चिराग पासवान ने खाद्य एवं पेय पदार्थ क्षेत्र के भागीदारों की बैठक में इस पहल की शुरुआत की

भारती पहल 100 कृषि-खाद्य स्टार्टअप को सशक्त बनाएगी, नवाचार को बढ़ावा देगी और 2030 तक 50 बिलियन डॉलर निर्यात लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभाएगी

उन्नत प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने और भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत करने के लिए प्रायोगिक समूह सितंबर 2025 से शुरू होगा

Posted On: 02 SEP 2025 8:48PM by PIB Delhi

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने आयोजित "खाद्य और पेय पदार्थ क्षेत्र के भागीदारों की बैठक" में अपनी नई पहल भारती का शुभारंभ किया। इस बैठक में संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जायोदी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री चिराग पासवान में हिस्सा लिया।

भारती, पहल का अर्थ "भारत की कृषि प्रौद्योगिकी, लचीलापन, उन्नति और निर्यात सक्षमता हेतु इनक्यूबेशन केंद्र", है। इसे 100 कृषि-खाद्य और कृषि-तकनीक स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने, उन्हें गति देने, नवाचार को बढ़ावा देने और युवा उद्यमियों के लिए नए निर्यात अवसरों के लिए डिज़ाइन किया गया है। एपीडा के 2030 तक अपने अनुसूचित उत्पादों के लिए 50 अरब डॉलर के कृषि-खाद्य निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यह पहल भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात को मज़बूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सितंबर 2025 में शुरू होने वाला पहला प्रायोगिक समूह 100 स्टार्टअप्स को सशक्त बनाएगा, जिनमें उच्च मूल्य वाले कृषि-खाद्य उत्पादक, तकनीक-संचालित सेवा प्रदाता और नवप्रवर्तक शामिल होंगे। भारती पहल कृषि, खाद्य और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में उद्योग और सरकार के नेतृत्व वाले इनक्यूबेशन कार्यक्रमों के पूरक और संवर्द्धन के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य जीआई-टैग वाले कृषि उत्पादों, जैविक खाद्य पदार्थों, सुपरफूड्स, नवीन प्रसंस्कृत भारतीय कृषि-खाद्य पदार्थों, पशुधन उत्पादों और आयुष उत्पादों जैसी उच्च-मूल्य श्रेणियों में नवाचार को बढ़ावा देना है। इस पहल का उद्देश्य उन्नत तकनीकों जैसे एआई-आधारित गुणवत्ता नियंत्रण, ब्लॉकचेन-सक्षम ट्रेसेबिलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स सक्षम कोल्ड चेन और एग्री-फिनटेक पर काम करने वाले स्टार्टअप्स को आकर्षित करना है। इसके साथ ही नवीन पैकेजिंग, स्थिरता और समुद्री मानकों संबंधी नियमों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी ध्यान देना है। भारती का लक्ष्य उत्पाद विकास, मूल्य संवर्धन, गुणवत्ता आश्वासन, वस्तुओं के जल्दी नष्ट होने वाले गुणों (ह्वासशीलता) अपव्यय और लॉजिस्टिक्स से संबंधित निर्यात चुनौतियों का समाधान करना है। यह कार्यक्रम एक सहयोगी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देकर, कृषि-खाद्य नवप्रवर्तकों, तकनीक-संचालित समाधान प्रदाताओं और एसपीएस-टीबीटी-केंद्रित स्टार्टअप्स को जोड़ेगा, ताकि भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने वाले उचित एवं लागत प्रभावी समाधान प्रदान किए जा सकें।

भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप, भारती पहल विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी कृषि उत्पाद तैयार करेगी, खाद्य नवाचार के लिए मांग-संचालित एकीकरण को बढ़ावा देगी और भारतीय खाद्य, पेय और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों और सेवाओं की वैश्विक मांग को बढ़ावा देगी। इस पहल में हितधारकों को शामिल करने और देशभर से समाधान-उन्मुख स्टार्टअप को आकर्षित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान शामिल है, इसके साथ ही निर्यात सक्षमता कार्यक्रम के लिए 100 स्टार्टअप का चयन करने के लिए एपीडा वेबसाइट के माध्यम से सितंबर 2025 से शुरू होने वाली आवेदन और चयन प्रक्रिया भी शामिल है। चयनित स्टार्टअप तीन महीने के गतिवर्धन कार्यक्रम से गुजरेंगे, जिसमें उत्पाद विकास, निर्यात तत्परता, नियामक अनुपालन, बाजार पहुंच और निर्यात चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोगी समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

प्रायोगिक समूह एक उचित एवं विश्लेषण सक्षम वार्षिक इनक्यूबेशन कार्यक्रम के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करेगा, जो निरंतर नवाचार और दीर्घकालिक निर्यात वृद्धि को बढ़ावा देगा। एपीडा ने भारत से वैश्विक बाजारों में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। भारती पहल के शुभारंभ के साथ, एपीडा का लक्ष्य अपने अनुसूचित उत्पादों के निर्यात में तेजी लाना, नवाचार को बढ़ावा देना और युवाओं एवं उद्यमिता की शक्ति का उपयोग कर सार्थक सहयोग स्थापित करना है ताकि वैश्विक कृषि-खाद्य व्यापार में भारत की स्थिति मजबूत हो सके।

****

पीके/केसी/जेके/एनके


(Release ID: 2164372) Visitor Counter : 2
Read this release in: English , Urdu , Malayalam