स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
आईसीएमआर द्वारा इंडिया मेडटेक एक्सपो 2025 में उद्योग भागीदारों को नौ अग्रणी स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों का लाइसेंस प्रदान किया गया
स्वास्थ्य सेवा में विकसित भारत की ओर एक बड़ा कदम, क्योंकि सार्वजनिक अनुसंधान निजी क्षेत्र की ताकत के साथ मिलकर किफायती, स्वदेशी चिकित्सा प्रौद्योगिकियां प्रदान कर रहा है
प्रविष्टि तिथि:
04 SEP 2025 5:23PM by PIB Delhi
भारत के स्वास्थ्य सेवा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण में, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने आज भारत मंडपम में अपनी चिकित्सा नवाचार- पेटेंट मित्र पहल के तहत उद्योग भागीदारों को नौ अत्याधुनिक तकनीकों का लाइसेंस प्रदान किया। इंडिया मेडटेक एक्सपो 2025 के उद्घाटन सत्र के दौरान, इस समारोह में संक्रामक रोग निदान, प्रतिरक्षा निदान और टीका विकास के क्षेत्रों में विभिन्न आईसीएमआर संस्थानों द्वारा विकसित नवाचारों के लिए 17 लाइसेंसिंग सौदे संपन्न हुए।

यह उपलब्धि स्वदेशी चिकित्सा तकनीकों को संपूर्ण देश में पहुँचाने और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के लाभों को देश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईसीएमआर के वरिष्ठ अधिकारियों ने वैज्ञानिकों, नव प्रवर्तकों और उद्योग भागीदारों को बधाई देते हुए कहा कि यह पहल इस बात का उदाहरण है कि कैसे सार्वजनिक अनुसंधान और निजी उद्यम मिलकर हर नागरिक के लिए उच्च- गुणवत्ता, किफ़ायती और स्वदेशी चिकित्सा नवाचार प्रदान कर सकते हैं।


नीति आयोग के मार्गदर्शन में विकसित की गई चिकित्सा नवाचार - पेटेंट मित्र पहल को इस वर्ष की शुरुआत में 8 मार्च 2025 को स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी मूल्यांकन पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी (आईएसएचटीए 2025) के दौरान शुरू किया गया था। यह औषधि विभाग (डीओपी) की भागीदारी वाला एक सहयोगात्मक प्रयास है और उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा समर्थित है। इस पहल का उद्देश्य पेटेंट प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना, बौद्धिक संपदा समर्थन को मज़बूत करना और बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन के लिए सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित नवाचारों को उद्योग जगत में स्थानांतरित करने में तेज़ी लाना है।
समारोह के दौरान लाइसेंस प्राप्त प्रौद्योगिकियों में शामिल हैं:
● मल्टीस्टेज मलेरिया वैक्सीन का लाइसेंस इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड, टेकइनवेंशन लाइफकेयर प्राइवेट लिमिटेड, पैनेसिया बायोटेक लिमिटेड, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड और ज़ाइडस लाइफ साइंसेज को दिया गया है।
● जापानी एन्सेफलाइटिस वायरस के विरुद्ध आईजीएम एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए डायग्नोस्टिक एलिसा किट, डायटेक हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और मेडसोर्स ओजोन बायोमेडिकल्स प्राइवेट लिमिटेड को लाइसेंस दिया गया।
● डेंगू वायरस के विरुद्ध आईजीएम एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए डायग्नोस्टिक एलिसा किट, डायटेक हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड और मेडसोर्स ओजोन बायोमेडिकल्स प्राइवेट लिमिटेड को लाइसेंस प्राप्त है।
● चिकनगुनिया वायरस के विरुद्ध आईजीएम एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए डायग्नोस्टिक एलिसा किट, डायटेक हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड; मेडसोर्स ओजोन बायोमेडिकल्स प्राइवेट लिमिटेड; और मैट्रिक्स लैब्स प्राइवेट लिमिटेड को लाइसेंस प्राप्त हुआ।
● रोगी के सीरा में एस्परगिलस फ्यूमिगेटस के प्रति एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए AFuPEPLISA इम्यूनोडायग्नोस्टिक किट, मेडसोर्स ओजोन बायोमेडिकल्स प्राइवेट लिमिटेड को लाइसेंस मिला है।
● मंकीपॉक्स वायरस का तेजी से पता लगाने के लिए एक रंगमिति समतापी (एलएएमपी) परख, स्मार्टक्यूआर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को लाइसेंस प्राप्त है।
● निपाह वायरस का शीघ्र पता लगाने के लिए एक वर्णमिति आरटी-लैंप (समतापी) परख, जिसका लाइसेंस स्मार्टक्यूआर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।
● एक नवीन ग्लाइकोकॉन्जुगेट साल्मोनेला वैक्सीन, जिसका लाइसेंस बायोलॉजिकल ई लिमिटेड को दिया गया है।
● मल्टी- सीरोटाइप आउटर मेम्ब्रेन वेसिकल्स (एमओएमवी) पर आधारित एक नवीन मौखिक शिगेला वैक्सीन, जिसका लाइसेंस बायोलॉजिकल ई लिमिटेड को दिया गया है।
यह पहल सुनिश्चित करती है कि सार्वजनिक अनुसंधान के माध्यम से विकसित जीवन रक्षक उपकरण पूरे भारत में समुदायों के लिए उपलब्ध हों। उद्योग भागीदारों की विनिर्माण क्षमता और वितरण नेटवर्क इन तकनीकों की पहुँच और प्रभाव को बढ़ाने में सहायक होंगे। यह सार्वजनिक- निजी भागीदारी भारत के स्वास्थ्य सेवा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक है और 2047 तक विकसित भारत के विज़न को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस कार्यक्रम ने नवाचार को बढ़ावा देने, बौद्धिक संपदा ढाँचे को मज़बूत करने और रणनीतिक सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से उन्नत स्वास्थ्य सेवा समाधान प्रदान करने के लिए आईसीएमआर की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

4 से 6 सितंबर 2025 तक आयोजित होने वाला इंडिया मेडटेक एक्सपो 2025, स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भारत के बढ़ते नेतृत्व को प्रदर्शित करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है, जो पीएलआई प्रतिभागियों, स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई, नवोन्मेषी उद्यमियों, अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं, इनक्यूबेटरों के साथ- साथ सार्वजनिक और निजी अस्पतालों जैसे सभी हितधारकों को एक साथ लाता है।


इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव एवं आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और उद्योग भागीदार भी उपस्थित थे।
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पीके/ केसी/ जेएस
(रिलीज़ आईडी: 2163912)
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