विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
फिलीपींस के विज्ञान मंत्री डॉ. रेनाटो यू. सॉलिडम जूनियर ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की
डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत और फिलीपींस के बीच नए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी रोडमैप पर हस्ताक्षर के रूप में भू-स्थानिक एवं नीली अर्थव्यवस्था सहयोग को तेज करने का आह्वान किया
भारत और फिलीपींस ने 2025-28 के दौरान नए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समझौते के अंतर्गत आठ क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान एजेंडा निर्धारित किया
Posted On:
04 AUG 2025 5:51PM by PIB Delhi
फिलीपींस के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रेनाटो यू. सोलिडम जूनियर ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वैज्ञानिक संबंधों को मजबूत करना है।
इस बैठक ने भारत-फिलीपींस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग में एक नये उत्साह को चिह्नित करती है,जो 2025-2028 के दौरान हाल ही में हस्ताक्षरित ‘सहयोग कार्यक्रम (पीओसी)’ पर आधारित है।
उच्च स्तरीय चर्चा में पीओसी में उल्लिखित व्यापक सहयोग को ठोस परियोजनाओं में परिवर्तित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें डॉ. जितेंद्र सिंह ने भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों एवं नीली अर्थव्यवस्था को तत्काल प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में रखने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इनमें विशेष रूप से आपदा प्रबंधन, समुद्री संसाधनों एवं पर्यावरण निगरानी के संदर्भ में प्रभावशाली सहयोग की संभावनाएं हैं।
डॉ. सिंह ने भारत-आसियान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संरचना में फिलीपींस की सक्रिय भागीदारी का स्वागत करते हुए कहा कि फेलोशिप कार्यक्रमों एवं संयुक्त आयोजनों के माध्यम से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा मिला है जिससे न केवल क्षेत्रीय एकीकरण बल्कि द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूती प्राप्त हुई है।
केंद्रीद मंत्री ने ज्ञान साझाकरण एवं क्षमता निर्माण की संभावनाओं पर बल देते हुए कहा, “कृषि जैव प्रौद्योगिकी, भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी एवं आपदा जोखिम न्यूनीकरण में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। ये संयुक्त शोध के लिए तात्कालिक प्रारंभिक बिंदु हो सकते हैं।”
डॉ. जितेंद्र सिंह भारत की राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022 पर भी प्रकाश डाला, जो शासन, शिक्षा एवं व्यवसाय में भू-स्थानिक डेटा के व्यापक उपयोग को सक्षम बनाने वाली एक पारिस्थितिकी तंत्र की परिकल्पना करती है। मंत्री ने कहा, “भारत का लक्ष्य 2030 तक एक हाई-रिज़ॉल्यूशन स्थलाकृतिक सर्वेक्षण और देश का एक अत्यधिक सटीक डिजिटल उन्नयन मॉडल स्थापित करना है। हम फिलीपींस के साथ अपने अनुभवों को साझा करने के लिए तैयार हैं।”
बैठक में पीओसी के अंतर्गत परियोजनाओं के कार्यान्वयन को गति देने के लिए नियमित भारत-फिलीपींस संयुक्त समिति की बैठकों के महत्व पर भी बल दिया गया। इस संयुक्त तंत्र से उम्मीद है यह समझौते में पहचाने गए आठ विषयगत क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जो कृषि जैव प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर ऊर्जा भंडारण एवं महासागरीय विज्ञान तक विस्तृत है।
पीओसी के अंतर्गत, दोनों देशों ने संयुक्त अनुसंधान एवं विकास, वैज्ञानिकों का आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों एवं गैर-स्वामित्व वाले वैज्ञानिक आंकड़ों का आदान-प्रदान को सुगम बनाने पर सहमति व्यक्त की है। भारतीय एवं फिलीपींस के अनुसंधान संस्थानों को वार्षिक रूप से संयुक्त परियोजना प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसका ध्यान नया ज्ञान एवं व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य प्रौद्योगिकियों के निर्माण पर केंद्रित होगा।
द्विपक्षीय समझौता वित्तपोषण, विनिमय यात्राओं, बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा एवं वार्षिक संयुक्त कार्यशालाओं का आयोजन करने के लिए तंत्र की रूपरेखा प्रदान करता है। दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि नया पीओसी न केवल पिछले सहयोग पर आधारित है बल्कि उभरते वैज्ञानिक चुनौतियों का अधिक तत्परता एवं समन्वय के साथ सामना करने का भी लक्ष्य रखता है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आशा व्यक्त किया कि आज की यह बैठक, जो दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष स्तरीय बैठक से पहले हुई है, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत-फिलीपींस साझेदारी को ज्यादा केंद्रित एवं परिणामोन्मुखी बनाने की दिशा तय करेगी। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से हमारे लोगों को वास्तविक आर्थिक एवं सामाजिक लाभ मिलने का अनुमान है।
बैठक में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. राजेश एस. गोखले, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और भारत एवं फिलीपींस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।




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(Release ID: 2152263)