रेल मंत्रालय
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78 प्रतिशत से अधिक रेलवे पटरियों को 110 किलोमीटर प्रति घंटे और उससे अधिक की सेक्शनल गति के लिए उन्नत किया गया


पटरियों का उन्नयन: रेलवे ने पटरियों की गति क्षमता में सुधार के लिए 60 किलोग्राम की पटरियां, चौड़े बेस वाले कंक्रीट के स्लीपर, मोटे वेब स्विच, लंबे रेल पैनल, एच-बीम स्लीपर आदि लगाए गए हैं

वंदे भारत रेलगाड़ियाँ 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम परिचालन गति से चल रही हैं

Posted On: 25 JUL 2025 3:46PM by PIB Delhi

पिछले 10 वर्षों के दौरान, गति क्षमता बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे पर रेल पटरियों का उन्नयन और सुधार बड़े पैमाने पर किया गया है। पटरियों के उन्नयन के उपायों में 60 किलोग्राम की पटरियाँ, चौड़े बेस वाले कंक्रीट स्लीपर, मोटे वेब स्विच, लंबे रेल पैनल, एच बीम स्लीपर, आधुनिक ट्रैक नवीनीकरण और रखरखाव मशीनें आदि शामिल हैं।

उपरोक्त उपायों के परिणामस्वरूप, पटरियों की गति क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 और 2025 के बीच रेलवे पटरियों की गति क्षमता का विवरण इस प्रकार है:

अनुभागीय गति (किलोमीटर प्रति घंटा)

2014

2025

ट्रैक किलोमीटर

प्रतिशत

ट्रैक किलोमीटर

प्रतिशत

<110

47,897

60.4

22,862

21.6

110-130

26,409

33.3

59,800

56.6

130 और उससे अधिक

5,036

6.3

23,010

21.8

कुल

79,342

100

1,05,672

100

 

भारतीय रेल नेटवर्क पर वर्तमान में चल रही वंदे भारत रेलगाड़ियाँ अर्ध-उच्च गति वाली रेलगाड़ियाँ हैं जिनकी डिज़ाइन गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा और अधिकतम परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। रेलगाड़ियों की औसत गति ट्रैक की ज्यामिति, मार्ग में ठहराव, सेक्शन में रखरखाव कार्य आदि पर निर्भर करती है।

वंदे भारत स्लीपर रेलगाड़ी समूह का पहला प्रोटोटाइप पहले ही तैयार हो चुका है। व्यापक क्षेत्रीय परीक्षणों और उससे प्राप्त अनुभव के आधार पर, वंदे भारत स्लीपर रेलगाड़ी का पहला रैक चालू किया जा रहा है।

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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(Release ID: 2148562)
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