सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण - मासिक बुलेटिन [जून 2025]
प्रविष्टि तिथि:
15 JUL 2025 4:00PM by PIB Delhi
मुख्य निष्कर्ष
- श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) मई 2025 के दौरान 54.8 प्रतिशत की तुलना में जून 2025 के दौरान 54.2 प्रतिशत रही। समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए जून 2025 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में एलएफपीआर 56.1 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में एलएफपीआर 50.4 प्रतिशत रही।
- जून, 2025 के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के लिए सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर क्रमशः 78.1 प्रतिशत और 75.0 प्रतिशत थी। यह मई, 2025 के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए क्रमशः 78.3 प्रतिशत और 75.1 प्रतिशत के एलएफपीआर अनुमानों से मामूली गिरावट को दर्शाता है।
- जून, 2025 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में एलएफपीआर 35.2 प्रतिशत थी।
- जून, 2025 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 53.3 प्रतिशत रहा। जून 2025 में समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के बीच शहरी क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर 46.8 प्रतिशत था। राष्ट्रीय स्तर पर समग्र डब्ल्यूपीआर जून, 2025 के दौरान 51.2 प्रतिशत थी, जबकि मई, 2025 के दौरान यह 51.7 प्रतिशत रही।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए डब्ल्यूपीआर जून, 2025 में क्रमशः 33.6 प्रतिशत और 22.9 प्रतिशत थी और राष्ट्रीय स्तर पर समान आयु वर्ग की महिलाओं की समग्र डब्ल्यूपीआर 30.2 प्रतिशत देखी गई।
- 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच सीडब्ल्यूएस में बेरोजगारी दर (यूआर) मई, 2025 और जून, 2025 में 5.6 प्रतिशत के बराबर बनी हुई है।
- मुख्य निष्कर्ष और सर्वेक्षण पद्धतियां अनुलग्नक I और II में दी गई हैं
जून 2025 के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) मासिक बुलेटिन के परिणामों पर संक्षिप्त जानकारी
- जून 2025 में एलएफपीआर और डब्ल्यूपीआर में मामूली गिरावट मुख्य रूप से मौसमी कृषि पैटर्न, बाहरी शारीरिक श्रम को सीमित करने वाली तीव्र गर्मी और कुछ अवैतनिक सहायकों, विशेष रूप से उच्च आय वाले ग्रामीण परिवारों से, घरेलू कामों की ओर रुझान से प्रभावित थी।
- यह प्रवृत्ति ग्रामीण महिलाओं में ज़्यादा स्पष्ट थी, वहां मई 2025 की तुलना में कार्यबल भागीदारी में 1 प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट देखी गई, इसका मुख्य कारण आमतौर पर कृषि कार्यों में लगे अवैतनिक सहायकों की संख्या में कमी थी। आंकड़ों के अनुसार जून 2025 में श्रम शक्ति में गिरावट आई, खासकर उच्च आय वाले ग्रामीण परिवारों में इसका कारण कई अवैतनिक सहायकों ने खुद को घरेलू कामों में लगे हुए बताया।
- इसके अतिरिक्त, कृषि में ग्रामीण महिला श्रमिकों की हिस्सेदारी मई में 70.2 प्रतिशत से घटकर जून 2025 में 69.8 प्रतिशत हो गई। यह दर्शाता है कि महिलाओं की कृषि में संलग्नता की आवश्यकता कम हो गई है, इसका कारण संभवतः ग्रामीण मुद्रास्फीति में गिरावट है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं दोनों की बेरोजगारी दर में कमी का श्रेय मई 2025 की तुलना में जून 2025 में खाता धारक श्रमिकों की हिस्सेदारी में वृद्धि और बेरोजगार व्यक्तियों की संख्या में कमी को दिया जा सकता है। इस अवधि के दौरान खाता धारक श्रमिकों वाले कार्यों में वृद्धि मौसमी कारकों से प्रेरित हो सकती है। ये कारक व्यक्तियों को छोटे पैमाने पर या छोटा-मोटा व्यापार, मरम्मत कार्य, या सेवाओं जैसी स्वयं-प्रेरित गतिविधियों में संलग्न होने के लिए प्रेरित करते हैं।
अनुबंध-I
पीएलएफएस के प्रमुख निष्कर्ष, मासिक बुलेटिन (जून 2025)
विवरण 1: वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में श्रम बल भागीदारी दर (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरुष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
63.5
|
23.8
|
43.4
|
मई 2025
|
63.1
|
22.9
|
42.7
|
जून 2025
|
62.0
|
20.5
|
41.1
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
79.0
|
38.2
|
58.0
|
मई 2025
|
78.3
|
36.9
|
56.9
|
जून 2025
|
78.1
|
35.2
|
56.1
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
57.5
|
28.8
|
42.9
|
मई 2025
|
57.0
|
27.8
|
42.2
|
जून 2025
|
56.9
|
26.5
|
41.5
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
59.1
|
21.5
|
41.2
|
मई 2025
|
58.6
|
21.3
|
40.8
|
जून 2025
|
58.9
|
20.6
|
40.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
75.3
|
25.7
|
50.7
|
मई 2025
|
75.1
|
25.3
|
50.4
|
जून 2025
|
75.0
|
25.2
|
50.4
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
58.5
|
20.5
|
39.9
|
मई 2025
|
58.5
|
20.2
|
39.7
|
जून 2025
|
58.6
|
20.2
|
39.8
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
62.0
|
23.1
|
42.7
|
मई 2025
|
61.6
|
22.4
|
42.1
|
जून 2025
|
61.0
|
20.6
|
41.0
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
77.7
|
34.2
|
55.6
|
मई 2025
|
77.2
|
33.2
|
54.8
|
जून 2025
|
77.1
|
32.0
|
54.2
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
57.8
|
26.2
|
42.0
|
मई 2025
|
57.5
|
25.5
|
41.4
|
जून 2025
|
57.4
|
24.5
|
41.0
|
विवरण 2: सीडब्ल्यूएस में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरुष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
55.3
|
21.2
|
38.0
|
मई 2025
|
54.3
|
19.9
|
36.8
|
जून 2025
|
53.5
|
17.7
|
35.5
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
75.1
|
36.8
|
55.4
|
मई 2025
|
74.2
|
35.2
|
54.1
|
जून 2025
|
74.1
|
33.6
|
53.3
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
54.7
|
27.7
|
41.0
|
मई 2025
|
53.9
|
26.5
|
40.0
|
जून 2025
|
54.0
|
25.3
|
39.5
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
50.2
|
16.4
|
34.1
|
मई 2025
|
49.4
|
16.1
|
33.5
|
जून 2025
|
49.1
|
15.3
|
33.1
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
71.0
|
23.5
|
47.4
|
मई 2025
|
70.5
|
23.0
|
46.9
|
जून 2025
|
70.2
|
22.9
|
46.8
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
55.1
|
18.7
|
37.3
|
मई 2025
|
54.9
|
18.3
|
36.9
|
जून 2025
|
54.8
|
18.3
|
37.0
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
53.6
|
19.8
|
36.8
|
मई 2025
|
52.6
|
18.8
|
35.8
|
जून 2025
|
52.0
|
17.0
|
34.7
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
73.7
|
32.5
|
52.8
|
मई 2025
|
72.9
|
31.3
|
51.7
|
जून 2025
|
72.8
|
30.2
|
51.2
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
54.8
|
24.9
|
39.8
|
मई 2025
|
54.2
|
24.0
|
39.0
|
जून 2025
|
54.2
|
23.2
|
38.7
|
विवरण 3: सीडब्ल्यूएस में बेरोजगारी दर (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरुष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
13.0
|
10.7
|
12.3
|
मई 2025
|
14.0
|
13.0
|
13.7
|
जून 2025
|
13.8
|
13.7
|
13.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
4.9
|
3.9
|
4.5
|
मई 2025
|
5.3
|
4.7
|
5.1
|
जून 2025
|
5.1
|
4.4
|
4.9
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
4.9
|
3.8
|
4.5
|
मई 2025
|
5.3
|
4.7
|
5.1
|
जून 2025
|
5.1
|
4.4
|
4.9
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
15.0
|
23.7
|
17.2
|
मई 2025
|
15.8
|
24.4
|
17.9
|
जून 2025
|
16.6
|
25.8
|
18.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
5.8
|
8.7
|
6.5
|
मई 2025
|
6.2
|
9.1
|
6.9
|
जून 2025
|
6.4
|
9.1
|
7.1
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
5.8
|
8.7
|
6.5
|
मई 2025
|
6.2
|
9.1
|
6.9
|
जून 2025
|
6.4
|
9.1
|
7.1
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
13.6
|
14.4
|
13.8
|
मई 2025
|
14.5
|
16.3
|
15.0
|
जून 2025
|
14.7
|
17.4
|
15.3
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
5.2
|
5.0
|
5.1
|
मई 2025
|
5.6
|
5.8
|
5.6
|
जून 2025
|
5.6
|
5.6
|
5.6
|
आयु वर्ग: सभी आयु वर्ग
|
अप्रैल 2025
|
5.2
|
5.0
|
5.1
|
मई 2025
|
5.6
|
5.7
|
5.6
|
जून 2025
|
5.6
|
5.6
|
5.6
|
अनुलग्नक-II
ए. परिचय
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की नमूना पद्धति को उन्नत कवरेज के साथ उच्च आवृत्ति श्रम बल संकेतकों के सृजन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। संशोधित पीएलएफएस डिजाइन में निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करने की परिकल्पना की गई है:
- अखिल भारतीय स्तर पर वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए मासिक आधार पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों अर्थात श्रम बल भागीदारी दर, श्रमिक जनसंख्या अनुपात और बेरोजगारी दर का अनुमान लगाना
- पीएलएफएस के तिमाही परिणामों का कवरेज ग्रामीण क्षेत्रों तक बढ़ाना और इस प्रकार वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में भारत के ग्रामीण और शहरी दोनों को कवर करते हुए तिमाही अनुमान तैयार करना।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस+एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में महत्वपूर्ण रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का वार्षिक अनुमान लगाना।
मासिक परिणाम पीएलएफएस के मासिक बुलेटिन के रूप में जारी किए जाते हैं। अप्रैल, 2025 और मई, 2025 के मासिक बुलेटिन पहले ही जारी किए जा चुके हैं। जून, 2025 का वर्तमान मासिक बुलेटिन, मासिक बुलेटिनों की श्रृंखला का तीसरा बुलेटिन है।
बी. पीएलएफएस का सैंपल डिजाइन
जनवरी, 2025 से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए पीएलएफएस में एक रोटेशनल पैनल सैंपलिंग डिज़ाइन अपनाया गया है। इस रोटेशनल पैनल योजना में, प्रत्येक चयनित परिवार का लगातार एक बार पहले महीने और बाकी तीन बार फिर से दौरा करने की योजना के साथ चार महीनों में चार बार दौरा किया जाता है। रोटेशन की यह योजना पहले चरण की सैंपलिंग इकाइयों (एफएसयू) का 75 प्रतिशत लगातार दो महीनों के बीच मिलान सुनिश्चित करती है।
सी. नमूना आकार
अखिल भारतीय स्तर पर, जून 2025 तिमाही के दौरान कुल 7,520 एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 4,144 जनगणना गांव या उप-इकाई और शहरी क्षेत्रों में 3,376 यूएफएस ब्लॉक या उप-इकाई) का सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण किए गए परिवारों की संख्या 89,493 (ग्रामीण क्षेत्रों में 49,335 और शहरी क्षेत्रों में 40,158) थी और 3,80,538 (ग्रामीण क्षेत्रों में 2,17,251 और शहरी क्षेत्रों में 1,63,287) व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया गया।
- त्रैमासिक बुलेटिन के लिए प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का संकल्पनात्मक ढांचा: आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर) आदि जैसे प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान देता है। इन संकेतकों और 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है:
- श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (अर्थात् काम करने वाले, काम की तलाश करने वाले या काम के लिए उपलब्ध) में शामिल व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर): डब्ल्यूपीआर को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- बेरोजगारी दर (यूआर): यूआर को श्रम बल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस): सर्वेक्षण की तिथि से पहले के अंतिम 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।
जून 2025 माह का मासिक बुलेटिन मंत्रालय की वेबसाइट (https://mospi.gov.in) पर उपलब्ध है। मुख्य परिणाम संलग्न विवरण में दिए गए हैं।
डी. पीएलएफएस के पहले जारी किए गए अनुमानों के साथ मासिक अनुमानों की तुलना
आवधिक श्रम सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के नमूना डिजाइन को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। नमूना डिजाइन को नया रूप देने के एक भाग के रूप में, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए मासिक रोटेशनल पैनल योजना लागू की गई है, इसमें प्रत्येक चयनित परिवार का लगातार चार महीनों में चार बार दौरा किया जाता है, एक बार पहले महीने और अन्य तीन बार अगले तीन महीनों में फिर से दौरा किया जाता है। पीएलएफएस में अपनाई जाने वाली बहुस्तरीय स्तरीकृत डिजाइन से सम्बंधित पहलुओं जैसे सर्वेक्षण की जाने वाली प्रथम चरण इकाइयों (एफएसयू) का चुनाव, प्राथमिक भौगोलिक इकाई (अर्थात मूल स्तर) जिसमें से एफएसयू का चयन किया जाता है, एफएसयू पर लागू स्तरीकरण नियम और एफएसयू के चयन के लिए नमूना चयन पद्धति में बदलाव किया गया है। एक चयनित एफएसयू के भीतर सर्वेक्षण किए जाने वाले परिवारों की संख्या 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है।
इसके अतिरिक्त, जांच अनुसूची की संरचना में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। आवधिक श्रम सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के संशोधित नमूना डिज़ाइन और जांच अनुसूची में किए गए परिवर्तनों का विवरण पीएलएफएस द्वारा जारी "पीएलएफएस: 2025 में परिवर्तन" शीर्षक वाली विज्ञप्ति में दिया गया है। पीएलएफएस परिणामों के उपयोगकर्ताओं को पीएलएफएस परिणामों की तुलना दिसंबर, 2024 तक पीएलएफएस प्रकाशनों के माध्यम से जारी अनुमानों से करते समय जनवरी 2025 से पीएलएफएस में लागू किए गए परिवर्तनों पर विचार करना होगा। इसलिए, जनवरी 2025 के बाद के पीएलएफएस परिणामों को उस संदर्भ में समझने और उपयोग करने की आवश्यकता है जिसके लिए पीएलएफएस की नमूना चयन पद्धति तैयार की गई है।
***
एमजी/आरपीएम/केसी/वीके/एसके
(रिलीज़ आईडी: 2144945)
आगंतुक पटल : 19