संचार मंत्रालय
प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान चेतावनियों का त्वरित प्रसार सुनिश्चित करने के लिए स्वदेशी सेल प्रसारण प्रणाली का राष्ट्रव्यापी परीक्षण प्रगति पर
मोबाइल फोन पर अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षण संदेश प्राप्त किए जा सकेंगे; सिस्टम सत्यापन चरण के दौरान प्राप्तकर्ताओं से कोई कार्रवाई अपेक्षित नहीं
सी-डॉट द्वारा विकसित प्रणाली अब सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रचालनगत; आपदाओं और मौसम संबंधी घटनाओं के लिए 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में अलर्ट जारी किए गए
Posted On:
30 JUN 2025 5:46PM by PIB Delhi
संचार मंत्रालय का दूरसंचार विभाग (डॉट) भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सहयोग से नागरिकों को समय पर सूचना उपलब्ध कराने के लिए देश भर में मोबाइल-सक्षम आपदा संचार प्रणालियों को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है।
एनडीएमए ने सेंटर ऑफ डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (सी-डॉट) द्वारा विकसित एकीकृत अलर्ट सिस्टम (एसएसीएचईटी) को सफलतापूर्वक प्रचालनगत कर दिया है, जो अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) पर आधारित है। यह प्रणाली भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में पहले से ही प्रचालित है और किसी विशेष भू-लक्षित क्षेत्र में प्रभावित नागरिकों के मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से विभिन्न आपदा या आपातकाल से संबंधित अलर्ट भेजती है। इस प्रणाली का उपयोग आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों द्वारा विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, मौसम की चेतावनियों और चक्रवाती घटनाओं के दौरान 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में 6,899 करोड़ से अधिक एसएमएस अलर्ट जारी करने के लिए व्यापक सतर पर किया गया है।
सुनामी, भूकंप, बिजली गिरने जैसी संवेदनशील आपदा स्थितियों और गैस रिसाव या रासायनिक खतरों जैसी मानव निर्मित आपात स्थितियों में अलर्ट प्रसार को और सुदृढ़ करने के लिए, एसएमएस के अतिरिक्त सेल ब्रॉडकास्ट (सीबी) प्रौद्योगिकी को कार्यान्वित किया जा रहा है। सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम में, अलर्ट को प्रभावित क्षेत्र में मोबाइल फोन पर ब्रॉडकास्ट मोड में भेजा जाता है और इसलिए अलर्ट का प्रसार लगभग वास्तविक समय में होता है। दूरसंचार विभाग के प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केंद्र, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) को सेल ब्रॉडकास्ट-आधारित सार्वजनिक आपातकालीन चेतावनी प्रणाली के स्वदेशी रूप से विकास और कार्यान्वयन का काम सौंपा गया है।
अखिल भारतीय स्तर पर रोलआउट के हिस्से के रूप में, सिस्टम के आरंभ होने से पहले इसकी प्रभावशीलता और उचित कार्यप्रणाली का पता लगाने के लिए सीबी सिस्टम का परीक्षण किया जा रहा है। यह परीक्षण पूरे देश में 2-4 सप्ताह तक चलेगा। इस अवधि के दौरान, लोगों को उनके मोबाइल हैंडसेट पर अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षण संदेश प्राप्त हो सकते हैं। ये "परीक्षण संदेश" केवल उन मोबाइल हैंडसेट को प्राप्त होंगे जो सीबी परीक्षण चैनल सक्षम हैं। परीक्षण चरण के दौरान, मोबाइल टावरों (बेस स्टेशन ट्रांस रिसीवर-बीटीएस) के पूरे नेटवर्क में सिस्टम के उचित कामकाज का परीक्षण करने के लिए, परीक्षण चैनल के माध्यम से इन संदेशों को कई बार प्राप्त किया जा सकता है। ये परीक्षण संदेश एक नियोजित राष्ट्रव्यापी परीक्षण अभ्यास का हिस्सा हैं और इसके लिए प्राप्तकर्ताओं से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।
परीक्षण संदेश की विषय-वस्तु इस प्रकार होगी:
English:
This is a TEST Cell Broadcast message sent by the National Disaster Management
Authority in coordination with the Department of Telecommunications (DoT), Government of India, as part of testing the Cell Broadcast solution for disseminating alerts. During the testing of the Cell Broadcast solution, you may receive this message multiple times on your mobile handset. Please ignore these message(s); no action is required at your end.
हिन्दी:
यह एक टेस्ट सेल ब्रॉडकास्ट संदेश है, जिसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने दूरसंचार विभाग (डॉट), भारत सरकार के साथ मिलकर सेल ब्रॉडकास्ट समाधान के परीक्षण के तहत भेजा है। परीक्षण के दौरान आपको यह संदेश अपने मोबाइल पर कई बार प्राप्त हो सकता है। कृपया इन संदेशों कोअनदेखा करें, आपकी ओर से कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है।
सफलतापूर्वक परीक्षण और प्रचालनगत हो जाने के बाद, सीबी प्रणाली का उपयोग सभी मोबाइल हैंडसेटों पर कई भारतीय भाषाओं में - चाहें परीक्षण चैनल सेटिंग कोई भी हो - अलर्ट प्रसारित करने के लिए किया जाएगा - जिससे वास्तविक आपात स्थितियों के दौरान व्यापक और समावेशी सार्वजनिक पहुंच सुनिश्चित हो सके।
दूरसंचार विभाग इस महत्वपूर्ण परीक्षण चरण के दौरान जनता से सहयोग का अनुरोध करता है और दोहराता है कि इस अवधि के दौरान सभी परीक्षण संदेश केवल सिस्टम सत्यापन के उद्देश्य से हैं तथा प्राप्तकर्ता पक्ष की ओर से कोई कार्रवाई अपेक्षित नहीं है।
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एमजी/आरपीएम/केसी/एसकेजे/केके
(Release ID: 2140902)